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आजकल धन के बिना और धन के अभाव में जीवन की कल्पना करना एक बुरे सपने जैसा लगता है। इसलिए कोई भी वास्तविकता में इस अभाव से नहीं गुज़ारना चाहता। लेकिन कभी-कभी धन होते हुए भी लोग उसका सही इस्तमाल नहीं कर पाते और प्रबंधन को नहीं समझ पाते जिसकी वजह से यह अभाव जैसी स्तिथि आ सकती है। इसलिए लोगों को, खासकर युवाओं को कुछ ऐसे तरीके अपनाने चाहिए जिससे उनके रहन-सहन में भी ज्यादा प्रभाव ना पड़े और वे धन प्रबंधन की कला को भी सीख सकें। आईये ऐसे कुछ छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देते हैं जो हमे धन की बचत करने में मदद करेंगी।
यह तो एक सामान्य वक्तव्य है कि लोगों का धन किन चीज़ों में चला जाता है, वह पता नहीं चलता। खान-पान, रहन-सहन, घूमना-फिरना, सब कुछ इतना लागत भरा हो गया है कि हर चीज़ की गडित करना संभव नहीं हो पता। लेकिन लोगों को ज़रूरत है कि वे धन प्रबंधन को बारीकी से करें। अपने खर्चों के आधार पर एक योजना बना लेना न इतना मुश्किल होता है और न यह काम इतना समय लेता है। यह योजना आपके मस्तिष्क में नए खर्चों को अपने आप दाखिल कर देगी और आप हिसाब से अपना धन अपने संज्ञान में रख सकते हैं।
आज-कल लोग म्यूच्यूअल फंड्स की स्कीम्स की काफी बड़ाई करते हैं। अगर आप इस विचार से सहमत हैं और धन प्रबंधन करना एक कठिन कार्य समझते हैं तो आप म्यूच्यूअल फंड्स की इन स्कीमों का लाभ उठा सकते हैं। यह आपको धन की बचत करने में मदद करेगा। इसके साथ ही आप आगे चल कर अपने इस धन का निवेश किसी सार्थक चीज़ में कर सकते हैं।
"सदा जीवन, उच्च विचार", यह कहावत तो हमने सुनी ही है। लेकिन हमे सदा जीवन के अर्थ को अपने जीवन के सन्दर्भ में देखना ज़रूरी है। की हमारे लिए सदा जीवन का क्या अर्थ है। सारांश यह है कि हमे किसी भी चीज़ की तरफ इतनी जल्दी आकर्षित नहीं होना चाहिए। ज़रूरतों के हिसाब से काम करना हमे केंद्रित रखता है और धन बचत में भी मदद करता है। जैसे अगर आप कॉलेज छात्र हैं, तो आपको नेटफ्लिक्स, अमेज़न प्राइम, आदि के सब्सक्रिप्शन एक साथ लेने की ज़रूरत नहीं है। आप एक चीज़ को एक बार इस्तमाल करें जिससे आपका खर्चा भी कम हो और एक चीज़ का आनंद अच्छे से ले सकें।
वैसे तो अगर आप एक योजना के आधार पर चलेंगे तो आपको हर चीज़ की जानकारी तो ज़रूर रहेगी। लेकिन फिर भी, अगर आप ऐसा नहीं कर पाते तो आपको हर वक़्त सक्रीय रहना चाहिए और चीज़ों को जानकारी रखना चाहिए। जैसे अगर आप एक कॉलेज छात्र हैं और आप किसी ऐतिहासिक स्मारक को देखने जाते हैं और अगर आपके पास पूर्ण जानकारी है, तो आप अपनी कॉलेज आई डी दिखाकर कुछ डिस्काउंट पा सकते हैं।
परिश्रम अपनी जगह, और स्मार्ट वर्क अपनी जगह। जी हाँ, अगर आपके पास डिस्काउंट कुपोंस हैं तो आप उनका इस्तमाल क्यों न करें, अगर आपके आस-पास कहीं कोई ऑफर है तो उसका मज़ा क्यों न लिया जाये, अगर कोई सेल है तो वहां क्यों न घुमा जाये। अगर पेटीएम कॅश बैक दे रहा है तो उसे क्यों न इस्तमाल करें। यह सब चीज़ें काफी बार अचानक से होती हैं लेकिन अगर आप एक अच्छा निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं, तो बिना किसी शक के आप स्मार्ट हैं।
हम जानते हैं कि लोग अपने आलसपन का भुक्तान धन से करते हैं। आपके एक पास कुक है, एक लांड्री वाला व्यक्ति है, एक साफ़-सफाई वाला व्यक्ति भी है, तो ज़ाहिर सी बात है खर्चा तो होगा ही। लेकिन अगर आप अपने इन कामों की लम्बी सूचि को सही ढंग से और अपनी दिनचर्या के हिसाब से विभाजित करें, तो आप शायद इनसे में काफी काम खुद भी कर सकते हैं। अपना काम खुद करने से आपको संतुष्टि भी मिलेगी, काम करने का तरीका भी आएगा, और धन की बचत तो सबसे पहले होगी।
