Interview: रितु और सुरभि ने नवम्बर 2020 लॉकडाउन के समय एक ब्रांड ओपन किया जिसका का नाम लिक्स एंड क्रंच है। सुरभि हबलानी बायोमेडिकल इंजीनियर है और आपको बता दें रितु हब्लानी सुरभि की मां है। लिक्स एंड क्रंच के पहले रितु की पहचान एक ग्रहणी के रूप में की जाती थी लेकिन जब से लिक्स एंड क्रंच उन्होंने ओपन किया है अब वह एक एंटरप्रेन्योर रूप में जानी जाती हैं।
लिक्स एंड क्रंच, रितु हबलानी और सुरभि हबलानी द्वारा स्थापित कुत्तों के लिए एक ब्रांड है। यह उन लोगों की जरुरत को पूरा करता है जो अपने पालतू जानवरों को स्वच्छ खाद्य पदार्थ देना चाहते हैं जो उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा हो। यह अपनी घर की किचन में कुत्तों के लिए फूड आइटम प्रिपेयर करते हैं। 2020 में एस्टेब्लिश इंस्टाग्राम-बेस्ड यह डॉग फूड कंपनी व्यापक अध्ययन के बाद बनाए गए विभिन्न प्रकार के आइटम कुत्तों के लिए बेक करते हैं। वह डॉग्स की हैल्थ और स्वाद को देखते हुए जड़ी-बूटियों और भारतीय मसालों का उपयोग करते है।
आइए जानते हैं रितु हबलानी और सुरभि हबलानी ने ShethepeopleTV के साथ इंटरव्यू में अपनी एंटरप्रेन्योरियल जर्नी के बारे में क्या कहा:
प्रश्न- आप अपने और लिक्स एंड क्रंच के बारे में कुछ बताएं
मेरा नाम सुरभि हबलानी है। मैं प्रशिक्षण से एक बायोमेडिकल इंजीनियर हूं, और लिक्स एंड क्रंच नामक इंस्टाग्राम ब्रांड की संस्थापक हूं। हम कुत्तों के लिए खास खाद्य पदार्थ बनाते हैं, जो अनाज मुक्त, लस मुक्त और परिरक्षक मुक्त होते हैं। हमारा इंस्टाग्राम हैंडल @licksandcrunch है। हम देश में निम्नलिखित किस्मों में पके हुए व्यवहार करने वाले पहले हैं (और दूसरों के लिए मार्ग प्रशस्त करते हैं):
1) कुत्तों के लिए एक समर्पित भांग मेनू
2) कैनाइन-फ्रेंडली और कैनाइन-स्वस्थ मसाला व्यवहार करता है
3) नवीनता मीट
4) वानस्पतिक-आधारित व्यवहार
5) मशरूम-आधारित और अंजीर-आधारित उपचार
हम एक महिला-संचालित (मां-बेटी) व्यवसाय कर रहे हैं और अपने उद्यम के माध्यम से इंदौर में करीब 103 स्ट्रीट डॉग्स की देखभाल करते हैं! हम अपने प्रिय समुदाय कुत्तों को बहुत जरूरी खुश स्पॉटलाइट प्रदान करने के बारे में हैं! हमारे भोजन और बचाव के प्रयासों को एक आईजी खाते के माध्यम से प्रलेखित किया जाता है जिसे @picturekahero कहा जाता है।
प्रश्न- लिक्स एंड क्रंच ओपन करने की इंस्पिरेशन आपको कहां से मिली?
