जब आप नये रिलेशनशिप की शुरुआत में होते हैं तो आपमें पार्टनर को गहराई से जानने की उत्सुकता होती है। साथ ही आप अपने बारे में भी काफ़ी कुछ बताना चाहते हैं। इसका मतलब है कि आपको अपने पास्ट के अनुभव, आज के हालात और फ्यूचर के ड्रीम्स के बारे में उन्हें बताना होगा। आप सब कुछ शेयर करना चाहते हैं ताकि आपकी बाँडिंग अच्छी बन सके और गैप मिट सके। ऐसा करना आपके रिलेशनशिप के लिए फ़ायदेमंद है लेकिन आपको ये भी ध्यान रखना चाहिए कि हर बात शुरुआत में ही नहीं बताई जाती, कुछ टॉपिक ऐसे होते हैं जिन पर खुल कर चर्चा करने में वक़्त लगता है। ऐसे टॉपिक्स छेड़ने से बचें जिनसे आपका नुकसान हो सकता है। relationship ki shuruaat me avoid karne wale topics
जानिए रिलेशनशिप की शुरुआत में अवॉइड करने वाले टॉपिक्स कौन से हैं -
1. शादी
रिलेशनशिप की शुरुआत में ही शादी का ज़िक्र करने से सामने वाला व्यक्ति डर सकता है। आपको समझना होगा कि हर कोई विषय पर चर्चा करने के लिए तैयार नहीं होता है। शादी एक बड़ा फैसला है जिसे गंभीर विचार की ज़रूरत है। लोगों को इस पर निर्णय लेने में सालों लग जाते हैं। आपको अपनी शादी का प्लान बताने से पहले अपने पार्टनर और उनके डर को समझना पड़ेगा। उनसे बेशक भविष्य के बारे में सवाल पूछें लेकिन सीधे शादी की बात ना उताएँ। अगर वो कम्फर्टेबल होंगे तो भविष्य के बारे में बताते समय शादी के प्लानिंग भी बता ही देंगे।
2. पास्ट रिलेशनशिप्स
बेशक आप अपने पास्ट रिलेशनशिप के बारे में बात कर सकते हैं, ये बता सकते हैं कि आप क्यों अलग हुए लेकिन रिलेशनशिप की शुरुआत होते ही इस विषय पर बार-बार चर्चा न करें। इससे गलत संकेत जा सकता है कि आप लगातार पार्टनर की तुलना अपने एक्स से कर रहे हैं। ये भी हो सकता है कि आपके पार्टनर की रिलेशनशिप हिस्ट्री अच्छी ना रही हो और वो इसके बारे में बात न करना चाहते हों इसलिए उन्हें किसी भी प्रकार से मजबूर ना करें। आपको एक बार में अपने सारे रिलेशनशिप्स के बारे में बताकर या उनसे उनके पास्ट के बारे में पूछ कर उन्हें ऑकवर्ड सिचुएशन में डालने की ज़रूरत नहीं है। आप धीरे-धीरे आपकी बातचीत के दौरान इन टॉपिक्स पर बात करना शुरू करें।
3. सेक्शुअल फ़ैन्टसीज़
आपके पास कई प्रकार की सेक्शुअल फ़ैन्टसीज़ हो सकती हैं लेकिन ऐसी व्यक्तिगत बातों को शेयर करने में सक्षम होने के लिए, आपको पार्टनर पर विश्वास करने की ज़रूरत है। यह न केवल आपके रोमांस, बल्कि आपकी सेक्शुअल कंपैटिबिलिटी पर भी असर डाल सकता है। सुनिश्चित करें कि आपकी फ़ैन्टसीज़ उन्हें डरा ना दे। यह विषय तब उठना चाहिए जब आपके पार्टनर भी उतने ही खुले हुए हों जितना कि आप हैं। जब तक आप एक दूसरे को लंबे अच्छे से नहीं जान लेते तब तक इस विषय पर बात करना कम्फ़रटेबल नहीं होगा और आगे चल के आपको पछतावा हो सकता है।
4. सैलेरी
यह ऐसी चीज है जिस पर आपको चर्चा करने से बचना चाहिए। यदि संभव हो तो इसे तब तक के लिए टालें जब तक पार्टनर ख़ुद इस विषय पर बात न करना चाहें। आप जो कमाते हैं, उसके नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं और जब आप ऐसा कुछ पूछते हैं, पार्टनर आपको मैनरलेस समझ सकते हैं। ये विषय शुरुआत में ही नहीं उठाना चाहिए। हो सकता है आपके पार्टनर दबाव में आके अपनी कमाई बता दें लेकिन उसके बाद शर्मिंदगी महसूस करें।
5. लिव इन रिलेशनशिप
आपके लिए कुछ दिनों या महीनों के रिलेशनशिप के बाद लिव इन में रहना आसान हो सकता है , लेकिन अगर आप एक-दूसरे को अच्छी तरह से नहीं जानते हैं, तो यह संभव है कि आपके पार्टनर इस विषय में जल्दबाज़ी ना करना चाहते हों। सबसे पहले ये पता करें कि जब आप दोनों मिलते हैं या लंबे समय के लिए बाहर घूमने जाते हैं तो एक दूसरे के साथ कितने कम्फ़रटेबल होते हैं। जब आप इस व्यक्ति के आस-पास हों तो क्या आप आराम से रह पाते हैं? यह सब सोच कर ही इस विषय पर चर्चा करिए। आपको अपना स्पेस और यहां तक कि अपना सामान भी शेयर करना पड़ेगा इसलिए पहले से तैयार रहें।
ये थे relationship ki shuruaat me avoid karne wale topics