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Women In Journalism: इंडियन जर्नलिस्ट जिन्होंने बनाई अपनी एक अलग पहचान

भारतीय पत्रकारिता की सबसे ज्यादा पहचाने जाने वाले चेहरों में से एक है फेय डिसूजा इन्होने ऑल इंडिया रेडियो के साथ न्यूज़ रोप्टेर के तोर पर अपना करियर शुरू किया। जानें अधिक इस इंस्पिरेशन ब्लॉग में -

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Vaishali Garg
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पत्रकारिता और जनसंचार

Women In Journalism

Women In Journalism: मीडिया हर जगह प्रशिद्ध है। मीडिया के माध्यम से हम प्रत्येक जगह की जानकारी हांसिल कर सकते है। मीडिया एक बहुत वास्ट नेटवर्क बन चूका है। भारतीय मीडिया में कुछ पत्रकार ऐसे हैं जो न केवल अपने काम के प्रति सच्चे और अटेंटिव रहे बल्कि लगातार जरूरी और प्रासंगिक न्यूज़ भी देते रहे है। इन पत्रकारों में महिलाएँ भी हैं जो प्रतेक पत्रकारों के लिए एक इंस्पिरेशन बन गई हैं और अपने कर्तव्य से अलग जाकर भी काम कर रही हैं। 

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भारत में हर क्षेत्र में महिलाएं अपना खूब नाम कमा रही हैं जहां कभी सिर्फ पुरुष काम करते थे आज वहां महिलाओं ने अपनी एक अलग और सक्सेसफुल पहचान बनाई है। आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसी ही महिला जर्नलिस्ट के बारे में जिन्होंने पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। 

5 Inspirational Indian female Journalist

1. शैली चोपड़ा

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शैली चोपड़ा शीदपीपल टीवी की फाउंडर है। यह प्लेटफार्म विमेंस की स्टोरी रिप्रेजेंट करता है। शैली एनडिटीवी -प्रोफिट और इटीनाओ में काम कर चुकी है। शैली लेखिका भी है वह अभी तक 4 किताबें लिख चुकी है। शैली उन मीडिया कर्मियों से एक है जिन्होंने 26/11 ताज हादसे को लाइव रेकॉड किया था। शैली 2022 में Askgytree वेबसाइट ओपन की जो महिलाओं के लिए है।

2. मधु त्रेहन

मधु त्रेहन इंडिया टुडे न्यूज़ मैगज़ीन की फाउंडर एडिटर है। इन्होने अपना कर्रिएर यूनाइटेड नेशंस के प्रेस से शुरु किया। मधु ने 1986 में इंडिया की फर्स्ट वीडियो मैगज़ीन, नूस्ट्रक को प्रोडूस किया। मधु निउलाउन्ड्री की फाउंडर्स में से एक है।

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3. फेय डिसूजा

भारतीय पत्रकारिता की सबसे ज्यादा पहचाने जाने वाले चेहरों में से एक है फेय डिसूजा इन्होने ऑल इंडिया रेडियो के साथ न्यूज़ रोप्टेर के तोर पर अपना करियर शुरू किया। इन्होंने जर्नलिस्ट ऑफ द ईयर का अवार्ड 2018 में जीता,  2019 में इन्होने अपना इंडिपेंडेंट चैनल शुरू किया।

4. राना अय्य

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राना अय्यूब ने तहलका में अपना करियर एक इन्वेर्टिगेशन रेपोटर के रूप में शुरू किया। इन्होंने अपने रिसर्च के आधार पर गुजरात फाइल्स नामक किताब लिखी जो गोधरा ट्रैन बर्निंग को दर्शाती थी। इन्हें 2018 में रेसिलिएंट ग्लोबल जौर्नालिस्ट नामक अवार्ड मिला।

5. पत्रिकीअ मूखीम

द शिल्लोंग टाइम्स की एडिटर है। मूखीम को पदमा श्री अवार्ड से नवाज़ा गया है। पत्रिकीअ मूखीम सोशल एक्टिविस्ट् के रूप में जनि जाती है। इन्होने मेघालय के सोशल और पोलिटिकल फील्ड को बहतरीन तरिके से कवर किया।

शैली चोपड़ा Women In Journalism राना अय्यूब पत्रिकीअ मूखीम
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