"Covid के समय जब लोगों को घर से जाने की इजाजत नहीं थी कहीं बाहर तब जो स्ट्रीट डॉग्स थे उनको खाने की काफी कमी हो जाती थी, यही कारण था कि मैंने स्ट्रीट डॉग्स को खाना खिलाना शुरू किया। तब मेरे मन में आया कि हमें एक डॉग अडॉप्ट करना चाहिए और फिर हमने कुछ समय बाद एक डॉग अडॉप्ट किया जिसका नाम हमने हम्प्टी रखा। उस समय बाहर जाने की इजाजत न होने के कारण हमने घर में इंडियन मसलों को मिक्स करके जो कुत्तों के लिए सेहतमंद हो, हमने बहुत सारी नई-नई चीजें बनाईं और यह कुत्तों को काफी पसंद वह उनके लिए सेहतमंद भी थी, तब यही विचारधारा के कारण मैंने और मम्मी ने लिक्स एंड क्रंच ओपन करने का निश्चय किया।"
प्रश्न: लिक्स एंड क्रंच को लेकर आपकी फ्यूचर प्लैनिंग क्या हैं?
"हम अभी भी एक घरेलू व्यवसाय के रूप में कार्य करते हैं। पिछले कुछ वर्षों में ब्रांड ने जो विकास और सफलता देखी है, वह बहुत उत्साहजनक है, और आगे बढ़ने वाले ब्रांड के लिए बड़ी योजनाएं हैं। वर्तमान में, सभी ऑपरेशन इंस्टाग्राम के माध्यम से किए जाते हैं, लेकिन व्यापार लेनदेन और खरीदारी को सुव्यवस्थित और स्वचालित करने के लिए एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म की ओर बढ़ रहे हैं। मां बेटी को उम्मीद है कि वह अपनी टीम का विस्तार करने के लिए उत्पादन की मात्रा में बहुत आवश्यक चीजें जोड़ेंगे और बहुत जल्द, लिक्स एंड क्रंच कुछ प्रमुख पालतू-देखभाल ब्रांडों की अलमारियों और उनके स्टोरों में भी उपलब्ध होगा"।
प्रश्न: इस पूरी जर्नी में आपको किन समस्याओं का सामना करना पड़ा?
इस सवाल का जवाब देते हुए सुरभि ने कहा कि सबसे पहले उन्हें अपने घर पर लोगों को इस चीज के लिए हामी भरवानी पड़ी। सुरभि ने सबसे पहले अपनी मां से इस प्रोजेक्ट के लिए हामी भरवाई, उनको मनाया। रितु जी ने कहा "सुरभि एक बायोमेडिकल इंजिनियर है उनका फ्यूचर काफी ब्राइट है और उनका अचानक से यह डिसीजन हमें उतना अच्छा नहीं लगा क्योंकि इससे पहले तो हम कभी कुत्तों से उतना रूबरू हुए नहीं थे।
लेकिन जब सुरभि घर पर एक पैट डॉग हम्टी को लेकर आई उसके साथ काफी अच्छी अटैचमेंट हुई, और उसके बाद सुरभि के साथ इस काम में हाथ बटाने के लिए मैंने हामी भरी। सुरभि का कहना है कि मम्मी के बाद पापा को मनाना एक टफ जॉब था लेकिन अंत में वह भी मान गए और अब जब सुरभि और रितु जी के ब्रैंड को अब लोगों से इतनी प्रशंसा मिल रही है तो यह देखकर वह भी काफी गौरवान्वित महसूस करते हैं।
प्रश्न: उन महिलाओं को आप क्या कहेंगी जो एंटरप्रेन्योर बनने की ख्वाहिश रखती हैं?
रितु ने इस प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा "यदि कोई आईडिया है तो बस उसको करना स्टार्ट करो, यदि सोचते रहोगे तो वह सिर्फ सोच ही रह जाएगी।" सुरभि ने आगे कहा "मैंने नवंबर 2020 में इसकी शुरुआत की थी उससे 6 महीने पहले मैंने अपना मार्केट इसलिए लूज किया क्योंकि मैं मम्मी को मनाती रही कि बस आप हामी तो भरो। रितु जी ने आगे कहा "इसलिए यदि आपके मन में कोई आईडिया आया है तो बस कर लो। जो होगा बाद में देखा जाएगा। जो शुरू करने की झिझक होती है यदि आप उसको छोड़ दोगे तो आप आगे बड़ जाओगे।