1. आप कौन- सा स्पेशल हो
कभी भी अपने माता- पिता को ये बात नहीं बोलनी चाहिए। माता- पिता भागवान समान होते हैं। माता - पिता अपने बच्चों की खुशी के लिए जी- तोड़ मेहनत करते हैं उनके जीवन का उद्देश्य बच्चों की खुशी को देखना और खुश रहना है। कई बार बच्चे ऐसा बोलते हैं कि ऐसा सभी के माता- पिता ने किया है।
बच्चे कभी- कभी गुस्से काबू नहीं रख पाते और ये भूल जाते हैं कि इस दूनिया में कोई सच्चा प्यार कोई करता है आपसे तो वे सिर्फ आपके माता- पिता ही हैं। इसलिए माता- पिता को कभी भी ऐसी बाते न बोलें और उनका सम्मान करें।
2. आपको सीखाने की जरूरत नहीं है
जब कभी भी आप अपनी भाग दौड़ की जिंदगी में उलझ जाते हैं तो कई बार माता पिता आपको सलाह देते है तो उस समय आप उनके सुझाव को न ठुकराकर उनकी इज्जत करें। बचपन से लेकर बड़े तक जब भी हम कोई काम गलत करते हैं तो हमें माता पिता ही बताते हैं उसे कैसे करना चाहिए । हमारी पहली गुरु हमारी मां होती है, इसलिए माता पिता के सम्मान को कभी ठेस न पहुंचाए।
3. माता-पिता का अपमान
समाज में कभी भी अपने माता-पिता को अशिक्षित बताकर उनका अपमान नहीं करना चाहिए। आज के समय में माता- पिता शिक्षित हो या न हो वे अपनी सन्तान को जरूर शिक्षित बनाना चाहते हैं। आधुनिक काल में सामान्य स्तर में रहने वाले बच्चे पढ़- लिख जाने के बाद वह अपने माता- पिता के योगदान को भूल जाते हैं और उनकी पहचान तक को छुपाने लगते हैं।
परन्तु ऐसा कभी भी नहीं करना चाहिए। अगर माता- पिता आपको डांट देते हैं तो उसे आशीर्वाद समझकर भूलना जाना चाहिए और इस बात के लिए उनसे कभी लड़ना भी नहीं चाहिए। माता-पिता अपने बच्चों की शिक्षा के अपनी जरूरतों को , अपनी खुशीयों की कुर्बानी दे देते हैं।
4. अपशब्दों का प्रयोग
कभी भी अपने माता- पिता से संवाद करते समय अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। माता - पिता को अपशब्द कहना अभिशाप माना जाता है। आज के दौर बहुत से ऐसे लोग हैं जो घर के बाहर रहते है और वें लोग अपनी जीवन शैली में गाली- गलौज या अपशब्दों का प्रयोग करते हैं। ऐसे लोग के साथ यह संभव बात है कि घर में रहने वाले माता-पिता के लिए भी अपशब्दों का इस्तेमाल कर ही देते हैं जिससे उनके माता- पिता के सम्मान को बहुत ठेस पहुंचती है।
5. नवाचार को कुचलना
आज की युवा पीढ़ी में सारे ही काम टेक्निकल हो रहे हैं और ऐसे में हमें अपने माता पिता को ये कह कर अपमानित नहीं करना चाहिए कि तुम्हें कुछ नहीं आता है। अगर माता-पिता उन चीजों को सीखना चाहते हैं तो उन्हें ऐसा कुछ कहकर अपमानित न करें बल्कि उन चीजों के बारे में उन्हें बताएं। क्योंकि ऐसे मौके बहुत कम मिलते हैं कि आप से भी माता पिता कुछ नया सीख सकें। माता सर्वप्रथम,सर्वोपरि गुरु होती है।