Reasons For Caesarean Delivery: महिलाएं चाहती है कि जब भी उनकी डिलीवरी हो तो वो नॉर्मल डिलीवरी रहें। लेकिन कई बार ऐसी समस्या आती है कि नॉर्मल डिलीवरी के जगह सिजेरियन डिलीवरी करनी पड़ती है। इसके कारण क्या है और किन परिस्थितियों में डॉक्टर सिजेरियन डिलीवरी की सलाह देते हैं यह जानना जरूरी है। जानिए सिजेरियन डिलीवरी किन परिस्थिति में की जाती है।
सिजेरियन डिलीवरी करने के कारण (Reasons For Caesarean Delivery)
1.बच्चे की गलत पोजीशन
अगर बच्चे की पोजीशन पेट में सही नहीं हो तो डॉक्टर सिजेरियन डिलेवरी की सलाह देते हैं। बच्चे की पोजीशन गलत होना मतलब या तो बच्चे के पैर नीचे और सिर ऊपर हो या फिर बच्चा का न सिर तो ऊपर की तरफ नाही नीचे की तरफ बल्कि पेट में सीधा लेटा हुआ हो तो सिजेरियन ही उपाय है। इसके अलावा अगर गर्भनाल बच्चे के गले में फंसी हो तो इस परिस्थिति में भी सिजेरियन डिलीवरी की जाती है।
2. प्रेगनेंसी में समस्या
प्रेगनेंसी में अगर महिला को शुरू से समस्याएं आ रही है और डॉक्टर ने महिला को ज्यादा देखभाल करने के लिए कहा है तो ऐसी परिस्थिति में भी डॉक्टर सिजेरियन डिलीवरी करने के लिए सलाह देते हैं। क्योंकि ऐसी परिस्थिति में नॉर्मल डिलीवरी के लिए रुकना खतरा हो सकता है।
3. बच्चे की ज्यादा हलचल
कई बार ऐसा होता है कि बच्चे की पेट में हलचल कम हो जाती है। बच्चा पेट में कुछ भी एक्टिविटी नहीं दिखाता जिस वजह से बच्चे की जान को खतरा हो सकता है। ऐसी परिस्थिति में जल्द से जल्द डॉक्टर सिजेरियन डिलीवरी करते हैं। इसके अलावा अगर बच्चे की पेट में ठीक तरीके से ग्रोथ ना हो और बच्चा कमजोर हो तो सिजेरियन डिलीवरी की सलाह दी जाती है।
4. गर्भपात
महिला का पहले गर्भपात हो चुका हो या फिर बच्चा कंसीव करने में समस्या आई हो तो ऐसे परिस्थिति में सिजेरियन डिलीवरी ही ठीक होती है। अगर पहले भी महिला का एक से ज्यादा बार गर्भपात हो चुका है और हर समय बच्चा कंसीव करने में समस्या हो रही है तो नॉर्मल डिलीवरी के लिए रुकना नहीं चाहिए। सिजेरियन डिलीवरी अच्छा उपाय है।
5. उम्र
यदि महिला की उम्र 30 से ज्यादा हो और बच्चा कंसीव करने में समस्या हो तो डिलीवरी का समय आते ही डॉक्टर सिजेरियन डिलीवरी करने की सलाह देते हैं। क्योंकि ज्यादा उमर यह नॉर्मल डिलीवरी ना होने का कारण बन सकता है। इसी वजह से ज्यादा उम्र की महिलाओं को डॉक्टर सिजेरियन डिलीवरी करने के लिए कहते हैं।