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सेक्स के बाद ब्लीडिंग क्यों होती है
इर्रेगुलर वजाइनल ब्लीडिंग और वो भी खासतौर कर सेक्स के बाद कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में आपको सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। अगर आपको वजाइनल ब्लीडिंग मेनोपॉज़ के बाद हो रही है तो इसका मतलब आपको यूटेराइन कैंसर भी हो सकता है।
जब आप बहुत वीगोरस सेक्स करते हैं तो आपकी वजाइना में छोटे-मोटे कट्स और स्क्रैप्स हो सकते हैं। ये वजाइनल टेयरींग मेनोपॉज़ के बाद ज़्यादा होती है क्योंकि आपकी वजाइना तब ज़्यादा ड्राई रहती है। इसलिए कोशिश करें की आप ज़्यादा वीगोरस सेक्स ना करें।
ऐसे कई तरह के इन्फेक्शन होते हैं जिससे आपके वजाइना के टिशूज में इंफ्लमैशन हो जाता है। ये इंफ्लमैशन आपके वजाइना में ब्लीडिंग कर सकता है। ऐसे कुछ इन्फेक्शन्स हैं पेल्विक इन्फ्लैमटॉरी डिजीज, सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन, सर्विसिटिस और वजायनिटिस। इसलिए हमेशा सेक्स के दौरान प्रोटेक्शन का यूज़ करें।
वजाइना में ड्राईनेस ज़्यादातर मेनोपॉज़ के वजह से ही होती है। इसके अलावा अगर आप ब्रेस्टफीड करवा रही हैं, कीमोथेरेपी करवा चुकी हैं, बिना स्टिमुलेशन के इंटरकोर्स कर रही हैं या फिर केमिकल वाले हाइजीन प्रोडक्ट्स यूज़ कर रही हैं तो आपको वजाइना में ड्राईनेस हो सकती है।
ये कंडीशन मेनोपॉज़ और ओवरीज़ हटवा चुकी महिलाओं में ज़्यादा पाया जाता है। ये सिंड्रोम आपकी उम्र के साथ ज़्यादा बढ़ता जाता है। इसका डायरेक्ट लिंक आपके एस्ट्रोजन लेवल्स से रहता है इसलिए वक़्त के साथ आपको गेनिटोयूरिनरी सिंड्रोम ज़्यादा फील होता है।
ये सार्वजनिक रूप से एकत्रित जानकारी है। यदि आपको कोई विशिष्ट सलाह की ज़रूरत है तो आप डॉक्टर से परामर्श लें। सेक्स के बाद ब्लीडिंग क्यों होती है
सेक्स के बाद ब्लीडिंग क्यों होती है ? हो सकते है ये 5 कारण :
कैंसर के लक्षण हो सकते है
इर्रेगुलर वजाइनल ब्लीडिंग और वो भी खासतौर कर सेक्स के बाद कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में आपको सर्वाइकल कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। अगर आपको वजाइनल ब्लीडिंग मेनोपॉज़ के बाद हो रही है तो इसका मतलब आपको यूटेराइन कैंसर भी हो सकता है।
वजाइनल टेयरींग
जब आप बहुत वीगोरस सेक्स करते हैं तो आपकी वजाइना में छोटे-मोटे कट्स और स्क्रैप्स हो सकते हैं। ये वजाइनल टेयरींग मेनोपॉज़ के बाद ज़्यादा होती है क्योंकि आपकी वजाइना तब ज़्यादा ड्राई रहती है। इसलिए कोशिश करें की आप ज़्यादा वीगोरस सेक्स ना करें।
इन्फेक्शन्स की भी होती है सम्भावना
ऐसे कई तरह के इन्फेक्शन होते हैं जिससे आपके वजाइना के टिशूज में इंफ्लमैशन हो जाता है। ये इंफ्लमैशन आपके वजाइना में ब्लीडिंग कर सकता है। ऐसे कुछ इन्फेक्शन्स हैं पेल्विक इन्फ्लैमटॉरी डिजीज, सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इन्फेक्शन, सर्विसिटिस और वजायनिटिस। इसलिए हमेशा सेक्स के दौरान प्रोटेक्शन का यूज़ करें।
वजाइनल ड्राईनेस
वजाइना में ड्राईनेस ज़्यादातर मेनोपॉज़ के वजह से ही होती है। इसके अलावा अगर आप ब्रेस्टफीड करवा रही हैं, कीमोथेरेपी करवा चुकी हैं, बिना स्टिमुलेशन के इंटरकोर्स कर रही हैं या फिर केमिकल वाले हाइजीन प्रोडक्ट्स यूज़ कर रही हैं तो आपको वजाइना में ड्राईनेस हो सकती है।
गेनिटोयूरिनरी सिंड्रोम ऑफ़ मेनोपॉज़
ये कंडीशन मेनोपॉज़ और ओवरीज़ हटवा चुकी महिलाओं में ज़्यादा पाया जाता है। ये सिंड्रोम आपकी उम्र के साथ ज़्यादा बढ़ता जाता है। इसका डायरेक्ट लिंक आपके एस्ट्रोजन लेवल्स से रहता है इसलिए वक़्त के साथ आपको गेनिटोयूरिनरी सिंड्रोम ज़्यादा फील होता है।
ये सार्वजनिक रूप से एकत्रित जानकारी है। यदि आपको कोई विशिष्ट सलाह की ज़रूरत है तो आप डॉक्टर से परामर्श लें। सेक्स के बाद ब्लीडिंग क्यों होती है