Possesive Partners: रिश्ते में जलन, पार्टनर को लेकर इन्सेक्युरिटीज़, पार्टनर पर अधिकार की भावना आती है। कुछ लोगों के हिसाब से यह उनके प्यार जताने का तरीका होता है और काफी क्यूट और अडोरेबल लगता है पर कई बार पार्टनर का पोस्सेसिव होना डर और परेशानी का माहौल पैदा कर सकती है। यह अन्हेल्थी जैलिसी और टॉक्सिक पोस्सेसिवनेस्स की निशानी है जो रिश्ता ख़राब कर सकती है।
1. कैसे पहचाने
जब आपका पार्टनर आप को ज़्यादा अटेंशन दे, आपके प्रति जबरदस्त आकर्षण के कारण सीमाएं पार करे तो समझ लीजिए आप जुनूनी लवर व टॉक्सिक पोस्सेसिव पार्टनर को डेट कर रही है। वह आपको कंट्रोल करने की कोशिश करता है सिर्फ इसलिए कि वो आपसे प्यार करता है, गलत है।
2. ट्रीटमेंट
पोस्सेसिव बेहेवियर को हालांकि डिसॉर्डर नहीं माना गया है पर यह काफी खतरनाक हो सकता है ऐसे में डिसऑर्डर की जड़ तक जाकर उसका ट्रीटमेंट करना बेहतर विकल्प है। इसके लिए आप काउन्सलिंग, साइकोथेरेपी की मदद ले सकते है। जिसमें सबसे पहले उनके इमोशंस व बेहेवियर में बदलाव लाने में कोशिश की जाती है।
3. बात करें
अपने पार्टनर से कम्युनिकेट करें, उसे बताएं कि उनका पोस्सेस्सिव बेहेवियर आपको और इस रिश्ते को कैसे एफेक्ट कर रहा है। यह काम आपको बहुत ध्यान से करना होगा, क्योंकि इस बात से वह गुस्सा हो सकते है और फिर हालात बिगड़ सकते है। अपनी बात रखते समय लफ़्ज़ों पर कंसन्ट्रेट करें।
4. बाउंड्री तय करें
रिश्ते में सीमाएं तय करना कोई बुरी बात नहीं है। अगर अनकंफर्टेबल महसूस कर रहे है तो उन्हें बताकर सीमाओं को तय करें और साथ में बताएं जैलेसी होना बुरी बात नहीं है पर अत्यधिक पोस्सेसिव नेचर आपको इन्सेक्युर फील कराता है और दुखी भी करता है।
5. पेशेंस रखे
हर चीज़ बदलाव को अपनाने में समय लेती है, ऐसे में आपका पार्टनर बात समझकर कर बदलने की कोशिश कर रहा है तो उन्हें समय अवश्य दें, उन्हें सिचुएशन को हैंडल करने में मदद करें और हर कदम पर सपोर्ट करें। इमोशनल जर्नी काफी लंबी होती है और उतार चढ़ाव आते रहते है, रातों रात यह मुश्किल हल नहीं हो सकती है।