Importance Of Women's Economic Empowerment: भारत जैसे डेवलपिंग देश में, महिलाओं को जब तक उनके स्किल्स को पूरे पोटेंशियल तक नहीं इस्तेमाल किया जाए, तब तक देश का विकास धीमा ही रहेगा। देश के लिए बहुत ज़रूरी है कि वो अपने दोनों पहलु, पुरुष और स्त्री का विकास एक साथ करवाए ताकि देश और भी तेज़ी से आगे बढ़ सके। देश का विकास वही गाड़ी है जिसका एक पहिया पुरुष है और एक स्त्री। यदि इन दोनों में से एक भी धीमा चले या ना चले, तो आगे बढ़ पाना मुश्किल हो जाता है। आज जहाँ पूरे देश के इकनोमिक में सिर्फ 14 परसेंट महिलाओं का योगदान होता है। इस परेशानी को सुलझाने के लिए बहुत ही ज़रूरी है कि महिलाओं को इकनोमिक एम्पावरमेंट प्रदान किया जाए।
महिलाओं के लिए Economic Empowerment क्यों है ज़रूरी आज के समय में?
आजके समय में महिलाओं को इकॉनमी में कंट्रीब्यूट करने में बराबर का हिस्सा मिलना बहुत ही ज़्यादा ज़रूरी है। देश की आबादी हर दिन बढ़ती ही जा रही है, इन्फ्लेशन भी बढ़ता जा रहा है जिससे बेरोज़गारी भी बढ़ती जा रही है। देश में महिलाओं को स्किलफुल बनाना और काम करने को प्रेरित करना अब एक नीड हो चुकी है। ना सिर्फ अर्बन एरियाज में बल्कि रूरल एरिया में भी महिलाओं को इकनोमिक एम्पावरमेंट दिलाने का इनिशिएटिव सरकार को लेते रहना चाहिए जिससे ज़्यादा से ज़्यादा महिलाएं भी देश के इकॉनमी को बढ़ने में अपना योगदान दे सकें। इससे उससे घरों की भी आर्थिक स्तिथि बेहतर हो सकती है। उनके बच्चों को अच्छी एजुकेशन मिल सकती है जिससे वो भी पढ़ लिख कर कुछ बन सकते हैं और देश के विकास में मदद करेंगे।
दुनिया में जिन देशों ने भी महिलाओं के इकनोमिक एम्पावरमेंट में इन्वेस्ट किया है, उनका मुनाफा ही हुआ है। ग्लोबल मार्केट प्लेस में उनको काम्पटेटिवनेस्स में एडवांटेज मिलता है और इस बढ़ते दुनिया के बड़े से मार्केट में महिलाओं के पुरे पोटेंशियल को इस्तेमाल करने से उस देश का और भी फायदा होता है सोशली। ऐसे देशों से भारत को भी सीखना चाहिए क्यूंकि हमारी देश की महिलाएं भी इनोवेशन के साथ साथ क्रिएटिविटी और टैलेंट की भी खान होती है जिसे दुनिया के सामने लाना बहुत ज़रूरी है।