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Coronavirus Mu variant: इस कोरोना महामारी से सिर्फ भारत ही नहीं पूरा विश्व परेशान है। आए दिन कोरोनावायरस के कोई न कोई नए वेरिएंट सामने आते रहते है। अबतक SARS-CoV-2 सहित सभी कई वायरस, जो COVID-19 का कारण बने थे। इन वेरिएंट के बाद अब WHO ने एक नए वेरिएंट "Mu म्युटेशन" को लेकर चिंता जताई है।
Coronavirus Mu variant: जानिये कोरोनावायरस के इस नए वेरिएंट से जुड़ी ये 8 बातें
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोनावायरस के एक नए वेरिएंट "Mu" को एक चिंता का एक प्रकार (variant of concern) बताया है। इस वेरिएंट की पहचान पहली बार जनवरी में कोलंबिया में हुई थी।
- म्यू (Mu) को वैज्ञानिक रूप से B.1.621 के रूप में जाना जाता है। म्यू वेरिएंट में "म्यूटेशन का एक समूह है जो इम्यून सिस्टम को कमज़ोर करने के संभावित संकेत देता है।"
- इससे पहले भारत में अक्टूबर 2020 में डेल्टा वेरिएंट (बी.1.617.2), SARS-CoV-2 B.1.617 वंश को वेरिएंट ऑफ़ कंसर्न के रूप में चिन्हित किया था।
- WHO के मुताबिक़ Mu वेरिएंट पर वैक्सीन कितनी प्रभावी है, इस "Mu" वेरिएंट को अच्छे से समझने के लिए अभी आगे और रिसर्च की ज़रूरत है।
- नए वायरस म्यूटेशन के उभरने पर व्यापक चिंता के रूप में देखा जा रहा है। आगे आने वाले दिनों में इस वेरिएंट से COVID-19 मामलों में घातक वृद्धि होने का अंदाज़ा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक वैश्विक स्तर पर एक बार फिर संक्रमण बढ़ रहा है।
- WHO ने चेतावनी दी है कि इस नए वेरिएंट से गंभीर बीमारी होने का अंदेशा है, खासकर बिना टीकाकरण वाले लोगों को।
- WHO ने उन क्षेत्रों पर भी चिंता जताई है जहां एंटी-वायरस उपायों में ढील दी गई है। वायरस के लगातार म्युटेशन बदलने से इसके नए वेरिएंट से प्रभावित होने की उम्मीद है और ये आसानी से फ़ैल सकता है।
- यही नहीं इससे होने वाली बीमारियों पर टीके दवाएं तथा अन्य ऑप्शन मुश्किल से काम करेंगे।
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