Taste Of Banaras: बनारस, सबके दिलों में प्रेम का रस घोल देने का नाम है बनारस। जहां की सुबह हर हर महादेव से होती है और शाम गंगा आरती में ठहर सी जाती है। बनारस एक शहर नही बल्कि सुकून हैं या फिर यूं कहें सुकून का नाम ही है बनारस। बनारस अपने गलियों, मंदिरों, घाटों के साथ अपने खान पान के लिए भी विश्व प्रसिद्ध हैं। यहां के गालियों से प्रेम से बने मनमोहक व्यंजनों की खुशबू हमेशा हवा में इत्र की तरह महकती रहती है। वो गीत है न अर्जित सिंह का ‘मुझको इतना बताएं कोई, कैसे तुझसे दिल न लगाएं कोई ’समझ लीजिए यह तो हमारे बनारस के खान– पान के लिए ही बना है।
ऐसे ही बनारस लोगों का प्यार बनते नहीं जा रहा कुछ खास है इस शहर के लोगों और वातावरण में। दुनिया भर से लोग यहां आते है और खाने का भरपुर आनंद लेते है। अगर आप बनारस घूमने आ रहे हैं तो यहां के सुबह के नाश्ते से लेकर शाम के खाने तक की जानकारी बिल्कुल रखे ताकि आपसे गलती से भी यहां का स्वाद मिस न हो जाए। आइए जानते है बनारस के असली स्वाद के बारे में -
5 ऐसे नाश्ते जो बनारस की पहचान हैं!
1. चाची की दुकान
जिस तरह बनारसी पान की चर्चा दुनिया के सभी कोने में होती है उसी तरह जलेबी, सब्जी और कचौरियों को लेकर लोगों के अंदर बनारस की एक अलग छवि बनी हुई हैं। वैसे तो जलेबी कचौरियों के दुकान अनगिनत है जो अपने अलग –अलग सवाद के लिए मशहूर है। उनमें से एक दुकान ‘चाची की दुकान’ है जो लंका में स्थित है। ये दुकान 108 वर्ष पुरानी है। अब यहां चाची तो नहीं पर आज भी चाची की गालियों की वजह से लोगो के बीच प्रसिद्ध है। यहां सुबह 4.30 बजे से लोगो की भीड़ लगनी शुरू हो जाती है और दूर–दूर से लोग यहां के फूली हुई कचौड़ी और कद्दू की सब्जी का स्वाद चखने आते है।
2. नीलू कचौड़ी
बनारस आए और हींग वाली गोल कचौड़ी का स्वाद नहीं लिया तो कुछ नही किया। चौक की गालियों में मौजूद नीलू कचौड़ी का नाम सबके जुबान पर रहता है। ये दुकान अपने हींग वाले छोटे गोल कचौड़ी और चना चौरियों के लिए फेमस है। सुबह 6 बजे ही यहां लोगो की लंबी कतारें लगनी चालू हो जाती है। दुकान में कचौड़ी तो खत्म हो जाएगी पर लोगों की लाइनें लगनी नहीं बंद होती।
3. पहलवान लस्सी
अब लस्सी किसे नहीं पसन्द है मीठे में तो सबसे खास होता है लस्सी। विश्व भर में बनारस के पहलवान लस्सी का नाम राजनेताओं से लेकर अभिनेताओं कि जुबान पर रहता है। अक्षय कुमार, मनोज तिवारी, अनुराग कश्यप और राजेश खन्ना जैसे मशहूर लोगो ने पहलवान लस्सी का स्वाद चखा है। ये दुकान लंका रोड पर 73 वर्ष से स्तिथ हैं। यहां मलाई लस्सी , चॉकलेट लस्सी, केसर लस्सी आदि के लिए जानी जाती है। यहां 8 बजे से लेकर 11 बजे तक लोगों का आगमन लगा रहता है।
4. फायर उत्तपम
काशी की कचौरी जलेबी, लस्सी ,पान का स्वाद तो लेना जरूरी है ही पर यहां के साउथ इंडियन डिश भी कम लजीज़ नहीं। बनारस के फायर उत्तपम के बारे में तो सुना ही होगा अपने जो की तमिल चेन्नई के उत्तपम को भी फेल कर देता है। इसे बनारस का देसी पिज्जा कहा जाता है जिससे खाने के लिए आपको दशाश्वमेध घाट मार्ग में सुबह 7 बजे जाना होगा। यह ठेले पे आग से बनने वाले उत्तपम का स्वाद आप जरूर ले।
5. श्री जी कि मलइयो
मलइयो सर्दियों की सबसे लाजवाब और मनपसंद मिठाई है। यह बनारसियों की दिलों की जान हैं। ये ठंडी की सुबह मिलने वाली दूध के झाग से बना एक मन मोह लेने वाला व्यंजन हैं । चौक के चौखंबा गली में मौजूद श्री जी स्वीट्स अपने बेहद स्वादिष्ट मलइयो के लिए जाना जाता है। सर्दियों के शुरुवात होते ही यहा मलइयो का मिलना शुरू हो जाता है। सुबह से लोगो की भीड़ जुट जाती है और कम होने का नाम नहीं लेती।