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हमारे पीरियड ब्लड का कलर हमारे शरीर और खासकर की हमारे हमारे रिप्रोडक्टिव सिस्टम के ऑर्गन्स के बारे में बहुत कुछ बता सकता है। नॉर्मली जब पीरियड्स के दौरान हमारे यूटेरस से ब्लड शेडिंग हमारे वजाइना के थ्रू होती है तो इस ब्लड का कलर ब्राइट रेड से ले कर डार्क ब्राउन तक हो सकता है। इस ब्लड का कलर इस बात पे डिपेंड करता है है की वो हमारे यूटेरस में कितने दिन से है। ये कलर्स हमारे हेल्थ के बारे में बहुत कुछ बता सकते हैं। जानिए क्या कहता है आपके पीरियड ब्लड का कलर:
अगर आपके पीरियड ब्लड का कलर ब्राइट रेड है तो इसका मतलब ये है की वो एक दम फ्रेश ब्लड है और आपका पीरियड फ्लो सही है। अपने मेंस्ट्रुअल साइकिल में अगर आपको असामान्य स्पॉटिंग दिखे तो इसका मतलब आपको कोई सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज जैसे की गोनोरिया है। ज़्यादा ब्राइट रेड कलर कभी सर्वाइकल कैंसर के वजह से भी हो सकता है।
अगर आपके पीरियड ब्लड का कलर ऑरेंज है तो इसका मतलब है की आपके ब्लड के साथ सर्वाइकल फ्लूइड मिक्स्ड है। ऐसी स्तिथि में आपको और भी लक्षण जैसे की वजाइना में इचिंग और ब्लड डिस्चार्ज की ख़राब स्मेल को ध्यान में रखना चाहिए। ये सारे लक्षण बैक्टीरियल वजायोनोसिस के सकते है।
पीरियड ब्लड के पिंक कलर होने का मतलब है की आपने बर्थ कण्ट्रोल पिल्स यूज़ किए हैं जो आपके शरीर के एस्ट्रोजन लेवल्स को घटा देता है। इसलिए आपको लाइट पीरियड्स होते है। सेक्सुअल इंटरकोर्स के कारण आपके वजाइना या सर्विक्स में छोटी- मोटी स्क्रैच आ सकती है। इन स्क्रैचेस से निकला हुआ ब्लड आपके सर्विक्स फ्लूइड के साथ मिक्स हो कर आपके पीरियड ब्लड को लाइट कर देता है।
ये कलर ये दर्शाता है की आपका पीरियड ब्लड काफी पुराना है। ऐसा पीरियड्स के शुरुवात और अंत में होना नार्मल है। ब्राउन ब्लड की स्पॉटिंग प्रेगनेंसी की एक अर्ली साइन भी हो सकती है। अगर आप सेक्सुअली एक्टिव है और आपको ब्राउन ब्लड की स्पॉटिंग होती है तो फिर आपको अपने गायनेकोलॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए।
ग्रे कलर का ब्लड डिस्चार्ज बैक्टीरियल वजायनोसिस का एक साइन हो सकता है। ऐसे कंडीशन में आपके वजाइना में अच्छे और बुरे बैक्टीरिया के बीच में इम्बैलेंस क्रिएट हो जाता है। प्रेगनेंसी के लेटर स्टेज में भी ग्रे स्पॉटिंग मिसकैरिज का भी लक्षण हो सकता है। अगर आपके पीरियड ब्लड का कलर ग्रे है तो फिर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
ब्लैक पीरियड ब्लड का मतलब है की वो आपके यूटेरस में बहुत पहले से है और ऑक्सीजन के साथ ऑक्सिडाएस होने के कारण वो ब्लैक हो चुका है। ये कलर कभी कभी वजाइना की ब्लॉकिंग को भी इंडीकेट कर सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना ही ज़रूरी है।
1. ब्राइट रेड कलर
अगर आपके पीरियड ब्लड का कलर ब्राइट रेड है तो इसका मतलब ये है की वो एक दम फ्रेश ब्लड है और आपका पीरियड फ्लो सही है। अपने मेंस्ट्रुअल साइकिल में अगर आपको असामान्य स्पॉटिंग दिखे तो इसका मतलब आपको कोई सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज जैसे की गोनोरिया है। ज़्यादा ब्राइट रेड कलर कभी सर्वाइकल कैंसर के वजह से भी हो सकता है।
2. ऑरेंज कलर
अगर आपके पीरियड ब्लड का कलर ऑरेंज है तो इसका मतलब है की आपके ब्लड के साथ सर्वाइकल फ्लूइड मिक्स्ड है। ऐसी स्तिथि में आपको और भी लक्षण जैसे की वजाइना में इचिंग और ब्लड डिस्चार्ज की ख़राब स्मेल को ध्यान में रखना चाहिए। ये सारे लक्षण बैक्टीरियल वजायोनोसिस के सकते है।
3. पिंक कलर
पीरियड ब्लड के पिंक कलर होने का मतलब है की आपने बर्थ कण्ट्रोल पिल्स यूज़ किए हैं जो आपके शरीर के एस्ट्रोजन लेवल्स को घटा देता है। इसलिए आपको लाइट पीरियड्स होते है। सेक्सुअल इंटरकोर्स के कारण आपके वजाइना या सर्विक्स में छोटी- मोटी स्क्रैच आ सकती है। इन स्क्रैचेस से निकला हुआ ब्लड आपके सर्विक्स फ्लूइड के साथ मिक्स हो कर आपके पीरियड ब्लड को लाइट कर देता है।
4. ब्राउन या डार्क रेड कलर
ये कलर ये दर्शाता है की आपका पीरियड ब्लड काफी पुराना है। ऐसा पीरियड्स के शुरुवात और अंत में होना नार्मल है। ब्राउन ब्लड की स्पॉटिंग प्रेगनेंसी की एक अर्ली साइन भी हो सकती है। अगर आप सेक्सुअली एक्टिव है और आपको ब्राउन ब्लड की स्पॉटिंग होती है तो फिर आपको अपने गायनेकोलॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए।
5. ग्रे कलर
ग्रे कलर का ब्लड डिस्चार्ज बैक्टीरियल वजायनोसिस का एक साइन हो सकता है। ऐसे कंडीशन में आपके वजाइना में अच्छे और बुरे बैक्टीरिया के बीच में इम्बैलेंस क्रिएट हो जाता है। प्रेगनेंसी के लेटर स्टेज में भी ग्रे स्पॉटिंग मिसकैरिज का भी लक्षण हो सकता है। अगर आपके पीरियड ब्लड का कलर ग्रे है तो फिर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
6. ब्लैक कलर
ब्लैक पीरियड ब्लड का मतलब है की वो आपके यूटेरस में बहुत पहले से है और ऑक्सीजन के साथ ऑक्सिडाएस होने के कारण वो ब्लैक हो चुका है। ये कलर कभी कभी वजाइना की ब्लॉकिंग को भी इंडीकेट कर सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना ही ज़रूरी है।