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जानिये इंडियन पेरेंट्स द्वारा अपनी बेटी को शादी से पहले कही जानेवाली बातें

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Swati Bundela
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शादी बेटी : हर लड़की के शादी को लेकर बहुत सारे अरमान होते हैं। शादी लाइफ का बहुत बड़ा डिसीजन होता है जिसे बहुत सोच समझकर लिया जाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार शादी के समय हर लड़की के अंदर बहुत सारी बेचैनिया होती हैं और डर भी लगता है। लड़की की फॅमिली का इस समय बहुत बड़ा रोल होता है। उन्हें लड़की को समझना चाहिए और उसके डर को काम करना चाहिए। पर इंडियन घरों में यह नहीं होता। शादी से पहले खासतौर पर लड़कियों को बहुत सारी हिदायतें दी जाती हैं और उन्हें शादी के बाद ससुराल जाने पर बहुत सारी हिदायते दी जाती है। हमारे देश में भी यह कमाल का रिवाज़ है लड़कों को
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शादी के  वक़्त कोई कुछ नहीं समझाता, लड़कियों को सब हिदायते देते हैं।  हर कोई लड़कियों को मुफ्त की सलाह देता रहता है। आज हम बात करेंगे कुछ ऐसी बातों के बारे में जो भारतीय माता-पिता अपनी बेटियों को कहते हैं उनकी शादी से पहले।

जानते हैं ऐसी बातें जो इंडियन माता-पिता अपनी बेटियों से कहते हैं उनकी शादी से पहले।





  1. शादी के बाद अब वही तुम्हारा घर है - जहाँ एक लड़की इतने साल रही शादी के बाद एक पल में उसके माता-पिता उसे पराया कर देते हैं। यह बिलकुल गलत है बल्कि माता -पिता को यह कहना चाहिए की अब तुम्हारे दो घर है और दोनों में ही तुम खूब खुश रहो।


  2. हमारी इज़्ज़त ख़राब मत करना - जिस घर में एक बड़ी बचपन से रही, वहाँ पैदा हुई, वहीँ पली-बड़ी हुई उसे पल में ही इज़्ज़त की दुहाई दे दी जाती है।जहाँ वो इतने साल रही उसने अपनों को इज़्ज़त ही दिलवाई और आपका सम्मान किया है तो आगे भी वो यही करेगी।


  3. वहाँ जाकर ऐसे रहना वैसे रहना -यह सेंटेंस बिलकुल गलत है। हमें अपनी बेटी को बल्कि यह कहना चाहिए की वहाँ जाकर भी सभी से मिल-जुलकर रहना।


  4. तुम पराया धन हो -जिस घर में एक लड़की का जन्म हुआ, वो बड़ी हुई , जहाँ उसने इतने साल बिताये, वहाँ वो परायी ही रही। लड़की को शादी से पहले कहा जाता है की एक दिन तुम्हे पराये घर जाना है और शादी के बाद उसे कहा जाता है की तुम पराये घर से आयी हो। ज़िंदगी भर एक लड़की इस उलझन में जीती है की उसका अपना घर कोन-सा है। अपनी बेटी को खूब प्यार दीजिये और उसे ऐस एहसास मत दिलाइये।


  5. तुम्हे ही कोम्प्रोमाईज़ करना पड़ेगा - हर रिश्ते में दोनों तरफ से झुकाव होना ज़रूरी होता है। एक तरफ से ही झुकाव बिलकुल सही नहीं होता है। हर माता -पिता को अपनी बेटी को यह समझाना चाहिए की झुकना या कोम्प्रोमाईज़ करना बिलकुल भी गलत नहीं है पर हर यह तुम्हारी तरफ से हो ज़रूरी नहीं।


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