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एक्ट्रेस विद्या बालन को हिंदी सिनेमा में महिला प्रधान फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के साथ महिलाओं के चित्रण में बदलाव लाने के लिए जाना जाता है। उन्होंने अपने अभिनय से न केवल दर्शकों का बल्कि फिल्म निर्माताओं का भी नजरिया बदला। उन्होंने समाज में बदलाव लाने वाली फ़िल्में जैसे; कहानी, पा, तुम्हारी सुलू जैसी कई फिल्मों में काम किया। अपनी अदाकारी के दम पर विद्या ने अब तक एक नेशनल अवार्ड और छह फिल्मफेयर अवार्ड जीते हैं।आज हम बात करेंगे विद्या बालन के कुछ ऐसे दमदार रोल्स के बारें में जो रियल लाइफ में हैं इन्सिपिरशनल।
जानिए विद्या बालन के इंस्पिरेशनल किरदारों के बारे में
1. Paa
इस फिल्म में विद्या का किरदार बहुत साहसी और समाज को मात देने वाला है। उसे अपनी पढ़ाई पूरी करनी है, अपने सपने पूरे करने है, डॉक्टर बनना है। लेकिन अमोल के संपर्क में आने से वह गर्भवती हो जाती है। उसकी शादी नहीं हुई है, फिर भी वह समाज में झेलने वाली प्रताड़ना को ताक पर रखकर अपने बच्चे को जन्म देती है। एक बिनब्याही मां के लिए सिर उठाकर चलना भारत में तो बिल्कुल आसान नहीं है। वह अपनी पढ़ाई जारी रखती है और डॉक्टर भी बनती है। उसका बेटा ऑरो एक अजीब बीमारी से ग्रसित होता है। वह उसकी देखभाल भी करती है। विद्या का ये किरदार बहुत चुनौतीपूर्ण था। इसके लिए विद्या बालन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
2. No One Killed Jessica
सबरीना के रूप में विद्या ने एक जिम्मेदार बहन और बेटी का किरदार बहुत ही सलीके से निभाया है। सबकुछ सामने होते हुए भी अपने भावों से अपनी बेबसी को दर्शाना बहुत असली लगता है। ऐसे शानदार अभिनय के लिए विद्या को फिल्मफेयर अवार्ड के लिए नामित किया गया। सबरीना अपनी बहन जेसिका का मर्डर होते देखती है और उसे इन्साफ दिलाने के लिए एक शक्तिशाली राजनीतिज्ञ से लड़ती है। कातिल को बचाने की लाख कोशिशें होती हैं लेकिन सबरीना के सहयोग के लिए पूरा देश सड़कों पर उतर आता है। अपनी बहन की याद में आंसू बहाना और उसके लिए लड़ना सबरीना ने एक साथ करके दिखाया।
3. The Dirty Picture
पिछले दशक की शुरूआत से हिंदी सिनेमा में फीमेल लीड वाली फिल्मों का जो नया दौर शुरू हुआ उसकी शुरुआत विद्या की इसी फिल्म से होती है। यह मशहूर अभिनेत्री सिल्क स्मिता की बायोपिक है। विद्या ने सिल्क के इस किरदार को जितना अच्छे से निभाया, उतना तो शायद ही कोई कर पाता। फिल्म में इमरान हाश्मी, नसीरुद्दीन शाह और तुषार कपूर जैसे बड़े अभिनेता हैं लेकिन विद्या के सामने सभी फीके रहे। सिल्क के रूप में विद्या की कामुक अदाओं के दीवाने गली गली में पैदा हो गए थे, यही इस किरदार के लिए सबसे बड़ा इनाम था। इस फिल्म के लिए विद्या को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्मफेयर और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
4. Kahaani
फिल्म में विद्या का किरदार गर्भ से होने के बावजूद अपने खोए हुए पति को खोजने के लिए पूरा शहर नाप देता है। वह हर वो कोशिश करती है जो ऐसे समय में एक सूझ बूझ वाला मजबूत मर्द करता। विद्या के इस किरदार ने लोगों के दिलों में नारीत्व की परिभाषा ही बदल दी। सही मायनों में अगर पूछा जाए तो हिंदी सिनेमा की बाकी अभिनेत्रियों के लिए यह किरदार एक सीख था जिसके बाद उन्होंने भी नारीवादी किरदार करना शुरू किए। फिल्म निर्माताओं को भी इसी फिल्म से पता चला कि बिना पुरुष किरदार के भी फिल्म इतना अच्छा कारोबार कर सकती है, बशर्ते परोसी गई सामग्री सही होनी चाहिए। इस फिल्म में किरदार के लिए विद्या को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्मफेयर अवार्ड से नवाजा गया।
5. Tumhari Sulu
फिल्म डर्टी पिक्चर की सफलता को फ्लूक कहने वालों के लिए विद्या की अगली फिल्म कहानी करारा तमाचा साबित हुई। इस फिल्म में विद्या एक रेडियो जॉकी की भूमिका में नजर आई हैं। वह पहले भी रेडियो जॉकी का किरदार निभा चुकी हैं, लेकिन यहां एक और चुनौती उनके सामने थी, और वह थी उनका परिवार और समाज। वैसे तो विद्या के सारे किरदार समाज को सीख देने वाले ही होते हैं, लेकिन इसके माध्यम से उन्होंने एक कामकाजी महिला के सामने आने वाली परेशानियों को अच्छे से जीवंत किया और उनसे लड़ने का तरीका भी बताया। सुलू एक मध्यम वर्गीय परिवार की एक गृहणी है जिसे नौकरी भी करनी है और अपना परिवार भी चलाना है। इस काम में सुलू के पति उसका पूरा साथ देते हैं। रात की नौकरी पर अपनी पत्नी के साथ जाना और उसी के साथ वापस आना एक परवाह करने वाले पति की निशानी है। एक संघर्षरत महिला का बेहतरीन किरदार निभाने के लिए विद्या को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर अवार्ड मिला।