Advertisment

गर्ल्स कॉलेज देता है आपको आगे बढ़ने का आत्म विश्वास

author-image
Swati Bundela
New Update

Advertisment

अपने नेतृत्व को मज़बूत करने का मौका


गर्ल्स कॉलेज कि यह शायद सबसे ख़ास बातों में से एक है। लड़कियों को अपने नेतृत्व को पहचानने और उसे मज़बूत करने का मौका मिलता है। वह कॉलेज प्रेजिडेंट और वाईस-प्रेजिडेंट से लेकर सभी कॉलेज सोसाइटीज के एहम पद पर होती हैं और अपने नेतृत्व को सबके सामने रखती हैं। ऐसा नहीं है कि सामान्य कॉलेजों में लड़कियों को अपने नेतृत्व को दिखाने का मौका नहीं मिलता लेकिन फिर भी, गर्ल्स कॉलेज में इसकी संभावनाएं काफी अधिक होती हैं।
Advertisment

फेमिनिज्म पर चर्चा और उसे सही तरह से समझना


फेमिनिज्म का मतलब हर व्यक्ति के लिए एक नहीं है फिर चाहे वे लड़कियां ही क्यों न हों। लेकिन, गर्ल्स कॉलेज में जैसे फेमिनिज्म और नारीवाद की हमेशा लहर उठी होती है। लड़कियों के बीच पारम्परिक मुद्दों के अलावा बात करने और चर्चा के लिए अब नए मुद्दें होते हैं और वे ज्यादातर महिला-केंद्रित होते हैं। इन चर्चाओं से उनका मानसिक विकास प्रगति की ओर होता है। साथ ही, सभी महिलाएं खुद को सक्षम और सशक्त महसूस करती हैं। फेमिनिज्म के सभी पहलु सामने आते हैं जब हर समाज और हर वर्ग की महिलाएं अपनी राय सामने रखती हैं।
Advertisment

अपने आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान को बढ़ाये


गर्ल्स कॉलेजेस का करिकुलम बहुत बेहतर तरह से विभाजित और विविध होता है। किताबें सिर्फ पितृसत्ता के बारे में ही बात नहीं करतीं। कॉलेजों में मॉडलिंग से लेकर डिबेटिंग का, और पोएट्री से लेकर खेल-कूद का वातावरण होता है। लड़कियां जिस क्षेत्र में अपनी रूचि महसूस करतीं हैं, वे उस क्षेत्र में बिना किसी डर के अपने कदम बढाती हैं। इसकी साथ ही, गर्ल्स कॉलेजों में जैसे सेक्सिस्म बिलकुल जीरो लेवल पर होता है। इन सब चीज़ों के चलते, लड़कियों को अपने आत्मविश्वास को और आत्म-सम्मान को बढ़ाने और उसे मज़बूत करने का मौका मिलता है।
Advertisment

सफल और स्वतंत्र महिलाओं के बीच रहने का अवसर


निश्चित रूप से महिलाएं आज स्वयं को हर क्षेत्र में सशक्त करने का प्रयास कर रही हैं। और यदि आप किसी गर्ल्स कॉलेज में हैं, तो आपको उनके आस-पास रहने का और उनकी स्वतंत्र विचारधारा को समझने का मौका मिलने की संभावना है। उदाहरण के तौर पर अपनी महिला प्रोफेसर्स को ही ले लीजिये। यह महिलाएं अपने जीवन में सफल हैं और उससे भी आगे बढ़ने का निरंतर प्रयास करतीं हैं। जब हम लड़कियां इन महिलाओं को देखतीं हैं, तो हमे भी अपने जीवन के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रेरणा मिलती है।
Advertisment

पढ़िए: क्या दिल्ली विश्वविद्यालय में लगते हैं नारीवाद के नारे?
#फेमिनिज्म नारीवाद नेतृत्व #गर्ल्स कॉलेज
Advertisment