नींबू के 5 साइड-इफेक्ट्स -नींबू (lemon ) एक साइट्रस फ़ूड है इसके रस में विटामिन सी मौजूद होता है , जो स्किन ब्राइटनेस में हेल्प करता है।नींबू का इस्तेमाल कई ब्यूटी ट्रीटमेंट और घरेलु नुस्खे में भी किया जाता है। लेकिन की आपने कभी सोचा है कि नींबू से हमारी स्किन पर साइड -इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।
1.स्किन में होती है irritation और जलन
पहले भी बताय जा चूका है कि नींबू साइट्रस फल है यानि की इसमें सिट्रिक एसिड पाया जाता है। चेहरे पर नींबू के रस को ज्यादा quantity में लगाने स्किन डैमेज से irritition और जलन होने लगती है। हमारी चेहरे की स्किन शरीर के किसे भी हिस्से से ज्यादा sensitive होती है। अगर नींबू के रस को डायरेक्ट स्किन पर अप्लाई करते हैं तो इससे एसिड का कांटेक्ट स्किन से होता है जो कि हमारी स्किन के लिए बहुत नुकसानदेह है।नींबू के 5 साइड-इफेक्ट्स
2.चेहरे पर डिस्कलरेशन बढ़ जाता है
नींबू के रस को कई बार स्किन ब्राइटनेस के लिए यूज़ किया जाता है। लेकिन घरेलु नुस्खे में नींबू के साथ हमेशा एलोवेरा ,बेसन या मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल किया जाता है। इससे नींबू की एसिडिटी कम हो जाती है। लेकिन अगर आप नींबू को अपनी स्किन पर डायरेक्ट लगाए तो वो स्किन ब्राइट करने की बजाये जगह जगह चेहरे को डिस्कलर कर देती है। चेहरे पर झाइयां पड़ जाती हैं और चेहरा कही गोरा कही कला दिखाई देता है।
3.सनबर्न का है खतरा नींबू के 5 साइड-इफेक्ट्स
एसिड का स्किन पर रिएक्शन ज्यादा हो या काम लेकिन नींबू का रस ज्यादा मात्रा में लगाने से स्किन डैमेज तो होती ही है साथ ही स्किन सेंसिटिव हो जाती है। स्किन सेंसिटिव इतनी होती है की धुप में जाने से आपको सनबर्न की प्रॉब्लम हो सकती है। UVरेज़ और डायरेक्ट सनलाइट स्किन पर रियेक्ट करके रेडनेस और स्पॉट्स क्रिएट कर देती है।
4.फेस हो जाता है ड्राई
स्किन और चेहरे पर ज्यादा ammount में लेमन जूस का इस्तेमाल स्किन के एक्स्ट्रा आयल के साथ essential -oils भी निकाल लेता है। इसका साइड इफ़ेक्ट ये होता है कि स्किन हद से ज्यादा ड्राई और पैची होजाती है।नींबू के 5 साइड-इफेक्ट्स
5.बढ़ सकते हैं एक्ने स्पॉट्स
नींबू का एसिडिक नेचर महिलाओं में uneven -tone की परेशानी तो खड़ी करता ही है साथ ही ज्यादा लेमन जूस लेन से एक्ने बढ़ जाते हैं। ऐसा इसीलिए होता है क्युकी लेमन जूस में एसिड होता है। ये एसिड ताज़ा या नाजुक पिम्पल को फोड़ देता है और पिम्पल से डर्ट बहार स्किन पर लग जाता है जिससे और पिम्पल होने के चान्सेस होते हैं। पिम्पल का दाग वैसा का वैसा ही रह जाता है।