सुष्मिता सेन 1994 में मिस यूनिवर्स बनी थी और तभी से वह मिडिल क्लास से लेकर स्टैंडर्ड क्लास की महिलाओं के लिए एक प्रेरणा रही हैं। वह हमेशा से ही गलत के लिए आवाज उठाती आए हैं फिर चाहे वह sexual misconduct के खिलाफ हो या फिर सेक्सिस्ट लिरिक्स पर लिप सिंक करने के लिए मना करना।
हाल ही में ट्विंकल खन्ना के साथ हुआ एक उनका इंटरव्यू इस बात का सुबूत है। यह उनकी इमानदारी और रियलिस्टिक होने का प्रमाण है।
ऑर्डर बेचकर कमाए पैसे
सुष्मिता सेन ने इंटरव्यू में अपनी जिंदगी के कुछ नायाब किस्से और स्ट्रगल के बारे में बात की। उनकी जिंदगी में कुछ ऐसे वक्त भी आए जब वह बहुत ही कमजोर पड़ गई थी या फिर टूट गई थी। लेकिन उनका मानना है कि हर वक्त स्ट्रांग रहना जरूरी नहीं कभी-कभी कमजोर पढ़ना भी सही होता है।
सुष्मिता एक बंगाली परिवार से हैं। वह बताती हैं कि जब छोटी थी तो उन्हें श्रीदेवी के वाइट ड्रेस वाले लुक से प्यार हो गया था। वह भी अपने लिए एक ऐसा ही ड्रेस और लुक चाहती थी। लेकिन उन्हें केवल दुर्गा पूजा पर ही कपड़े खरीदवाये जाते थे जिसका वह इंतजार नहीं कर सकती थी।
इसलिए उन्होंने अपनी गर्मियों की छुट्टी में पापा की इजाजत लेकर कंपनी के आर्डर बेचने शुरू किए। वह घर घर जाकर दरवाजा खटखटा आती थी और कंपनी के नोट पैड पर उनके ऑर्डर लिखा करती थी। इससे उन्होंने अपने लिए कुछ पैसे जोड़ लिए थे।
मैं हमेशा से ही बहुत ओपन रही हूं
सुष्मिता ने इंटरव्यू में एक आम बंगाली लड़की से मिस यूनिवर्स बनने तक की अपनी जर्नी भी शेयर की। ट्विंकल खन्ना ने उन्हें याद दिलाया कि वह हमेशा ही वक्त से बहुत आगे रही हैं। वह कॉस्मेटिक सर्जरी और रोमांटिक रिलेशनशिप के बारे में भी बहुत खुलकर बात करती हैं।
इसके जवाब में सुष्मिता ने कहा कि वह अपने बारे में शुरू से ही बहुत ईमानदार और ओपन रही है। उनका मानना है कि मनुष्य के तथ्य और जिंदगी की सच्चाई यों को जज करने से बेहतर है कि उन्हें खुले विचारों के साथ स्वीकार आ जाए। इसलिए वह शुरू से ही बहुत ओपन माइंडेड हैं।
वह कहती हैं कि "तुम्हें क्या लगता है हमने कोई गलती नहीं की है? दबा के की हैं। लेकिन मैं उन गलतियों का गिल्ट अपने साथ लेकर नहीं रहती क्योंकि मैंने इन्हें जिया है।"
अडॉप्शन
सेक्सुअल अब्यूज से लेकर एडॉप्शन तक सुष्मिता हर गुप्त मुद्दे के बारे में खुलकर बात करना जानती है। अरे हम इन विषयों की लिस्ट में उनके एडॉप्शन से मां बनने को कैसे भूल सकते हैं। सुष्मिता दो बच्चों की मां है जिन्हें उन्होंने सबसे लड़कर एडॉप्ट किया है। उनके लिए एडॉप्शन में कुछ भी गलत नहीं है।