Vasant Ritu: आयुर्वेद में ऋतुओं का बहुत महत्व है। आयुर्वेदशास्त्र के अनुसार ऋतुओं के बदलने से ही हमारे शरीर में वात, पित्त और कफ़ पर असर पड़ता है। ऐसे में ऋतुओं के बदलने पर हमें विशेष खानपान का सेवन करना चाहिए। ऋतुओं को ध्यान में रखकर खाना चाहिए।
ठंड-गरम के बीच की ऋतु है वसंत
इस समय वसंत ऋतु चल रही है। आयुर्वेद में ऐसे ही वसंत ऋतु को लेकर सावधानी बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं। पूरे साल छ: ऋतुएं होती हैं। हालांकि क्लाइमेट चेंज के कारण ऋतुओं का भी चक्र बदल रहा है। ऐसे में आजकल वसंत ऋतु है। वसंत ऋतु से पहले शिशिर ऋतु होती है वहीं बाद में ग्रीष्म ऋतु आती है। वसंत ऋतु वो ऋतु है जिसमें ठंड जा रही होती है और गर्मी शुरू हो रही होती है।
गरिष्ठ भोजन से करें परहेज़
क्योंकि ठंड और गर्मी में बदलाव हो रहा होता है ऐसे में वसंत ऋतु में जीवनशैली और खानपान का बहुत ख़याल रखना होता है। ठंड-गरम के इस मौसम में गरिष्ठ भोजन बिल्कुल वर्जित है। कुछ भी ऐसा नहीं खाना है जिसमें चिकनाई से युक्त हो, बहुत ज़्यादा खट्टी और मीठी हो। इसके साथ ही भारी भोजन वसंत ऋतु में नहीं खाना है।
हल्के भोजन का करें सेवन
वसंत ऋतु में खाने में हल्का भोजन जैसे दलिया, खिचड़ी और मूंग की दाल। इसके साथ ही पुराना गेंहूं और चावल, फ़ाइबर से युक्त आहार लेने हैं। मौसमी सब्ज़ी के साथ-साथ मौसमी फल का सेवन करना है। वसंत ऋतु वो ऋतु है जिसमें खीरे, ककड़ी, तोरई और भिंडी जैसी सब्ज़ियां मार्केट में आनी शुरू हो जाती हैं। ऐसे में इनके रस का सेवन या इनको खाना वसंत ऋतु में बहुत फ़ायदेमंद है। वसंत ऋतु में करेले का सेवन रक्त को साफ़ करने में मदद करता है। इससे बीमारियां नहीं होती शरीर में।
बाहर विचरने पर रखें सावधानी
क्योंकि वसंत ऋतु का मौसम ठंड-गरम का होता है ऐसे में इस ऋतु में किसी भी तरह बाहर सोना या टहलना सावधानी के साथ करना चाहिए। गर्मी लगने पर अकसर हम बाहर निकल जाते हैं। ऐसे में सावधानी के साथ बाहर निकलें क्योंकि आपका शरीर ठंड-गरम में जूझता हुआ परेशानी पैदा कर सकता है। कपड़ों के दौरान भी एकदम ये सोचते हुए कि ठंड कम हो गई है, शरीर से न हटाएं। इससे भी शरीर में सर्दी-ज़ुकाम जैसी समस्या पैदा हो सकती है।
इस तरह आप वसंत ऋतु में कुछ चीज़ों का परहेज़ करते हुए आसानी से इस ऋतु का बिना किसी समस्या के आनंद ले सकते हैं। वसंत ऋतु बहुत मनोरम होती हैं। पक्षियों का कलरव और लहलहाते खेत और बग़िया का वसंत ऋतु में अलग ही मज़ा है।