सबके जीवन में उनकी अपनी-अपनी प्राथमिकताएं होती हैं, फिर तो धन प्रबंधन में भी ज़रूर होंगी। इसलिए यह सोच-विचार करें की आपके लिए इस समय सबसे महत्वपूर्ण चीज़ क्या है जिसके लिए आप अपने धन का इस्तमाल करना चाहते हैं। जब आप यह जान लेंगे, तो आपका दिमाग खुद ही केंद्रित हो जायेगा और आप उन प्राथमिकताओं के आधार पर अपने धन का संचालन कर सकते हैं।
योजना के आधार पर चलें
यह तो एक सामान्य वक्तव्य है कि लोगों का धन किन चीज़ों में चला जाता है, वह पता नहीं चलता। खान-पान, रहन-सहन, घूमना-फिरना, सब कुछ इतना लागत भरा हो गया है कि हर चीज़ की गडित करना संभव नहीं हो पता। लेकिन लोगों को ज़रूरत है कि वे धन प्रबंधन को बारीकी से करें। अपने खर्चों के आधार पर एक योजना बना लेना न इतना मुश्किल होता है और न यह काम इतना समय लेता है। यह योजना आपके मस्तिष्क में नए खर्चों को अपने आप दाखिल कर देगी और आप हिसाब से अपना धन अपने संज्ञान में रख सकते हैं।
म्यूच्यूअल फंड्स
आज-कल लोग म्यूच्यूअल फंड्स की स्कीम्स की काफी बड़ाई करते हैं। अगर आप इस विचार से सहमत हैं और धन प्रबंधन करना एक कठिन कार्य समझते हैं तो आप म्यूच्यूअल फंड्स की इन स्कीमों का लाभ उठा सकते हैं। यह आपको धन की बचत करने में मदद करेगा। इसके साथ ही आप आगे चल कर अपने इस धन का निवेश किसी सार्थक चीज़ में कर सकते हैं।
दिखावे पर कम विश्वास करें
"सदा जीवन, उच्च विचार", यह कहावत तो हमने सुनी ही है। लेकिन हमे सदा जीवन के अर्थ को अपने जीवन के सन्दर्भ में देखना ज़रूरी है। की हमारे लिए सदा जीवन का क्या अर्थ है। सारांश यह है कि हमे किसी भी चीज़ की तरफ इतनी जल्दी आकर्षित नहीं होना चाहिए। ज़रूरतों के हिसाब से काम करना हमे केंद्रित रखता है और धन बचत में भी मदद करता है। जैसे अगर आप कॉलेज छात्र हैं, तो आपको नेटफ्लिक्स, अमेज़न प्राइम, आदि के सब्सक्रिप्शन एक साथ लेने की ज़रूरत नहीं है। आप एक चीज़ को एक बार इस्तमाल करें जिससे आपका खर्चा भी कम हो और एक चीज़ का आनंद अच्छे से ले सकें।
अपने आस-पास की पूरी जानकारी रखें
वैसे तो अगर आप एक योजना के आधार पर चलेंगे तो आपको हर चीज़ की जानकारी तो ज़रूर रहेगी। लेकिन फिर भी, अगर आप ऐसा नहीं कर पाते तो आपको हर वक़्त सक्रीय रहना चाहिए और चीज़ों को जानकारी रखना चाहिए। जैसे अगर आप एक कॉलेज छात्र हैं और आप किसी ऐतिहासिक स्मारक को देखने जाते हैं और अगर आपके पास पूर्ण जानकारी है, तो आप अपनी कॉलेज आई डी दिखाकर कुछ डिस्काउंट पा सकते हैं।
स्मार्ट तरीके अपनाएं
परिश्रम अपनी जगह, और स्मार्ट वर्क अपनी जगह। जी हाँ, अगर आपके पास डिस्काउंट कुपोंस हैं तो आप उनका इस्तमाल क्यों न करें, अगर आपके आस-पास कहीं कोई ऑफर है तो उसका मज़ा क्यों न लिया जाये, अगर कोई सेल है तो वहां क्यों न घुमा जाये। अगर पेटीएम कॅश बैक दे रहा है तो उसे क्यों न इस्तमाल करें। यह सब चीज़ें काफी बार अचानक से होती हैं लेकिन अगर आप एक अच्छा निर्णय लेने की क्षमता रखते हैं, तो बिना किसी शक के आप स्मार्ट हैं।
अपने काम खुद करने का प्रयास करें
हम जानते हैं कि लोग अपने आलसपन का भुक्तान धन से करते हैं। आपके एक पास कुक है, एक लांड्री वाला व्यक्ति है, एक साफ़-सफाई वाला व्यक्ति भी है, तो ज़ाहिर सी बात है खर्चा तो होगा ही। लेकिन अगर आप अपने इन कामों की लम्बी सूचि को सही ढंग से और अपनी दिनचर्या के हिसाब से विभाजित करें, तो आप शायद इनसे में काफी काम खुद भी कर सकते हैं। अपना काम खुद करने से आपको संतुष्टि भी मिलेगी, काम करने का तरीका भी आएगा, और धन की बचत तो सबसे पहले होगी।
अपनी प्राथमिकताएं सुनिश्चित कर लें
सबके जीवन में उनकी अपनी-अपनी प्राथमिकताएं होती हैं, फिर तो धन प्रबंधन में भी ज़रूर होंगी। इसलिए यह सोच-विचार करें की आपके लिए इस समय सबसे महत्वपूर्ण चीज़ क्या है जिसके लिए आप अपने धन का इस्तमाल करना चाहते हैं। जब आप यह जान लेंगे, तो आपका दिमाग खुद ही केंद्रित हो जायेगा और आप उन प्राथमिकताओं के आधार पर अपने धन का संचालन कर सकते हैं।