हमारे समाज में हमेशा से मास्टरबेशन को वर्जित माना गया है। मास्टरबेशन एक प्राकृतिक सोशल प्रैक्टिस है। कुछ अफवाहों के कारण लोग यह मानने लगे हैं कि इसके कई दुष्प्रभाव हैं जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है।
मास्टरबेशन को लेकर हमारे समाज में बहुत सी अफवाहें मौजूद हैं। इन अफवाहों को सच मानकर आज भी बहुत से लोग मास्टरबेशन का आनंद नहीं ले पाते हैं।
तो आइए आज हम पढ़ते हैं मस्टबेशन से जुड़ी पांच अफवाहों के बारे में -
1. मास्टरबेशन आपको अंधा बना देता है
यह सब से आम अफवाह है मास्टरबेशन के बारे में जो आपको हर किसी से सुनने को मिल जाएगी। किंतु बहुत से शोधकर्ताओं का मानना है कि मास्टरबेशन और अंधेपन का कोई कनेक्शन नहीं है। अर्थात सत्य है कि एक व्यक्ति यदि दिन में दो-तीन बार भी मास्टरबेट करता है तो वह अंधा नहीं हो सकता है।
2. मास्टरबेशन आपको infertile बना देता है
मास्टरबेशन का infertility से कोई लेना-देना नहीं है। आज तक इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इसलिए इस मिथक को खत्म करना और जागरूकता फैलाना महत्वपूर्ण है।
3. मास्टरबेशन आपको मानसिक रूप से बीमार कर सकता है
आप खुद ही सोचिए जो चीज आपकी बॉडी को सुख प्रदान करता है वह कैसे आपको मानसिक रूप से बीमार कर सकता है! यह सिर्फ एक अफवाह है । मास्टरबेशन कभी भी किसी को भी मानसिक रूप से बीमार नहीं करता है बल्कि कई शोध के अनुसार माना गया है कि मास्टरबेट करने से मानसिक स्ट्रेस कम होता है।
4. मास्टरबेशन से इरेक्टाइल डिसफंक्शन हो सकता है
इरेक्टाइल डिसफंक्शन से तात्पर्य संभोग के दौरान इरेक्शन को बनाए रखने में असमर्थता से है। इसके पीछे के कारण अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन मास्टरबेशन उनमें से एक नहीं है। नियमित रूप से मास्टरबेशन करने से आप अपने स्वयं के स्पर्श से आनंदित हो सकते हैं जिससे आपके साथी के लिए आपको अराउस करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। इसका मतलब यह नहीं है कि आप इरेक्टाइल डिसफंक्शन से पीड़ित हैं।
5. मास्टरबेशन के करण आपका सेक्सुअल अनुभव खराब हो जाता
यह बिल्कुल गलत है क्योंकि मास्टरवेशन और सेक्स दो अलग-अलग चीजें हैं । मास्टरबेशन से आपको संभोग सुख मिलता है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि यह आपकी सेक्स लाइफ को खराब करता है। मास्टरबेशन आत्म आनंद का एक हिस्सा है और सेक्स दो लोगों के बीच आनंद का एक हिस्सा है।
मास्टरबेशन एक सेक्सुअल प्लेजर का हिस्सा है, इसे बार-बार करना या बिल्कुल भी नहीं करना आप पर निर्भर है। किसी भी डर या अफवाह के कारण कभी मत सोचो कि अच्छा है या नहीं, जो अच्छा लगे वो करो।