Bank Account: देश में महिलाओं की स्थिति में पहले से काफी सुधार है, पहले केवल पुरुषों को ही प्रधान माना जाता था पर अब ऐसा नहीं है महिलाएं अब पुरुषों से कंधा मिला कर चल रही हैं। लेकिन अब भी कहीं न कहीं वित्तीय संबंधों में महिलाओं की भूमिका को नजर अंदाज किया जा रहा है। फाइनेंस एक ऐसा विषय है जिसमें महिलाओं को शुरू से ही कम आंका गया है, हालांकि समय बदल रहा है महिलाएं जॉब और बिजनेस में अपना कदम रख रही हैं और फाइनेंशियल फैसले भी खुद ही कर रही हैं। खुद का बैंक अकाउंट होना जरूरी है इस बात से अभी भी कई महिलाएं अनजान हैं वे शायद सोचती हैं कि इसकी जरूरत नहीं है मगर आज इस लेख से आप जानेंगे कि क्यों बैंक में अपना खाता होना जरूरी है।
महिलाओं का अपना बैंक खाता क्यों होना चाहिए
आत्मनिर्भर बनाने के लिए
बैंक में खुद का खाता होने का मतलब है कि आप किसी पर निर्भर नहीं हैं, आपको किसी की इजाजत की जरूरत नहीं है अपने पैसे को खर्चने के लिए। बैंक में खाता होना महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता का साधन देता है। इससे आप में आत्मविश्वास भी आता है, भविष्य के लिए भी आपकी मदद होती है।
स्कीम का लाभ
महिलाओं को अपना बैंक में खाता जरूर खोलना चाहिए, हर रोज सरकार महिलाओं के लिए नई स्कीम लेकर आती है। जिससे आपको काफी फायदा हो सकता है और बैंको द्वारा भी कई फाइनेंशियल स्कीम आती हैं साथ ही जब आप अपना खाता खोलवाती हैं तो आपको कई लाभ मिलते हैं।
सस्ते होम लोन
देश में कई बैंक पुरुषों के कंपेयरिजन में महिलाओं को सस्ता होम लोन देते हैं। बैंक महिलाओं को 0.05 फीसदी से 0.10 तक की छूट देते हैं। इसमें ज्यादा अंतर भले ही नहीं हो लेकिन बड़े लोन और 20–25 साल की अवधि वाले लोन में ये कम अंतर भी बड़ा फायदेमंद हो सकता है।
प्रॉपर्टी टैक्स में छूट
प्रॉपर्टी टैक्स में महिलाओं को छूट दी जाती है, देश में कई नगर निगम छूट देते हैं जैसे दिल्ली नगर निगम महिलाओं के नाम प्रॉपर्टी पर अराउंड 30 फीसदी तक की छूट देता है और दूसरे शहरों में अलग-अलग फीसदी छूट दी जाती है।
वित्तीय शिक्षा
वित्तीय शिक्षा यानी फाइनेंशियल एजुकेशन अपना बैंक खाता होने से महिलाओं को वित्तीय शिक्षा की प्राप्ति होगी। उन्हें अपनी फाइनेंस में समझ बढ़ने का मौका मिलेगा। इससे उनमें आत्मविश्वास आएगा और वे खुद से अपने कमाए हुए पैसे को लेकर फैसले कर सकेंगी।