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Know how to prevent pickle from fungus: आचार भारत के लगभग हर घर में बनता और खाया जाता है। ये भोजन की जान होता है और खाने का स्वाद बढ़ा देता है। आचार, चाहे किसी भी चीज जैसे आम का हो, नींबू का, मिर्च का या फिर किसी अन्य फल और मसाले से बना हो इसके बिना खाना अधूरा सा लगता है। अलग अलग अचार का स्वाद भी अलग होता है। ये चटपटी और तीखी या कई बार खट्टी-मीठी होती है। आचार आमतौर पर ताजे फल और मसालों के साथ कच्चा तेल और नमक डालकर तैयार किया जाता है और इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए इसका रख रखाव सही से किया जाना चाहिए ताकि इसे फफूंद लगने से बचाया जा सके। आचार में किसी नमी या गंदगी के कारण फफूंद लगती है और इससे आचार की गुणवत्ता को खराब हो जाती है और ये खाने लायक नहीं बचता। इस आर्टिकल में आपको बताएगें कि कैसे आप आचार को फफूंद लगने से बचा सकते है।
जाने आचार को फफूंद लगने से कैसे बचाए
1. साफ और सूखे बर्तन का ही उपयोग करें
आचार बनाते समय या उसे स्टोर करते समय सबसे जरूरी है कि आप साफ और सूखे बर्तन का उपयोग करें। बर्तन में जरा भी नमी रह गई तो फफूंद लगने का खतरा बढ़ जाता है। आचार को रखने के लिए कांच या सिरेमिक का जार (मिट्टी का बर्तन भी चलता है) आदर्श होता है। धातु के बर्तनों से रिएक्शन हो सकता है, जिससे स्वाद और गुणवत्ता पर असर पड़ता है।
2. आचार को अच्छे से धूप लगाए
किसी भी आचार को बनाने से पहले उसकी सभी चीजों जैसे आम, नींबू, मिर्च और मसालो को अच्छी तरह धूप में सूखा दे। इससे बची हुई नमी खत्म हो जाएगी क्योंकि अगर थोड़ी सी भी नमी बची रह जाए, तो ये फफूंद का कारण बन सकती है।
3. पर्याप्त तेल का उपयोग करे
आचार को लंबे समय तक सही रखने के लिए उसमें सरसों के तेल का ही उपयोग करें। तेल आचार को हवा और नमी से बचाती है, जिससे फंगस नहीं लगती। यह जरूरी है कि आचार का हर टुकड़ा पूरी तरह से तेल में डूबा हो। अगर आचार ऊपर से सूखा रह गया तो वहां फफूंद लग सकती है।
4. आचार निकालते समय सूखे और साफ चम्मच का प्रयोग करें
आचार की बर्नी से आचार निकालने में हमेशा सूखा साफ चम्मच का ही उपयोग करें। गीला या गंदा चम्मच डालने से नमी और बैक्टीरिया अंदर चले जाते हैं, जिससे फंगस तेजी से लगना शुरू हो जाती है। अगर हो सके तो स्टील की बजाय लकड़ी के चम्मच का उपयोग करें।
5. धूप दिखाते रहे
आचार को महीने-पंद्रह दिन में धूप जरूर दिखाए। ये एक परंपरागत लेकिन कारगर तरीका है। इससे आचार की नमी निकल जाती है और बैक्टीरिया या फंगस नहीं पनपता। जार को बंद करके दोपहर की तेज धूप में कुछ घंटों के लिए रख दें। इससे उसका स्वाद भी बना रहता है और अचार फफूंद से भी बचा रहेगा।