Five Indian Women To Receive Padma Vibhushan Award: भारतीय महिलाएं साहित्य में उनके योगदान के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित की गई हैं। उन्हें भारतीय सांस्कृतिक विरासत में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। उन्हें भारतीय कला और नृत्य में उनके योगदान के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। पद्म विभूषण से सम्मानित पी. त्रिपाठी ने भारतीय संगीत में अपने योगदान के लिए महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। प्रतिभा पाटिल ने भी भारतीय संगीत और साहित्य में उनके योगदान के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।
पद्म विभूषण पुरस्कार पाने वाली पांच भारतीय महिलाएं
1. लता मंगेशकर (1989)
लता मंगेशकर ने 1942 में 13 साल की उम्र में अपना करियर शुरू किया था।और उन्होंने अलग -अलग भारतीय भाषओं में 30,000 से ज़्यादा गाने गाए हैं। उन्हें भारतीय सिनेमा की सबसे महान गायिकाओं में से एकमाना जाता है। और उन्हें 2001 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। उन्हें वर्ष 1989 का दादा साहब फाल्के पुरस्कार दिया गया था । भारतीय सिनेमा की प्रसिद्ध गायिका, जिन्हें "स्वर कोकिला" के रूप में जाना जाता है। उनकी सुरीली आवाज ने भारतीय संगीत को एक नई ऊंचाई पर पहुँचाया है।
2. एम. एस. सुब्बुलक्ष्मी (1975)
भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वाली पहली संगीतकार महिला थीं।प्रसिद्ध कर्नाटिक गायिका, जिन्हें "क्वीन ऑफ म्यूजिक" कहा जाता है। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया। उन्होने 1941 में फिल्म 'सावित्री'में अभिनय किया और 'कल्कि' नामक पत्रिका की स्थपना।
3. अरुणा आसफ़ अली (1992)
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका के लिए उन्हें 1992 में पद्म विभूषण और 1997 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया। स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपने योगदान के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई थी।
4. डॉ. वैदिक चूड़ामणि एम एस. स्वामीनाथन (2008)
मशहूर कृषि वैज्ञानिक और हरित क्रांति के जनक डॉकटर. एम. एस. स्वामीनाथन की पत्नी, जिन्हें उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
5. कैप्टन लक्ष्मी सहगल (1998)
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की एक प्रमुख महिला सेनानी, जिन्होंने सुभाष चंद्र बोस की आज़ाद हिंद फौज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह आज़ाद हिंद सरकार की महिला सेना की कैप्टन थीं। इन महिलाओं ने अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देकर भारत का नाम रोशन किया है और पद्म विभूषण पुरस्कार प्राप्त कर देश का गौरव बढ़ाया है।