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| STD के लक्षण
आपको जान कर हैरानी होगी कि 2015 – 2016 national family health survey के अनुसार 15 से 19 साल कि 7.8% महिलाएं या तो प्रेग्नेंट हैं या माँ बन चुकी हैं। इसके अलावा यह रिपोर्ट ये भी कहती है कि इंडिया में हर साल 6% एडल्ट पापुलेशन को sexually transmitted diseases होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत में कंट्रासेप्शन और सेफ सेक्स के बारें में जानकारी हासिल करना मुश्किल है।आइये जानते है सेक्स से होने वाली बिमारियों के लक्षण के बारे में :
1 सेक्स या urination करते टाइम दर्द या discomfort होना।
2 पेनिस , टेस्टिकल्स, anus , buttocks , thighs, या मुँह पर या उसके आस पास घाव या छाले।
3 पेनिस से असामान्य डिस्चार्ज या खून आना।
1 सेक्स या urination करते टाइम दर्द या discomfort होना।
2 वजाइना, anus , buttocks , thighs, या मुँह पर या उसके आस पास घाव या छाले ।
3 वजाइना से असामान्य डिस्चार्ज या खून आना।
4 वजाइना के अंदर या आस पास खुजली होना।
1 ह्यूमन पेपिलोमावायरस (Human papillomavirus, HPV)
2 गोनोरिया (gonorrhea )
3 क्लैमिडिया (chlamydia)
4 जेनिटल हर्पीज़ (genital herpes)
1 हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A)
2 गोनोरिया (gonorrhea )
3 हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B)
4 क्लैमिडिया (chlamydia)
5 हर्पीस (simplex)
6 ह्यूमन पेपिलोमावायरस (Human papillomavirus, HPV)
7 सिफलिस (Syphilis)
बहुत से लोग किसी भी लक्षण का अनुभव किए बिना एक एसटीआई कॉन्ट्रैक्ट कर सकते हैं। इसका मतलब है कि अगर आप इन्फेक्शन को रोकना चाहते हैं तो सेफ सेक्स करना बहुत ही ज़रूरी है।
इस आर्टिकल में हमने सेक्स से होने वाली बिमारियों के लक्षण के बारे में जाना।
आपको जान कर हैरानी होगी कि 2015 – 2016 national family health survey के अनुसार 15 से 19 साल कि 7.8% महिलाएं या तो प्रेग्नेंट हैं या माँ बन चुकी हैं। इसके अलावा यह रिपोर्ट ये भी कहती है कि इंडिया में हर साल 6% एडल्ट पापुलेशन को sexually transmitted diseases होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत में कंट्रासेप्शन और सेफ सेक्स के बारें में जानकारी हासिल करना मुश्किल है।आइये जानते है सेक्स से होने वाली बिमारियों के लक्षण के बारे में :
पुरुषों में Sexually Transmitted Diseases (STD) के लक्षण :
1 सेक्स या urination करते टाइम दर्द या discomfort होना।
2 पेनिस , टेस्टिकल्स, anus , buttocks , thighs, या मुँह पर या उसके आस पास घाव या छाले।
3 पेनिस से असामान्य डिस्चार्ज या खून आना।
महिलाओं में Sexually Transmitted Diseases (STD) के लक्षण :
1 सेक्स या urination करते टाइम दर्द या discomfort होना।
2 वजाइना, anus , buttocks , thighs, या मुँह पर या उसके आस पास घाव या छाले ।
3 वजाइना से असामान्य डिस्चार्ज या खून आना।
4 वजाइना के अंदर या आस पास खुजली होना।
कुछ sexually transmitted diseases ऐसी भी होती हैं जिनके कोई भी लक्षण नहीं होते। लेकिन अगर आपको उनके बारे में जल्द ही ना पता चला तो आप infertility के शिकार भी हो सकते हैं।
महिलाओं में ज़्यादातर होने वाली Sexually Transmitted Diseases (STD) :
1 ह्यूमन पेपिलोमावायरस (Human papillomavirus, HPV)
2 गोनोरिया (gonorrhea )
3 क्लैमिडिया (chlamydia)
4 जेनिटल हर्पीज़ (genital herpes)
पुरुषों में ज़्यादातर होने वाली Sexually Transmitted Diseases (STD) :
1 हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A)
2 गोनोरिया (gonorrhea )
3 हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B)
4 क्लैमिडिया (chlamydia)
5 हर्पीस (simplex)
6 ह्यूमन पेपिलोमावायरस (Human papillomavirus, HPV)
7 सिफलिस (Syphilis)
Sexually Transmitted Diseases (STD) को कैसे रोके ?
बहुत से लोग किसी भी लक्षण का अनुभव किए बिना एक एसटीआई कॉन्ट्रैक्ट कर सकते हैं। इसका मतलब है कि अगर आप इन्फेक्शन को रोकना चाहते हैं तो सेफ सेक्स करना बहुत ही ज़रूरी है।
इस आर्टिकल में हमने सेक्स से होने वाली बिमारियों के लक्षण के बारे में जाना।