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प्रेगनेंसी के दौरान एक महिला के शरीर में बहुत सारे बदलाव आते हैं। इसलिए प्रेगनेंसी के शुरुआती महीनों में आपको कई प्रकार के लक्षण देखने को मिल सकते हैं। इस दौरान प्रेग्नेंट महिला को अपने शिशु की बहुत चिंता लगी रहती है। उसे क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए आदि चीजों के बारे में वह काफी सोचती है।
आमतौर पर आपको अपनी प्रेगनेंसी का पता तब चलता है, जब आपके पीरियड्स मिस हो जाएं। परंतु आपके शरीर में प्लेसेंटा और आपका होने वाला शिशु आपको कई साइन देते हैं कि आप प्रेग्नेंट हैं। जब आप प्रेग्नेंट होती हैं, तब आपके शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है, जिसकी वजह से आपका पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है और आपको उल्टी आती है।
कई महिलाओं को उल्टी नहीं भी आती है। परंतु आपको ऐसा प्रतीत होता है कि आप के गले में कुछ अटक रहा है या कुछ फस गया है और उल्टी करने से वो बाहर निकल जाएगा।
इस दौरान आपके निपल्स बहुत टाइट हो जाते हैं। ऐसे में जब आप कोई सीढ़ियां चढ़ती-उतरती हैं, तो जंप होने पर आपको वहां दर्द का एहसास होगा।
जैसा कि आपको ऊपर पता चला कि प्रेगनेंसी के शुरुआती समय में आपकी पाचन क्रिया कमजोर हो जाती है। तो ऐसे में प्रेगनेंसी हार्मोन के कारण आपको कब्ज की समस्या भी हो सकती है।
इस दौरान आप यह भी महसूस करेंगी की जरा-सी काम करते ही आपको थकान लगती है, सिर में दर्द होता है या चक्कर आने लगते है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस समय आपके शरीर की ब्लड वेसल्स चौड़ी हो जाती है और उनमें ब्लड का फ्लो बढ़ जाता है। इसकी वजह से आपका ब्लड प्रेशर भी कम हो जाता है।
प्रेगनेंसी के पहले तीन महीनों में शिशु के विकास के लिए ज्यादा शुगर की जरूरत होती है। वह शुगर की आपूर्ति भी आपके शरीर से ही होगी, तो ऐसे में आपका ब्लड शुगर लेवल भी डाउन हो जाता है। इसी के कारण आपको थकान लगना, चक्कर आना आदि महसूस होता है।
प्रेगनेंसी के दौरान मूड स्विंग्स सबसे ज्यादा होते हैं। आप यह देखेंगी कि एक पल तो आप बहुत ज्यादा खुश हो जाती हैं, तो दूसरे ही पल बहुत ज्यादा दु:खी। छोटी से छोटी बात जिससे आपको कोई फर्क नहीं पड़ता था, उससे भी अब आपको रोना आता है।
प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोनल चेंजेस के कारण मूड स्विंग्स होना बहुत ही नॉर्मल बात है। परंतु आपको इस दौरान ज्यादा से ज्यादा खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए। क्योंकि रोने से आपके बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
• शरीर का तापमान थोड़ा बढ़ जाना। यह आपके शरीर में केवल हार्मोनल चेंजेज के कारण होता है। जो महिलाएं सर्दी में प्रेग्नेंट होती हैं, उन्हें ठंड लगती ही नहीं है क्योंकि शरीर का तापमान 1 या 2 डिग्री हमेशा बढ़ जाता है।
• कई महिलाओं को खाने से अजीब बदबू भी आने लगती है। इसकी वजह से उन्हें उल्टी जैसा महसूस होता है।
हर महिला को अपनी प्रेगनेंसी के दौरान अलग-अलग सिम्पटम्स नज़र आते हैं।
