New Update
एयर होस्टेस सिर्फ खूबसूरती की मूरत नहीं होतीं। और सबसे बड़ी बात यह है कि वे सिर्फ सुंदरता के बल-बुते पर उस मुकाम पर नहीं पहुंचतीं।
इस मुकाम को पाने के लिए वे उतना ही कठिन परिश्रम करतीं हैं जितना की अपने लक्ष्य को पाने के लिए कोई और करता होगा। इसलिए उनको सिर्फ उनकी सुंदरता के आधार पर परिभाषित करना बिलकुल गलत है। उनके पास जिम्मेदारियों का भार सा होता है। जो लोग आज भी यह सोचते हैं कि महिलाएं स्वयं की या किसी और की सुरक्षा नहीं कर सकतीं, उनके लिए यह जानना बेहद ज़रूरी है कि जिस हवाई जहाज़ में वे उस वक़्त हैं, अगर उन्हें कोई भी तकलीफ या परेशानी होती है तो उनकी सुरक्षा का काम उन एयर होस्टेस का ही है।
उनका काम काफी लम्बे समय का होता है। इसके साथ-साथ वो अपने समय-निवेशी काम को अनियमित समयों तक करतीं हैं। उनके पास हर तरह की जिम्मेदारी होती है। वे आपकी सुरक्षा से देखभाल तक, और प्रशासनिक जिम्मेदारियों से काम के वातावरण तक, हर चीज़ का बीड़ा उठाती हैं।
वैसे लोगों को मस्तिष्क में एक खूबसूरत महिला की तस्वीर आना और उनके द्वारा उनपर टिप्पीड़ियाँ किया जाना काफी प्रचलित सा है। इसका एक कारण यह है कि कहीं न कहीं ये पेशा काफी सेक्सिस्ट है। क्यूंकि फ़्लाइट अटेंडेंट हमेशा महिलाएं ही होती हैं। और महिलाओं में भी यहाँ पर विभाजन है। आपको फ़्लाइट अटेंडेंट ज्यादातर युवा महिलाएं ही देखने को मिलेंगी। यह इसलिए हो सकता है क्यूंकि समाज की नज़र में महिलाओं की छवि ज्यादातर एक देखभाल करने वाली और काफी धैर्यपूर्ण व्यक्ति की तरह होती है। और शायद इसी कारण से हमारी फ़्लाइट अटेंडेंट के तौर पर महिलाओं की गिनती ज्यादा है।
लेकिन सवाल यह कि क्या पुरुष फ़्लाइट अटेंडेंट नहीं हो सकते? आखिर सुरक्षा और देखभाल तो वे भी कर सकते हैं।