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Photograph: (femalenetwork)
अगर आप निवेश की शुरुआत कर रही हैं, तो यह सवाल अक्सर सामने आता है कि कौन-सा विकल्प सबसे सुरक्षित है और शुरुआती लोगों के लिए बेहतर रहेगा। Fixed Deposit यानी FD, भारत में सबसे लोकप्रिय और भरोसेमंद निवेश विकल्पों में से एक माना जाता है, खासकर उन लोगों के लिए जो जोखिम नहीं लेना चाहते।
पहली बार निवेश कर रहीं हैं? जानिए FD कैसे काम करती है और कहां मिलेगा सबसे ज़्यादा रिटर्न
FD आखिर है क्या और ये कैसे काम करती है
FD एक ऐसा निवेश माध्यम है जिसमें आप अपनी एक निश्चित राशि बैंक या वित्तीय संस्था के पास तय समय के लिए जमा करते हैं। यह समय 7 दिन से लेकर 10 साल तक का हो सकता है। इस अवधि के दौरान आपको एक निश्चित ब्याज दर मिलती है जो आम तौर पर FD खोलते समय फिक्स हो जाती है। यानी जब तक आपकी FD मैच्योर नहीं हो जाती, उस पर मिलने वाला ब्याज बाजार की उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होता। FD की खास बात यह है कि यह आपको एक assured return देती है, जिससे आपकी जमा पूंजी पर कोई खतरा नहीं रहता।
किस बैंक में FD करने पर मिल रहा है सबसे ज्यादा ब्याज
2025 की शुरुआत तक के आंकड़ों पर नजर डालें तो देखा गया है कि जहां एक ओर सरकारी बैंक जैसे भारतीय स्टेट बैंक (SBI) 6.8% के आसपास की ब्याज दर दे रहे हैं, वहीं निजी बैंक जैसे एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक करीब 7% से थोड़ा ऊपर की दरों पर FD उपलब्ध करा रहे हैं। अगर आप थोड़ा ज्यादा रिटर्न चाहती हैं और NBFCs यानी गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्थाओं पर भरोसा कर सकती हैं, तो वहां आपको 8% से ज्यादा का भी ब्याज मिल सकता है। उदाहरण के तौर पर बजाज फाइनेंस और महिंद्रा फाइनेंस जैसी संस्थाएं 8.3% तक की ब्याज दर दे रही हैं।
हालांकि, इन ब्याज दरों के पीछे जोखिम और सुरक्षा का संतुलन भी देखना जरूरी है। बैंकिंग सिस्टम की सुरक्षा के लिहाज से सरकारी बैंक सबसे ज्यादा भरोसेमंद माने जाते हैं, लेकिन इनकी ब्याज दरें अक्सर कम होती हैं। दूसरी ओर NBFCs ज्यादा रिटर्न देने का वादा करती हैं, पर इनमें निवेश करने से पहले उनकी credit rating और RBI से रजिस्टर्ड होने की जानकारी जरूर जांच लेनी चाहिए।
FD में निवेश करने से पहले किन बातों पर गौर करना जरूरी है
अगर आप FD करने जा रही हैं, तो केवल ब्याज दर ही नहीं, FD से जुड़ी शर्तें भी समझना जरूरी है। उदाहरण के लिए, क्या उस बैंक में आप premature withdrawal कर सकती हैं या नहीं? अगर कर सकती हैं, तो उस पर penalty कितनी लगेगी? इसके अलावा कई बार FD पर मिलने वाला ब्याज आपकी टैक्स देनदारी को भी प्रभावित करता है। अगर ब्याज ₹40,000 से ज्यादा हो जाता है तो TDS काटा जाता है, और यदि आप टैक्स बचत करना चाहती हैं तो पांच साल की टैक्स सेविंग FD का विकल्प चुन सकती हैं।
क्या FD महिलाओं के लिए सही विकल्प है?
कई महिलाएं जब पहली बार निवेश करने का सोचती हैं, तो FD एक ऐसा विकल्प होता है जो उन्हें आर्थिक आत्मनिर्भरता की शुरुआत देता है। इसमें न तो शेयर बाजार की तरह जोखिम होता है और न ही किसी जटिल प्रक्रिया की जरूरत। FD एक ऐसा माध्यम है जहां आप अपने भविष्य की प्लानिंग करते हुए अपनी बचत को सुरक्षित ढंग से बढ़ा सकती हैं। साथ ही, कुछ बैंक और संस्थाएं महिलाओं के लिए slightly higher interest rates या exclusive FD schemes भी लाते हैं, हालांकि ये हर जगह उपलब्ध नहीं होते।
FD एक भरोसेमंद, स्थिर और आसान निवेश विकल्प है, खासकर उनके लिए जो निवेश की दुनिया में नए हैं। अगर आप अपने पैसों को सुरक्षित ढंग से बढ़ाना चाहती हैं, तो FD एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, बेहतर रिटर्न और सुरक्षित अनुभव के लिए जरूरी है कि आप अलग-अलग संस्थाओं की ब्याज दरों, नियमों और शर्तों की तुलना करें और फिर फैसला लें।