Disclaimer - यह सार्वजनिक रूप से एकत्रित की हुई जानकारी है। यदि आपको किसी विशिष्ट सलाह की आवश्यकता है, तो कृपया डॉक्टर से परामर्श करें ।
आइए जानें प्रेग्नेंट होने के शुरुआती लक्षण के बारे में
1) जी मिचलाना और उल्टी आना
आमतौर पर आपको अपनी प्रेगनेंसी का पता तब चलता है, जब आपके पीरियड्स मिस हो जाएं। परंतु आपके शरीर में प्लेसेंटा और आपका होने वाला शिशु आपको कई साइन देते हैं कि आप प्रेग्नेंट हैं। जब आप प्रेग्नेंट होती हैं, तब आपके शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा बढ़ जाती है, जिसकी वजह से आपका पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है और आपको उल्टी आती है।
कई महिलाओं को उल्टी नहीं भी आती है। परंतु आपको ऐसा प्रतीत होता है कि आप के गले में कुछ अटक रहा है या कुछ फस गया है और उल्टी करने से वो बाहर निकल जाएगा।
2) ब्रेस्ट टाइटनेस प्रेग्नेंट होने के शुरुआती लक्षण
इस दौरान आपके निपल्स बहुत टाइट हो जाते हैं। ऐसे में जब आप कोई सीढ़ियां चढ़ती-उतरती हैं, तो जंप होने पर आपको वहां दर्द का एहसास होगा।
3) कब्ज या कॉन्स्टिपेशन
जैसा कि आपको ऊपर पता चला कि प्रेगनेंसी के शुरुआती समय में आपकी पाचन क्रिया कमजोर हो जाती है। तो ऐसे में प्रेगनेंसी हार्मोन के कारण आपको कब्ज की समस्या भी हो सकती है।
4) थकान लगना
इस दौरान आप यह भी महसूस करेंगी की जरा-सी काम करते ही आपको थकान लगती है, सिर में दर्द होता है या चक्कर आने लगते है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस समय आपके शरीर की ब्लड वेसल्स चौड़ी हो जाती है और उनमें ब्लड का फ्लो बढ़ जाता है। इसकी वजह से आपका ब्लड प्रेशर भी कम हो जाता है।
प्रेगनेंसी के पहले तीन महीनों में शिशु के विकास के लिए ज्यादा शुगर की जरूरत होती है। वह शुगर की आपूर्ति भी आपके शरीर से ही होगी, तो ऐसे में आपका ब्लड शुगर लेवल भी डाउन हो जाता है। इसी के कारण आपको थकान लगना, चक्कर आना आदि महसूस होता है।
5) मूड स्विंग्स प्रेग्नेंट होने के शुरुआती लक्षण
प्रेगनेंसी के दौरान मूड स्विंग्स सबसे ज्यादा होते हैं। आप यह देखेंगी कि एक पल तो आप बहुत ज्यादा खुश हो जाती हैं, तो दूसरे ही पल बहुत ज्यादा दु:खी। छोटी से छोटी बात जिससे आपको कोई फर्क नहीं पड़ता था, उससे भी अब आपको रोना आता है।
प्रेगनेंसी के दौरान हार्मोनल चेंजेस के कारण मूड स्विंग्स होना बहुत ही नॉर्मल बात है। परंतु आपको इस दौरान ज्यादा से ज्यादा खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए। क्योंकि रोने से आपके बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
6) कुछ अन्य सिम्पटम्स
• शरीर का तापमान थोड़ा बढ़ जाना। यह आपके शरीर में केवल हार्मोनल चेंजेज के कारण होता है। जो महिलाएं सर्दी में प्रेग्नेंट होती हैं, उन्हें ठंड लगती ही नहीं है क्योंकि शरीर का तापमान 1 या 2 डिग्री हमेशा बढ़ जाता है।
• कई महिलाओं को खाने से अजीब बदबू भी आने लगती है। इसकी वजह से उन्हें उल्टी जैसा महसूस होता है।
हर महिला को अपनी प्रेगनेंसी के दौरान अलग-अलग सिम्पटम्स नज़र आते हैं।
Disclaimer - यह सार्वजनिक रूप से एकत्रित की हुई जानकारी है। यदि आपको किसी विशिष्ट सलाह की आवश्यकता है, तो कृपया डॉक्टर से परामर्श करें ।