कुछ लोगों में कमिटमेंट फोबिया होता है जिसकी वजह से वो या तो सिंगल रहना पसंद करते हैं या रिलेशनशिप में हो कर भी खुश नहीं रह पाते। कई बार तो ये फोबिया ही रिलेशनशिप खत्म करने का कारण बनता है। रिलेशनशिप का फोबिया ओवरकम करना एक मुश्किल काम है, लेकिन ये इम्पॉसिबल नहीं है। अगर आप इसपर वर्क करें तो आपका ये डर खत्म हो सकता है और आपके रिलेशनशिप एक्सपीरिएंसेस बेहतर हो सकते हैं। relationship phobia overcome karne ke tareeke.
पढ़िये रिलेशनशिप फोबिया ओवरकम करने के तरीके -
1. अपने डर को पहचानिए
याद करिए कि ऐसा क्या हुआ था जिससे आपके मन में रिलेशनशिप को लेकर डर बैठ गया। क्या वो आपकी फ़ैमिली का प्रेशर था? या पिछले रिलेशनशिप्स का बुरा एंड? जो भी कारण रहा हो, उसे फेस करिए और ख़ुद को ऐसी सिचुएशन्स के लिए तैयार करिए, ताकि अगली बार कोई समस्या हो तो आप बेहतर तरीके से उसे हैंडल कर सकें।
अपने इमोशन्स से डील करना सीखिये जिससे कि आप बुरे से बुरे हालातों का भी आसानी से सामना कर सकें। हर किसी के मन में डर होते हैं, लेकिन डर से भागना किसी समस्या का समाधान नहीं होता। आपको अपने डर पर जीत हासिल करनी होगी।
2. रिस्क लेना होगा
रिलेशनशिप्स को हेल्दी बनाने के लिए हार्ड वर्क करना पड़ता है लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं होती कि कोई भी रिलेशनशिप पर्फेक्ट बन पाएगा या नहीं इसलिए बोल्ड बनकर रिस्क लीजिए। इस तथ्य को एक्सेप्ट करिये कि बहुत क़ोशिशें करने पर भी रिलेशनशिप्स फेल हो सकते हैं, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप रिलेशनशिप के नाम से ही डरने लगें। अगर आप रिस्क ही नहीं लेंगे तो एक अच्छा पार्टनर पाने का चांस हमेशा के लिए खो देंगे और बाद में केवल पछतावा रह जाएगा।
3. रियलिस्टिक एक्सपेक्टेशन्स रखिये
जो लोग रिलेशनशिप फोबिक होते हैं, उनका सबसे बड़ा डर यही होता है कि उनकी एक्सपेक्टेशन्स कभी पूरी नहीं होंगी और अंत में केवल उनका दिल दुखेगा। यही कारण है कि आप रिलेशनशिप अवॉइड करने लगते हैं। आपको समझना होगा कि 'आइडियल रिलेशनशिप' जैसा कुछ नहीं होता, ये बस एक मिथ्या है। दो लोग एक दूसरे से जितना भी प्यार करें, आपस में लडाइयाँ होना और किसी न किसी की फीलिंग्स हर्ट होना आम बात है।
यदि आप रिलेशनशिप में हैं तो हर्ट होना स्वभाविक है, लेकिन अच्छी बात ये है कि यदि इन बुरी परिस्थियों के बाद भी आप अलग नहीं होते तभी आपका बॉन्ड काफ़ी मज़बूत होगा। रिलेशनशिप में कभी भी अनरियलिस्टिक एक्सपेक्टेशन्स मत रखिये, रियलिटी को एक्सेप्ट कीजिए।
4. ओवरथिंकिंग का कोई फ़ायदा नहीं
ओवरथिंकिंग से आप परेशान तो होते ही हैं, इससे आपकी डिसीज़न मेकिंग पर भी बुरा असर पड़ता है। आप किसी चीज़ के बारे में ज़रूरत से ज़्यादा सोच लेते हैं और फ़िर अपनी इमैजिनेशन के बेसिस पर गलत और बेमतलब के फै़सले ले लेते हैं इसलिए ओवरथिंकिंग अवॉइड करिये। किसी भी फै़सले में अपने दिल और दिमाग का इस्तेमाल करिए, डर के बेसिस पर फै़सले मत लीजिये।
5. पार्टनर से शेयर करिए
यदि आपको लगता है कि आपके पार्टनर आपको समझते हैं तो उनसे अपना डर शेयर करिए। हो सकता है कि वो आपकी मदद कर सकें। साथ ही उन्हें पता चलेगा कि आप जैसे हैं वैसे क्यों हैं और वो आपको सपोर्ट कर सकेंगे। आप बता सकते हैं कि आपको किन बातों से समस्या होती है, ताकि वो ऐसी बातें अवॉइड कर सकें। बस अपनी बात को इस तरह से रखियेगा कि उन्हें इसमें अपनी गलती नज़र ना आये और वो बेकार में आपके डर का ब्लेम ख़ुद पर ना लेने लगें। उनसे अपनी प्रॉबलम इस अंदाज़ में बताइये कि उन्हें आपके मन में उनके लिए परवाह और खोने का डर दिखे।
6. प्रेसेंट में जीना सीखिए
आपके पास्ट में जो कुछ भी हुआ या फ्यूचर में जो होने वाला है, उसकी चिंता में अपना आज खराब मत करिए। पास्ट में जो होना था वो हो चुका, उससे सीख लेकर आगे बढ़ जाइए और फ्यूचर में क्या होगा ये आप नहीं जान सकते इसलिए उसकी फ़िक्र भी छोड़ दीजिए। अपने प्रेसेंट को इंजॉय करने की कोशिश करिये, एक-एक मूमेंट का पूरा आनंद लीजिये। आप जितना ज़्यादा आज में जियेंगे, उतना ही आपके रिलेशनशिप पर इसका पॉज़िटिव असर होगा।
ये थे relationship phobia overcome karne ke tareeke। यदि आपको फ़िर भी समस्या आ रही है तो आप प्रोफ़ेशनल की मदद ले सकते हैं।