Advertisment

काम और जीवन के बीच संतुलन बनाना क्यों ज़रूरी है?

author-image
Swati Bundela
New Update

Advertisment

अनुशासित जीवन का उदय


अगर आप अपने काम और अपनी व्यक्तिगत ज़िंदगी को साथ में बखूबी संभल लेते हैं तो आपका जीवन काफी अनुशासित हो सकता है। महिलाएं इस तरह से एक अच्छी समय प्रबंधक बन सकती हैं। वे अपने व्यस्तता भरे जीवन को समय के आधार पर बाँट सकती हैं। इतना ही नहीं, अनुशासित जीवन की कामना हर व्यक्ति करता है और एक अच्छे काम और व्यक्तिगत जीवन का मिश्रण आपको यह मौका दे सकता है।
Advertisment

तनाव और क्रोध से दूर


आपने यह अक्सर महसूस किया होगा कि जब आपका कोई ज़रूरी काम रुक जाता है, तब आप भारी रूप से तनावग्रस्त और क्रोधी महसूस करते हैं। यह तनाव उस दवाब की वजह से आता है जिसकी वजह से आप अपना सौ प्रतिशत योगदान अपने काम और अपने व्यक्तिगत जीवन में नहीं दे पाते। एक संतुलित दिनचर्या आपको इस तकलीफ से दूर रखती है।
Advertisment

जीवन को रोचक बनायें


आज कल लोग हसीं मज़ाक तो करते दिखते हैं लेकिन वे स्वभाव से इतने खुश मिज़ाज़ और रोचक नहीं लगते। निश्चित रूप से इसका कारण यही है कि वे अपने जीवन में संतुलन नहीं ला पा रहे हैं। हमेशा वे काम के भोझ में दबे रहते हैं। लेकिन अगर काम और व्यक्तिगत ज़िंदगी के बीच आपने एक अच्छी तालमेल बैठा रखी है, तो आपको निश्चिन्त रहना चाहिए। आप काफी खुश रहेंगे और आपका यह स्वभाव आपको स्वयं ही रोचक बना देगा।
Advertisment

अपने शौक भी पूरे करें


बहुत लोगों को ट्रेवल करना पसंद है लेकिन वे काम की वजह से समय नहीं निकाल पाते। बहुत लोगों को लिखना पसन्द है, उनका भी शायद यही हाल होगा। लेकिन बात यह है कि जब आप अपनी प्रतिभा को और अपनी रूचि को भरपूर समय नहीं देते हैं, तब वह समय के साथ-साथ खुद ही आपके अंदर से निकल जाती है। एक वक़्त पर तो आप खुद ही उस कार्य को करने का आत्म विश्वास खो देते हैं। लेकिन हमे यह याद रखना ज़रूरी है कि काम हर व्यक्ति के पास होता है। लेकिन शहेंशाह वही होता है जो अपने काम और व्यक्तिगत ज़िंदगी के साथ अपने शौकों को भी पूरा कर सकता है।
Advertisment

जीवन का भरपूर आनंद


ऐसा लगता है कि हम सभी ज़िंदा और शान से रहने के लिए ज्यादा और जीवन का आनंद लेने के लिए कम जीते हैं। जीवन का आनंद लेने के आपको कुछ अलग से करने की ज़रूरत नहीं है। यदि आप अपने कार्य को अच्छे से करें, तो वह भी काफी आनंददायक हो सकता है।
#फेमिनिज्म काम और जीवन #तनाव #अनुशासित जीवन #व्यक्तिगत ज़िंदगी
Advertisment