Problems Faced By women Everyday In Society: महिलाओं को हमेशा से ही समाज में अलग तराजु से आँका जाता है। चाहें हमारा समाज कितना ही बदल गया, कितना ही आगे बढ़ गया हो लेकिन महिलाओं के लिए ये पैमाना कभी नहीं बदला। उन्हें घर में, सोसाइटी में, ऑफिस में हर जगह पुरुषों से कम आँका जाता है। उन्हें पुरुषों की तुलना में अपने अधिकारों के लिए, समाज में सम्मान पाने के लिए ज़्यादा परिश्रम करना पड़ता है। आज हम समाज में महिलाओं को होने वाली समस्याओं के बारे में जानेंगे।
महिलाओं को रोज़ाना झेलनी पड़ती हैं ये सम्सयाएं
1. समाज में महिलाओं की स्थिति
एक पितृसत्तात्मक समाज में महिलाओं को हमेशा पुरुषों के मुकाबला अपने अधिकारों के लिए समाज में इज़्ज़त पाने के लिए ज़्यादा मशक्कत करनी पड़ती है।
महिलाओं के कंधो पर अक्सर इज़्ज़त अदब का भार डाल दिया जाता है। जिसके चलते महिलाएं खुद को ज़्यादा सशक्त नहीं कर पाती और पुरुषों के मुकाबले पीछे रह जाती हैं। पुरुष चाहे कितना भी अपनी महिला पर चिल्ला ले उसके साथ हिंसा का बर्ताव बरते लेकिन अगर एक महिला पुरुष से ऊँची आवाज़ में बात भी करती है तो पुरुष समुदाय के लिए ये बहुत शर्मनाक हो जाता है। जबकि महिलाओं के साथ हुई हिंसा उन्हें सामान्य लगती हैं।
2. महिला के संविधानिक अधिकारों की समाज में स्थिति
महिलाओं को संविधान में बहुत से अधिकार प्राप्त हैं। लेकिन ये अधिकार सिर्फ संविधानिक हैं क्योंकि महिलाओं के साथ हो रहे अपराध तो रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। हर बढ़ती साल में बलत्कार, घरेलू हिंसा के केस लगातार बढ़ ही रहे हैं। हालांकि हमारी सरकार महिलाओं पर हो रहे अत्याचार से लड़ने के लिए कई नए कानून लागू कर रही है और बहुत से नॉन गोवर्नमेंटल संगठन महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ रही है।
3. सामाजिक रूढ़िवादी सोच नहीं बदली
आज भी जब समय इतना बदल गया है, भले ही महिलाएं ऑफिस जाने लगी है, शिक्षा की ओर, देश के विकास के लिए अपना योगदान दे रही हैं, हवाई जहाज उड़ा रही हैं और साथ ही अपनी खुशियों और उज्ज्वल भविष्य की ओर उड़ान भर रही है। लेकिन हमारे समाज के रूढ़िवादी सोच रखने वाले लोग अभी भी महिलाओं को, अपने घर की लड़कियों को इज़्ज़त और अदब की बेड़ियों में बांधे रखना चाहते हैं। इस सोच को बदलना होगा वरना न जाने कितनी लड़कियाँ जो अपनी आँखों में IPS, IAS, डॉक्टर, इंजीनियर, पुलिस आदि बनने का सपना संजोए हैं घर में ही चूल्हे के सामने बैठे अपनी जिंदगी बसर कर देंगी।
4. सुधार की स्थिति
महिलाओं की स्थिति में सुधार के लिए बहुत से कानून और नियम बनाए गए हैं। लेकिन ये तब ही समाज में अपना असर दिखाएंगे जब लोगो की सोच बदलेगी। लोगों को ये समझने की ज़रूरत है कि महिलाएं कोई वस्तु नहीं है उनकी भी इज़्ज़त है, जज़्बात है उन्हें भी पुरुषों के समान इज़्ज़त पाने का, भविष्य में आगे बढ़ने का अधिकार है।
"इस रुढ़िवादी सोच को हटाओ, समाज में महिलाओं के अधिकारों, उनके सशक्तिकरण के लिए कदम उठाओ और समाज में परिवर्तन लाओ"