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Pfizer Vaccine 90% Effective For Children - कोरोना की वैक्सीन 18 से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए तो बहुत समय पहले ही आ गयी थी लेकिन अभी बच्चों के भी आ गयी है। बच्चों के लिए कोरोना की वैक्सीन का काफी लम्बे समय से इंतज़ार हो रहा था। हाल में ही फाइजर वैक्सीन ने कहा है कि इनकी कोरोना वैक्सीन बच्चों के ऊपर 90% से भी ज्यादा असरदार है।
2020 में आए कोरोना ने हम सबको सिखाया की पैसे और काम से बढ़कर है सेहत। जब हम सब लोग ना जाने कितने देशों के लोग महीनों घरों में बंद रहे। इस वायरस ने हमें परिवार से जोड़ा और सेहत की अहमियत सिखाई। आज पूरे एक साल बाद कोरोना की वैक्सीन बन पायी है और भारत बड़े पैमाने पर कोविद वैक्सीनेशन कार्यक्रम चला रहा है ताकि सभी को जल्दी जल्दी वैक्सीन मिले और सब वापस अपने काम में निष्फिक्र होकर लग पाएं।
सब के लिए वैक्सीन लगने अनिवार्य है खास कर कि बच्चे और 50 से ऊपर ऊमरा के लोगों को। वैक्सीन लगवाने से पहले अपने बच्चे को पूरी प्रक्रिया के बारे में समझा दें क्योंकि बच्चे कोरोना को लेकर बहुत डरे हुए हैं। उन्हें हर चीज़ समझाएं तभी कहीं लेकर जाएं ताकि वो डरे ना। अगर बच्चा ज्यादा छोटा है तो उनको खेल खेल में सब समझाएं।
एक्सपर्ट कहते हैं कि हर वैक्सीन की पहली और दूसरी वैक्सीन के डोज के बीच का फर्क अलग अलग है। जैसे की फाइजर वैक्सीन की दो खुराकों के बीच 21 दिन का गैप का सुझाव है। पर सभी वैक्सीन के बीच का गैप बीस के आस पास ही है। भारत में हमें जो वैक्सीन लगेगी उसके बीच 4 हफ्ते यानि 28 दिन का अंतर रखने को कहा गया है। आप ये ना सोचें की आपको वैक्सीन लग गयी है तो अब आपको इतिहाद बरतने की जरुरत नहीं है। वैक्सीन लगने के बाद भी आपको सामाजिक दूरी बनाकर रखना है , हाँथ धोते रहना है और मास्क पहन कर रखना है
बच्चों को वैक्सीन लग्न नवंबर से शुरू हो सकता है और जल्द ही सभी बच्चों को भी वैक्सीन लग जाएंगी। फाइजर की वैक्सीन देने के लिए एकदम तैयार है और 12 या उससे ज्यादा साल के बच्चों को आसानी से दी जा सकती है। इसके लिए बच्चों का चिकित्सक अपने आपको रजिस्टर कर रहे हैं और बच्चों को वैक्सीन देने के लिए तैयार हो रहे हैं।
बच्चों को वैक्सीन के लिए तैयार कैसे करें?
2020 में आए कोरोना ने हम सबको सिखाया की पैसे और काम से बढ़कर है सेहत। जब हम सब लोग ना जाने कितने देशों के लोग महीनों घरों में बंद रहे। इस वायरस ने हमें परिवार से जोड़ा और सेहत की अहमियत सिखाई। आज पूरे एक साल बाद कोरोना की वैक्सीन बन पायी है और भारत बड़े पैमाने पर कोविद वैक्सीनेशन कार्यक्रम चला रहा है ताकि सभी को जल्दी जल्दी वैक्सीन मिले और सब वापस अपने काम में निष्फिक्र होकर लग पाएं।
बच्चों को समझाएं
सब के लिए वैक्सीन लगने अनिवार्य है खास कर कि बच्चे और 50 से ऊपर ऊमरा के लोगों को। वैक्सीन लगवाने से पहले अपने बच्चे को पूरी प्रक्रिया के बारे में समझा दें क्योंकि बच्चे कोरोना को लेकर बहुत डरे हुए हैं। उन्हें हर चीज़ समझाएं तभी कहीं लेकर जाएं ताकि वो डरे ना। अगर बच्चा ज्यादा छोटा है तो उनको खेल खेल में सब समझाएं।
पहली और दूसरी वैक्सीन के डोज के बीच का फर्क
एक्सपर्ट कहते हैं कि हर वैक्सीन की पहली और दूसरी वैक्सीन के डोज के बीच का फर्क अलग अलग है। जैसे की फाइजर वैक्सीन की दो खुराकों के बीच 21 दिन का गैप का सुझाव है। पर सभी वैक्सीन के बीच का गैप बीस के आस पास ही है। भारत में हमें जो वैक्सीन लगेगी उसके बीच 4 हफ्ते यानि 28 दिन का अंतर रखने को कहा गया है। आप ये ना सोचें की आपको वैक्सीन लग गयी है तो अब आपको इतिहाद बरतने की जरुरत नहीं है। वैक्सीन लगने के बाद भी आपको सामाजिक दूरी बनाकर रखना है , हाँथ धोते रहना है और मास्क पहन कर रखना है