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12 Jyotirlingas: भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों का महाशिवरात्रि से क्या संबंध है?

जानिए भारत के 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंगों और महाशिवरात्रि के दिन इनकी पूजा का महत्व। हर ज्योतिर्लिंग की विशेषता और महाशिवरात्रि से जुड़ी रोचक जानकारी यहाँ पाएं।

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Vaishali Garg
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महाशिवरात्रि, भगवान शिव के पूजा और उपासना का दिन है, जो प्रत्येक वर्ष शिव भक्तों के लिए खास होता है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है, और साथ ही उनके 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंगों का भी विशेष महत्त्व है। भारत में स्थित ये 12 ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के अद्वितीय रूप हैं, जो विभिन्न पौराणिक कथाओं से जुड़े हैं। महाशिवरात्रि के अवसर पर इन ज्योतिर्लिंगों का दर्शन करना और पूजा करना विशेष रूप से शुभ माना जाता है। तो आइए जानते हैं, इन 12 ज्योतिर्लिंगों का महाशिवरात्रि से क्या संबंध है और इनका महत्त्व क्यों है।

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भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों का महाशिवरात्रि से क्या संबंध है?

1. सोमनाथ (Somanath) - गुजरात

सोमनाथ ज्योतिर्लिंग भारत के सबसे प्रसिद्ध और प्राचीन ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह गुजरात राज्य के सोमनाथ में स्थित है। मान्यता है कि यहाँ भगवान शिव ने सोम (चंद्रमा) के शाप से मुक्ति प्राप्त की थी। महाशिवरात्रि के दिन इस ज्योतिर्लिंग की पूजा का विशेष महत्त्व है, और यहां भक्तों की भारी भीड़ देखी जाती है।

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2. मल्लिकार्जुन (Mallikarjun) - आंध्र प्रदेश

मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम में स्थित है। यहां भगवान शिव और पार्वती की पूजा एक साथ की जाती है। महाशिवरात्रि के दिन यहां की पूजा भक्तों के लिए पुण्य देने वाली मानी जाती है।

3. महाकालेश्वर (Mahakaleshwar) - उज्जैन, मध्य प्रदेश

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महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन शहर में स्थित है और इसे काल का अधिपति माना जाता है। महाशिवरात्रि के दिन यहाँ विशेष पूजा का आयोजन होता है, और यह दिन शिव के भक्तों के लिए बेहद पवित्र माना जाता है। यहां की पूजा से समय और काल का पराभव होता है, और भक्तों को भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है।

4. ओंकारेश्वर (Omkareshwar) - मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में स्थित यह ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के ओंकार रूप का प्रतीक है। महाशिवरात्रि के दिन ओंकारेश्वर में श्रद्धालु विशेष रूप से शिव के मंत्रों का जाप और अभिषेक करते हैं।

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5. केदारनाथ (Kedarnath) - उत्तराखंड

केदारनाथ का ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड के हिमालय में स्थित है। यह स्थान अपने कठिन रास्तों और शीतल वातावरण के कारण भी प्रसिद्ध है। महाशिवरात्रि के दिन यहाँ श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा करके मुक्ति प्राप्त करने की कामना करते हैं।

6. भीमाशंकर (Bhimashankar) - महाराष्ट्र

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भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र राज्य के पुणे जिले में स्थित है। यह स्थान विशेष रूप से प्राकृतिक सुंदरता और भगवान शिव की शक्ति के कारण प्रसिद्ध है। महाशिवरात्रि के दिन यहाँ शिव भक्त विशेष पूजा करते हैं।

7. काशी विश्वनाथ (Kashi Vishwanath) - वाराणसी, उत्तर प्रदेश

काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में स्थित है और यह भारत के सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध शिव मंदिरों में से एक है। महाशिवरात्रि के दिन यहाँ विशेष पूजा और आरती का आयोजन होता है, जो भक्तों के लिए अत्यधिक शुभ माना जाता है।

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8. त्र्यंबकेश्वर (Trimbakeshwar) - महाराष्ट्र

त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र राज्य के नासिक में स्थित है। इसे तीन मुखों वाले भगवान शिव का रूप माना जाता है। महाशिवरात्रि के दिन यहाँ भक्तों का तांता लगता है, और विशेष पूजा आयोजित की जाती है।

9. वैद्यनाथ (Vaidyanath) - झारखंड/बिहार

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वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग झारखंड और बिहार की सीमा पर स्थित है। इसे विशेष रूप से आयुर्वेद के देवता माना जाता है। महाशिवरात्रि के दिन यहां भक्त शिवलिंग पर जल अर्पित करके उनके आशीर्वाद की कामना करते हैं।

10. नागेश्वर (Nageshwar) - गुजरात

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात राज्य के द्वारका जिले में स्थित है। यह स्थान विशेष रूप से अपने मंदिर के आकार और शिव के नाग रूप के कारण प्रसिद्ध है। महाशिवरात्रि के दिन यहाँ पूजा का आयोजन किया जाता है।

11. रामेश्वर (Rameshwar) - तमिलनाडु

रामेश्वर ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु राज्य के रामेश्वरम में स्थित है। इसे भगवान राम के साथ जोड़ा जाता है, क्योंकि यह वही स्थान है जहां भगवान राम ने रावण से युद्ध करने से पहले शिवलिंग की पूजा की थी। महाशिवरात्रि के दिन यहाँ भक्तों की भीड़ विशेष रूप से उमड़ती है।

12. द्वारकापुरी (Dwarkapuri) - गुजरात

द्वारकापुरी ज्योतिर्लिंग गुजरात राज्य के द्वारका में स्थित है। यह स्थान भगवान शिव के द्वारपाल के रूप में माना जाता है। महाशिवरात्रि के दिन यहाँ भगवान शिव की पूजा की जाती है।

महाशिवरात्रि और ज्योतिर्लिंगों का संबंध

महाशिवरात्रि के दिन इन 12 ज्योतिर्लिंगों का विशेष महत्त्व है। माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव ने अपनी असीम शक्ति और महिमा का प्रकट किया था। इस दिन इन ज्योतिर्लिंगों की पूजा से भक्तों को विशेष आशीर्वाद मिलता है, और उनका जीवन समृद्ध और खुशहाल होता है। महाशिवरात्रि के दिन इन स्थानों पर विशेष पूजा, अभिषेक, और मंत्रोच्चारण होते हैं, जो भगवान शिव के आशीर्वाद को प्राप्त करने का उत्तम अवसर होते हैं।

महाशिवरात्रि केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह 12 ज्योतिर्लिंगों के महत्व को भी समझाने का एक अवसर है। इन ज्योतिर्लिंगों की पूजा से भक्त भगवान शिव की अनंत महिमा और शक्ति को अनुभव कर सकते हैं। महाशिवरात्रि के दिन इन स्थलों पर पूजा और दर्शन करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन में शांति और समृद्धि आती है। 

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