India's first women in different positions: स्वतंत्रता के बाद भारत देश को आगे बढ़ाने में न केवल पुरुषों ने अपितु महिलाओं ने भी अपनी संपूर्ण भागीदारी निभाई है। भारत की विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर महिलाओं का योगदान भी बेहद अहम रहा है। यहां भारत की प्रथम महिलाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है। इन महिलाओं ने अपने जज्बे और साहस से संपूर्ण देश को चलाने में या अंतरिक्ष तक जाने में अपना अभूतपूर्व योगदान दिया। हम सभी को इन महिलाओं से सीख लेनी चाहिए।
विभिन्न पदों पर भारत की प्रथम महिलाएं
1. इंदिरा गांधी (प्रधानमंत्री)
शायद ही कोई होगा जो इस नाम से परिचित न हो इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं। वे 1966 में इस पद पर निर्वाचित हुईं और उन्होंने भारत की राजनीति में एक अहम भूमिका निभाई। उनके कार्यकाल में कई ऐतिहासिक घटनाएं हुईं, जैसे 1971 का भारत-पाकिस्तान युद्ध और बैंकों का राष्ट्रीयकरण।
2. प्रतिभा पाटिल (राष्ट्रपति)
प्रतिभा पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति थीं। उन्होंने 2007 से 2012 तक यह पद संभाला। उनकी नियुक्ति ने देश की राजनीति में महिलाओं के बढ़ते योगदान को चिन्हित किया। उनके एक कदम से आज भारत कि राजनीति में कई सारी महिला नेताएं शामिल हैं।
3. मीरा कुमार (लोकसभा अध्यक्ष)
संविधान में महिलाओं की भागीदारी अभूतपूर्व रही है, मीरा कुमार 2009 में भारत की पहली महिला लोकसभा अध्यक्ष बनीं। उनका कार्यकाल संविधान और संसदीय परंपराओं के प्रति समर्पण के लिए जाना जाता है।
4. फातिमा बीबी (मुख्य न्यायाधीश)
फातिमा बीबी 1989 में भारत की सर्वोच्च न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश बनीं। उनके नियुक्त होने से न्यायपालिका में महिलाओं की भागीदारी को प्रोत्साहन मिला।
5. कल्पना चावला (भारतीय अंतरिक्ष यात्री)
आज जहां महिलाएं अपने घर से बाहर निकलने में कतराती है या डरती हैं, वही जांबाज कल्पना चावला 1997 में अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। नासा के साथ उनके साहसिक मिशन ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रेरणादायक व्यक्ति के रूप में स्थापित किया। आज कल्पना चावला हम सभी के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है।
6. सरोजिनी नायडू (राज्य की पहली महिला गवर्नर)
सरोजिनी नायडू 1947 में उत्तर प्रदेश की पहली महिला गवर्नर बनीं। वे स्वतंत्रता संग्राम की प्रमुख नेता भी थीं और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष थीं।