Five Powerful Women Of Indian Politics: भारतीय महिलाएं हमेशा से ही राजनीति में बहुत अच्छी भूमिका निभा रही हैं। चाहे वह प्राचीन काल की राजकुमारी रही हों या फिर आज की नेता नगरी की महिला राजनितिक। जबकि इन महिलाओं की संख्या बहुत कम है, पर इनसे जुड़ा संघर्ष दूसरी महिलाओं को सशक्त महिला बनने की प्रेरणा देता है। इनमें से कई महिलाएं ऐसी हैं जो आम परिवारों से आती थीं, इनका सफर आसान नहीं होता है। यही कारण होता है, की महिलाओं को बहुत संघर्ष से गुजरना पड़ता है।भारतीय राजनीति में कई ताकतवर महिलाएं हैं जिन्होंने बहुत ज़्यदा महत्वपूर्ण योगदान दिया है और प्रभावशाली पदों पर रही हैं। आइये हम ऐसी महिलाओं के बारे में बताते है जो भारतीय महिला पॉलिटिशियंस के नाम से दुनियाभर में जानी जाती हैं। राजनीति में इनका बहुत बड़ा नाम है, केवल एक पार्टी ही नहीं बल्कि देश का एक बड़ा हिस्सा इन राजनीतिज्ञ महिलाओं को सर-आंखों पर बिठाकर रखता है।
Indian Politics की पांच ताकत वर महिलाएं
1. इंदिरा गांधी
1955 में, कांग्रेस कार्य समिति में शामिल हुईं महिला और पार्टी के केंद्रीय चुनाव में भाग लेने के साथ इंदिरा गांधी का बहुत योगदान रहा। उन्होंने 1956 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महिला विभाग और अखिल भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय एकता परिषद की अध्यक्षता करते हुए इंदिरा गाँधी का योगदान भी रहा।1959 में, वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष चुनी गईं, यह पद उन्होंने 1960 तक और फिर जनवरी 1978 में फिर से संभालते हुए इंदिरा गाँधी ने योगदान किया। इंदिरा गांधी भारत की पहली और एक महिला प्रधानमंत्री रही हैं। वे 1966 से 1977 और फिर 1980 से 1984 तक प्रधानमंत्री रहीं। उनके नेतृत्व में भारत ने हरित क्रांति और बांग्लादेश स्वतंत्रता संग्राम जैसे महत्वपूर्ण घटना देखे जा सकते है।
2. सोनिया गांधी
सोनिया गांधी भारतीय राजनीति की सबसे ताकवर महिलाओं में से एक मानी जाती हैं। जब 1996 में कांग्रेस की हार के बाद पार्टी को डूबता देख सोनिया ने पार्टी की कमान संभाली थी ।भारतीय राजनीति में पुराने समय से ही महिलाओं का दखल रहा है। समय के साथ-साथ हर राजनीतिक दल में महिलाओं की भूमिका बढ़ती रही हुई है। वर्तमान में भी भारतीय राजनीति में महिलाएं अग्रणी हैं। आज हम आपको राजनीति से जुड़ी ऐसी ही महिलाओं के बारे मेंबताते है, जिनका इस क्षेत्र में अलग ही मुकाम है।सोनिया गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। उन्होंने पार्टी का नेतृत्व करते हुए कई चुनावों में कांग्रेस को जीत भी दिलाई और यूपीए (यूनाइटेड प्रोग्रेसिव एलायंस) की स्थापना भी की।
3. सुषमा स्वराज
सुषमा स्वराज एक ऐसी शक्तिशाली महिला रही हैं जिनका देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है। सुषमा राजनीति से पहले सुप्रीम कोर्ट की लॉयर के पद पर भी रहीं। इसके बाद ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन किया, उसी दौरान 2014 से 2019 तक सुषमा एक्सटर्नल अफेयर्स मिनिस्टर के पद पर भी रहीं।भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सबसे वरिष्ठ नेता थीं और उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है, जिनमें विदेश मंत्री का पद भी शामिल है। वे अपने प्रभावशाली कार्य के लिए और जनसेवा के लिए जानी जाती थीं। सुषमा 25 साल की उम्र में कैबिनेट मिनिस्टर बनने वाली एक पहली महिला थी।
4. ममता बनर्जी
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सबसे मजबूत महिलाओं में से एक हैं। ममता 2011 में पहली बार बंगाल की मुख्यमंत्री बनीं थीं। 1998 में कांग्रेस से अलग होने के बाद ममता बनर्जी ने बंगाल की रीजनल पार्टी कांग्रेस की स्थापना की। बंगाल में ममता इतनी प्रसिद्ध हैं कि उन्हें प्यार से लोग दीदी बुलाते है। ममता ने दो बार रेलवे मिनिस्ट्री का पद भी संभाला है। इसके अलावा भी ममता कोयला मंत्रालय, महिलाऔर बाल विकास मंत्रालय भी संभाल चुकी हैं। ममता बंगाल की सबसे शक्तिशाली महिला हैं, जिन्होंने अपने दम पर पार्टी को खड़ा किया और साथ ही साथ 10 सालों से भी ज्यादा सालों तक मंत्री पद पर रह चुकी हैं। ममता बनर्जी कांग्रेस (टीएमसी) की वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। वे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं और अपने राज्य में मजबूत राजनीतिक पकड़ बनाए हुए हैं। ममता बनर्जी ने कई बार चुनावी संघर्षों में विजयी होकर अपना प्रभाव साबित किया है।
5. मायावती
मायावती बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की नेता हैं और उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं। वे दलित समाज की नेता भी हैं और उनकी पार्टी दलित और पिछड़े वर्गों के अधिकारों के लिए काम करती है। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती उत्तर प्रदेश की सबसे प्रसिद्ध महिला राजनितिक में से एक हैं। बहुजन समाज पार्टी भारत के सबसे कमजोर वर्गों के लिए एक मंच रखने वाली पार्टी है। मायावती चार बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं। मायावती को उनके समर्थक बहन के नाम से भी बुलाते हैं। मायावती को राजनीति में लाने वाले काशीराम ही थे उनसे ही प्रेरित होकर मायावती ने राजनीति में आने का फैसला तय किया। इन सभी महिलाओं ने भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।