माता-पिता को अपने बच्चों में गुड और बैड टच के बारे में जरूर बात करनी चाहिए। आप को बच्चों को समझाना चाहिए कि गलत और सही में क्या अंतर है। बच्चों को समझाइए कि वह किस तरह से जान सकते हैं कि कौन उन्हें गलत तरीके से छू रहा है और कौन नहीं। बच्चों के खिलाफ होने वाली यौन हिंसा में बहुत बढ़ोतरी है और करीब 60 से 70% केस ऐसे होते हैं जिनमें यौन हिंसा करने वाला कोई जान पहचान का ही होता है। क्योंकि जान पहचान वालों पर मां-बाप ही भरोसा करते हैं इसलिए कभी कभार में अपने बच्चों की शिकायत पर भी भरोसा नहीं करते। इसलिए जरूरी है कि आप अपने बच्चों को सही और गलत टच की जानकारी दें ताकि उनके साथ कुछ भी गलत होने पर वह तुरंत आपके पास आ सके।
1. बच्चों को स्पर्श का अंतर समझाएं
जरूरी है कि आप अपने बच्चों को सही और गलत स्पर्श का अंतर समझाएं। उन्हें बताएं कि अगर किसी इंसान के स्पर्श से वह अच्छा और सुरक्षित महसूस कर रहे हैं तो वह गुड टच है। वहीं अगर किसी इंसान के स्पर्श से उन्हें असहज महसूस होता है और वह उनके आसपास असुरक्षित महसूस करते हैं तो वह बैड टच है। कभी भी अगर वह बैड टच का अनुभव करते हैं तो उन्हें बताएं कि तुरंत आकर आपको इस बात की जानकारी दें।
2. बच्चों के साथ दोस्त की तरह व्यवहार करें
बच्चे आपसे खुलकर बात कर सके इसलिए जरूरी है कि आप उनके साथ एक दोस्त की तरह व्यवहार करें। कई बार बच्चे अपने माता-पिता से डर जाते हैं उनके साथ होने वाली हरकतों को बता नहीं पाते हैं। अधिकांश अगर यौन हिंसा करने वाला कोई सगा संबंधी या रिश्तेदार है उस समय बच्चे डर कर यह सोचते हैं कि उनके माता-पिता उन्हें डाट देंगे और उन पर भरोसा नहीं करेंगे। ऐसी स्थिति में जरूरी है कि आप अपने बच्चों पर भरोसा करें और उनके दोस्त बने।
3. बच्चों को लोगों की पहचान कराएं
बच्चे नासमझ होते हैं। उन्हें अपने पराए का अंतर मालूम नही होता है इसलिए जब कोई अजनबी भी उनसे हंसकर बात करता है या कुछ खाने को देता है तो वह तुरंत ले लेते हैं। यही चीज है यौन हिंसा को बढ़ावा देती हैं। इसलिए बच्चों को समझाएं कि घर वालों के अलावा किसी भी अनजान इंसान पर भरोसा ना करें, ना उनके द्वारा दी गई कोई चीज ले और ना ही उनके साथ कहीं जाए।
4. बच्चों को यौन अंगों की सही जानकारी दें
अक्सर माता-पिता सोचते हैं कि उनका बच्चा छोटा है और वह यौन अंगों की जानकारी समझ नहीं पाएगा। लेकिन अगर आप बच्चों को समझाएंगे तो वह समझ जाते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप बच्चों को यौन अंगों की सही जानकारी दें व उनका सही नाम बच्चों को बताएं। बच्चों को बताएं कि उनके यौन अंग उनकी बॉडी का बहुत प्राइवेट हिस्सा है जहां उनके माता-पिता के अलावा उन्हें कोई और नहीं छू सकता है। अगर कोई ऐसा उनके साथ करता है तो वह अपने माता-पिता को तुरंत आकर इस बात की जानकारी दें।
5. चित्र का सहारा लें
यह देखा जाता है कि बच्चों को अक्सर कहीं बातें याद नहीं रहती हैं लेकिन उनकी चित्रों और कार्टूंस में बहुत रूचि होती है। इसलिए बच्चों को गुड टच और बैड टच की जानकारी देने के लिए आप ऐसी किताबों का इस्तेमाल कर सकते है। इसके अलावा आप बच्चों को यौन हिंसा की शिक्षा देने वाली कार्टून फिल्में भी दिखा सकते हैं। इस तरीके से बच्चों को यौन अंगों और गुड और बैड टच की जानकारी देना आसान होता है।