India में Surrogacy
- हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म Mimi सरोगेट मदर और Surrogacy जैसे सेंसिटिव मुद्दे को उठती हुई नज़र आयी।surrogacy के इस कांसेप्ट को आम भाषा में 'किराए कि कोख' भी कहा जाता है। surrogacy पूरी तरह साइंटिफिक तरीका है जिस से उन कपल्स को पेरेंट्स बनाने का मौका मिलता है जो मेडिकल कारणों की वजह से कभी माँ -बाप नहीं बन सकते।
सरोगेट मदर वो महिला होती है जो एक एग्रीमेंट के अंदर रहकर किसी कपल के बच्चे को अपनी कोख में रखती है और बच्चे के पैदा होने के बाद उस कपल को दे देती है। इस प्रोसेस में मेल पैरेंट के स्पर्म को अदर फीमेल कि ओवरीज़ से फ्यूज करके , तैयार एम्ब्रियो को सुरोगटे मदर के वॉम्ब यानि कि बच्चेदानी में प्लेस कर दिया जाता है। अब इसके बाद सबसे इम्पोर्टेन्ट होता है सरोगेट मदर और कपल के बीच का एग्रीमेंट। इस एग्रीमेंट के तहत बेबी की डेलिवरी के बाद सरोगेट मदर का बेबी पर कोई हक़ नहीं बनता और वो बच्चे को कपल को सौंप देती है।
India में Surrogacy को लेकर बहुत से laws
India में surrogacy को लेकर बहुत से laws बने। ऐसा इसीलिए हुआ क्यों की surrogacy जैसे मेडिकल प्रोसीजर का फायदा उठाने के लिए सरोगेट मदर को ख़रीदा जाने लगा , इससे प्रोस्टीटूशन का खतरा भारत में लगातार तेज़ी पकड़ने लगा साथ ही कुछ ऐसे विवाद भी सामने आये जिसमें देखा गया है कि अगर बच्चा विकलांग हो या डिसएबल पैदा हुआ तो इच्छुक पैरेंट उसे लेने से मना कर देते थे इसकी वजह से कई बार सरोगेट मदर एबॉर्शन का सहारा लेने लगी और India की Foeticide रेट में इजाफा होने लगा। इस ह्यूमन वॉयलेशन को रोकने के लिए India की health and welfare ministry ने 2019 में 'The Surrogacy (regulation) bill' पारित किया जिसमें कमर्शियल surrogacy को India में पूरी तरह से बैन कर दिया गया।
कमर्शियल Surrogacy और Altruistic (self-less) surrogacy में अंतर
वैसे तो surrogacy के दो एक दूसरे से बिलकुल अलग चेहरे हैं- कमर्शियल surrogacy और altruistic surrogacy. कमर्शियल surrogacy में सरोगेट मदर को इच्छुक कपल बहुत बड़ी रकम देता है। ये एक तरीके से बच्चे की कीमत होती है जो सरोगेट मदर्स लेती है।वहीं दूसरी तरफ altruistic surrogacy में सरोगेट मदर को मेडिकल एक्सपेंसेस के अलावा और किसी भी तरह की मनी प्रोवाइड नहीं की जाती है। ये surrogacy पूरी तरह से legal होती है और इसमें किसी भी तरह की ह्यूमन एक्सफ्लोइटेशन की कोई गुंजाईश नहीं होती। ज्यादातर altruistic surrogacy में पाया गया है की सरोगेट मदर कपल की रिस्तेदार या करीबी होती है। इस तरीके की surrogacy में किसी तरह का मनी रिलेटेड एग्रीमेंट जरुरी नहीं होता है। India में surrogacy
कमर्शियल Surrogacy है बैनIndia में surrogacy
इंडिया में surrogacy को लेकर बहुत से विवाद हमेशा सामने आते रहें है। ये सब से रोकने के लये भारत सरकार और इंडियन हेल्थ एंड वेलफेयर मिनिस्ट्री को surrogacy के इस कॉसेप्ट लिए शख्त कानून बनाये । पिछले कुछ सालों में विदेशी कपल्स जो माँ-बाप नहीं बन सकते वो अपने बच्चे के लये सरोगेट मदर्स की तलाश में इंडिया आते रहे हैं। इन विदेशी लोगों ने गैरकानूनी तरीके से लड़कियों की खरीद फरोख्त में हिस्सा लिया और सरोगेट मदर के लिए प्रोस्टीटूशन को बढ़ावा भी दिया।
गरीब तबके की लड़कियों को पैसे का लालच देकर surrogacy की प्रक्रिया कराई गयी। धोखाधड़ी के केसेस भी लगातार बढ़ते रहें हैं जिस के कारण कमर्शियल surrogacy को इंडिया में बैन कर दिया गया है। surrogacy regulation bill के मुताबिक सरोगेट मदर को मेडिकल एक्सपेंसेस के अलावा किसी भी तरह की रकम देना गैरकानूनी है। ऐसा करते हुए पाए जाने वाले कपल और सरोगेट मदर दोनों को ही को कड़ी से कड़ी सजा के प्रावधान भारतीय कंस्टीटूशन में बनाये गए है।India में surrogacy