लाइफस्टाइल का अर्थ है जीवनशैली। आपकी लैफ्टाइल वो आदतें और एक्टिविटी है जो आप हर दिन करते हैं। लाइफस्टाइल केवल शारीरिक एक्टिविटी के बारे में नहीं है। आप क्या कहते हैं, क्या काम करते हैं, एक्सेर्साइज़ करते हैं या नहीं, किस तरह के किताब पढ़ते हैं, किता सोशल मीडिया का प्रयोग करते है, परिवार से कैसा सम्बन्ध है, यह सब आपकी लाइफस्टाइल है। आप क्या और कितना करते हैं, इससे पता चलता है की आपकी लाइफस्टाइल हेल्दी है या नहीं।
हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए टिप्स:
1. डाइट कंट्रोल
कोशिश करें की आपके डाइट में अनप्रोसेसेड खाना खाने का प्रयास कीजिये। बैलेंस्ड डाइट खाने पर थोड़ा ध्यान दें। खाने के टाइमिंग भी ज़रूरी है। सबसे हेल्दी खाना अगर गलत समय खाया जाए तो अनहेल्थी हो जाता है। आप सप्ताह में एक बार चीट डे रख सकते हैं, जब आप उन्हेअल्थी खाने से खुद को रोखते नहीं। शरीर को सब चीज़ की आदत होनी चाहिए।
2. एक्सेर्साइज़
यह जितना बार बोलै जाये कम है। रेगुलर एक्सेर्साइज़ के बिना इंसान हैल्थी नहीं हो सकता। उसके शरीर के अंग ठीक से काम नहीं करेंगे। पुराने ज़माने में इंसान को चलना पड़ता था, क्योंकि गाड़ी नहीं थे। वे खेत में काम करते थे, चेयर पर बैठे नहीं रहते थे। पानी के लिए भी दूर चलकर जाना पड़ता था। पहले मनुष्य को ज़िंदा रहने के लिए ही शारीरिक म्हणत करनी पड़ती थी, इसलिए उन्हें अलग से व्यायाम के लिए समय नहीं निकलना पड़ता था। आज कल हम चेयर या काउच पे इतना समय बिताते हैं, इसलिए हमें अलग से, हफ्ते में कम से कम 150 मिनट्स एक्सेर्साइज़ के किसी फॉर्म के लिए निकलना पड़ता है, चाहे वह योग हो, जिम, तैराकी, डांस, या ब्रिस्क वाक।
3. सोशलिज़ेशन
सोशलिज़ेशन का अर्थ है दुसरे लोगों से मिलना और बात चीत करना या कोई एक्टिविटी साथ में कारना। मनुष्य एक समाजिक प्राणी है, इसलिए वह जितना भी इंट्रोवर्टेड हो, उसे फिजिकल ह्यूमन इंटरेक्शन की ज़रूरत है। ऑनलाइन टेक्स्ट करना काफी नहीं होता। कम सोशल इंटरेक्शन से हमारे मेंटल हेल्थ पर बुरा प्रभाव हो सकता है। इस पान्डेमिक के दौरान लॉकडाउन बहुत बच्चे और बड़ों को सोशल एंग्जायटी और डिप्रेस्शन जैसे समस्या हुई। हलाकि तब घर में बंद रहना ज़रूरी था, अब तो नहीं है। जाइये आपके दोस्तों से मिलिए और मौज-मस्ती कीजिये।
4. नींद
जब हम सोते हैं, हमारा शरीर खुद को रिपेयर करता है, दिमाग मेमोरी बनता है, और हमें अगले दिन के लिए तैयार करता है। हर रात 6-8 घंटे गहरी नींद स्वस्थ शरीर के लिए आवश्यक है।
5. बुरी आदतें छोड़ने का प्रयास करें
सभी जानते हैं की स्मोकिंग, शराब पीना, ड्रग्स लेना आदि, बुरी आदतें हैं, फिर भी अधिकतर पॉप्युलेशन, इन में से कम से कम एक बुरी आदत का शिकार है। इन आदतों के वजह से आप अपना और अपने प्रियजनों को हानि पूछते हैं। पैसिव स्मोकिंग, एक्टिव स्मोकिंग जितना ही हानिकारक है, और कैंसर का कारण बन सकता है। अल्कोहल या ड्रग्स लेकर आप क्या करते हैं शायद आपको याद न हो, पर आपके परिवार को याद होगा और दुख भी होगा।
हेल्दी लाइफस्टाइल का मंत्र है बैलेंस। हर चीज़ को मॉडरेशन में करना चाहिए। आप जर्नलिंग या रूटीन बनाकर इस बैलेंस को हासिल कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर आप अपने जर्नल में खाना लिख सकते हैं ताकि आपको पता हो आप क्या न्यूट्रिएंट्स पा रहे हैं और एक्सेर्साइज़ का रूटीन बना सकते है।
अगर आप खुद को बदलने का कोशिश क्र रहे हैं, तो यह एक दिन में नहीं होगा। आपको हर दिन छोटे बदलाव लाने होंगे, और धीरे धीरे आप सफल हो जायेंगे।