Symptoms Of Skin Cancer: स्किन के कैंसर ऐसे कैंसर हैं जो स्किन से ही जेनेरेट होते हैं। वे स्किन सेल्स की अबनॉर्मल ग्रोथ की वजह से होते हैं जिनमें अटैक करने या बाकि बॉडी पार्ट्स में फैलने की एबिलिटी होती है। स्किन कैंसर के 90% से ज़्यादा मामले सूरज से आने वाली यूवी रेज़ के संपर्क में आने की वजह से होते हैं। यह एक्सपोज़र स्किन कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।
Symptoms Of Skin Cancer: स्किन कैंसर के लक्षण
स्किन कैंसर के कई तरह के लक्षण होते हैं। इनमें स्किन में बदलाव होना शामिल हैं जो ठीक नहीं होते हैं, स्किन में अल्सर, डल हो चुकी स्किन और तिल का बढ़ना।
1. बेसल-सेल स्किन कैंसर
बेसल-सेल स्किन कैंसर आमतौर पर सिर, गर्दन या कंधों की स्किन, जो सूरज के एक्सपोज़र आयी हो, उस पर उभरी हुई, चिकनी, मोती जैसी गांठ की तरह दिखता है। इस ट्यूमर में कभी कभी छोटी ब्लड वेसल्स को देखा जा सकता है। इस तरह के स्किन कैंसर में अक्सर क्रस्टिंग और ब्लीडिंग होती है। यह स्किन कैंसर सबसे कम डेडली होता है, और प्रॉपर ट्रीटमेंट ले कर पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है।
2. स्क्वैमस-सेल स्किन कैंसर
स्क्वैमस-सेल स्किन कैंसर आमतौर पर सूरज के संपर्क में आने वाली स्किन पर एक लाल, स्केलिंग, मोटा पैच होता है। कुछ सख्त नोड्यूल्स और केराटोकेन्थोमास जैसे डोम की शेप के होते हैं। अल्सर और ब्लीडिंग हो सकती है। जब इस कैंसर का इलाज नहीं किया जाता है, तो यह बहुत ज़्यादा डेवेलप हो सकता है। स्क्वैमस-सेल दूसरा सबसे आम स्किन कैंसर है। यह खतरनाक है, लेकिन मेलेनोमा जितना खतरनाक नहीं है।
3. मेलेनोमा
ज़्यादातर मेलेनोमा में भूरे से काले रंग तक कई रंग होते हैं। कुछ मेलेनोमा गुलाबी या लाल रंग के हो सकते हैं। इन्हें एमेलानोटिक मेलेनोमा कहा जाता है और ये ज़्यादा खतरनाक होते हैं। बहुत सीरियस मेलेनोमा के वार्निंग साइन्ज़ में एक तिल की शेप, साइज़, रंग या हाइट में बदलाव शामिल है। इसके और लक्षण दर्द, खुजली, अल्सरेशन, साइट के चारों ओर लाली, या साइट पर खून बहने के दौरान एक नए तिल का आना हैं।
4. मेर्केल सेल कार्सिनोमा
मेर्केल सेल कार्सिनोमा अक्सर तेजी से बढ़ने वाले, नॉन-टेंडर रेड, बैंगनी या स्किन के रंग के धब्बे होते हैं जो दर्दनाक या खुजली वाले नहीं होते हैं। उन्हें गलती से सिस्ट या किसी और टाइप का कैंसर समझा जा सकता है।