World Suicide Prevention Day 2021: दुनियाभर में कोरोना और लॉकडाउन के बाद लोगों में डिप्रेशन और उदासी छा गई। कुछ की नौकरी चली गई, किसी ने कोरोना से अपनों को खो दिया। एनसीबीआई की रिसर्च के अनुसार, भारत में हर साल तकरीबन 17 हजार लोग आत्महत्या करते हैं। आज वर्ल्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे के दिन जानते हैं कि आत्महत्या के ख्याल से खुद को कैसे बचाएं और डिप्रेशन को कैसे हैंडल करें-
World Suicide Prevention Day 2021: आत्महत्या के विचार के पीछे कि वजह जानने की कोशिश करें
अगर आप मेन्टल रूप से हेल्दी नहीं हैं और खुद को ख़त्म करने का विचार आपके मन में उठता है, तो ऐसे में किसी दोस्त का सहारा लें। ये जानने की कोशिश करें कि आखिर आत्महत्या के इस विचार के पीछे क्या वजह है। युवाओं में अक्सर देखा गया है कि रिलेशनशिप टूटने पर या जॉब चली जाने पर आत्महत्या का ख्याल मन में घर करने लगता है। कई बार हेल्थ या पैसों से मज़बूर होकर भी लोग आत्महत्या कर बैठते हैं।
दवाओं और शराब से बचें
डिप्रेशन और एंग्जायटी से लड़ता हुआ इंसान फिजिकली, इमोशनली और मेंटली कमजोर होता है। ऐसे में अगर आपको शराब की लत लग जाये तो ये और भी बुरा हो सकता है। इससे आपके शरीर पर बुरा असर पड़ता है। अगर आपने ड्रग्स या एल्कोहॉल लिया है, तो आत्महत्या (Suicide) के विचार और भी मजबूत हो सकते हैं। जब आप निराशा महसूस करते हैं या आत्महत्या के बारे में सोच रहे हों, तो बिना पर्चे वाली दवाओं या एल्कोहॉल का उपयोग नहीं करना चाहिए।