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Periods Delayed Know These 5 Possible Reasons: महिलाओं की मासिक धर्म चक्र उनकी शारीरिक और हार्मोनल सेहत का एक महत्वपूर्ण संकेत होता है। सामान्यत मासिक धर्म हर 28 से 35 दिनों के अंतराल पर आता है लेकिन कई बार यह चक्र अनियमित हो सकता है या समय से नहीं आता। जब पीरियड्स में देरी होती है तो महिलाओं के मन में चिंता और घबराहट होना स्वाभाविक है। हालांकि इसका मतलब हमेशा गर्भावस्था नहीं होता। मासिक धर्म में देरी के कई अन्य संभावित कारण हो सकते हैं जैसे हार्मोनल असंतुलन जीवनशैली में बदलाव या कोई चिकित्सा स्थिति। आइए विस्तार से जानते हैं ऐसे पाँच कारण जिनकी वजह से पीरियड्स देर से आ सकते हैं।
पीरियड्स में हो रही है देरी जानिए इसके पांच मुख्य कारण
1. मानसिक तनाव और भावनात्मक असंतुलन
तनाव आज की व्यस्त जीवनशैली का एक आम हिस्सा बन चुका है। अत्यधिक मानसिक तनाव चिंता दुख या भावनात्मक उथल पुथल सीधे शरीर के हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करता है। हाइपोथैलेमस नामक मस्तिष्क का हिस्सा जो मासिक धर्म को नियंत्रित करता है तनाव के प्रभाव से प्रभावित हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप ओवुलेशन अंडोत्सर्जन में बाधा आती है और पीरियड्स में देरी हो सकती है। यदि तनाव लंबे समय तक बना रहे तो मासिक धर्म पूरी तरह रुक भी सकता है । इस कारण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी चाहिए।
2. वजन में अचानक बदलाव या अत्यधिक डाइटिंग
शरीर के वजन में अचानक कमी या अत्यधिक बढ़ोतरी मासिक धर्म को प्रभावित कर सकती है। जब महिलाएं बहुत अधिक डाइटिंग करती हैं या एक्सरसाइज़ के कारण शरीर में वसा की मात्रा अत्यधिक घट जाती है तो हार्मोन का उत्पादन बाधित होता है। इसी तरह अत्यधिक मोटापा भी शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा को बढ़ा सकता है जिससे ओवुलेशन नहीं हो पाता और पीरियड्स देर से आते हैं या अनियमित हो जाते हैं। संतुलित भोजन और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर इस समस्या से काफी हद तक बचा जा सकता है।
3. पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम
पीसीओएस एक सामान्य लेकिन जटिल हार्मोनल विकार है जिसमें अंडाशय में छोटे छोटे सिस्ट्स बन जाते हैं और ओवुलेशन अनियमित हो जाता है। इस स्थिति में पीरियड्स अनियमित बहुत देर से या महीनों तक नहीं आते। इसके अन्य लक्षणों में मुंहासे अनचाहे बाल वजन बढ़ना और प्रजनन संबंधी समस्याएं शामिल हैं।पीसीओएस का समय पर निदान और उपचार बहुत आवश्यक है ताकि भविष्य में जटिलताएं न हों। यदि लगातार कई महीनों से पीरियड्स देर से आ रहे हैं तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लेना चाहिए।
4. थायरॉइड हार्मोन का असंतुलन
थायरॉइड ग्रंथि शरीर के मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करने वाला महत्वपूर्ण अंग है। हाइपोथायरॉइडिज्म थायरॉइड की कमी या हाइपरथायरॉइडिज्म थायरॉइड की अधिकता दोनों ही मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकते हैं। थायरॉइड हार्मोन के असंतुलन से ओवुलेशन में बाधा आती है जिससे पीरियड्स देर से आते हैं या अनियमित हो जाते हैं। इसके साथ ही थकान बाल झड़ना वजन बढ़ना या कम होना जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं। थायरॉइड की नियमित जांच और डॉक्टर की सलाह से इलाज करना जरूरी होता है।
5. गर्भावस्था
मासिक धर्म में देरी का सबसे आम और पहला सोचा जाने वाला कारण गर्भावस्था होती है। यदि कोई महिला यौन रूप से सक्रिय है और समय पर पीरियड्स नहीं आए हैं तो गर्भावस्था की संभावना हो सकती है। इस स्थिति की पुष्टि के लिए होम प्रेगनेंसी टेस्ट या ब्लड टेस्ट कराया जा सकता है। गर्भावस्था के अन्य लक्षणों में थकावट मतली स्तनों में दर्द या मूड में बदलाव शामिल हो सकते हैं। यदि संदेह हो तो जल्द ही जांच कराना चाहिए।
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