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एक बहुत बड़ा सवाल जो हमारे मन में आता है कि हमें ओरल सेक्स के दौरान क्या करना चाहिए? स्वॉलो करना मतलब निगल जाना चाहिए या स्पिट करना मतलब थूक देना चाहिए? इस सवाल का जवाब हम सभी जानना चाहते हैं।
हम इंटरनेट पर अक्सर पढ़ते हैं कि अपने पार्टनर का सीमन स्वॉलो करने से बाल अच्छे हो जाएंगे या आपकी स्किन ग्लो करनी शुरू हो जाएगी और न जाने क्या-क्या? लेकिन ये सब गलत है। आज हम इस आर्टिकल में ऐसे ही कुछ मिथ्स बस्ट करेंगे।
सीमन में स्पर्म्स होते हैं। स्पर्म्स छोटे से मेंढक के बच्चे जैसे होते हैं, जो अंडों को फर्टिलाइज करते हैं। इसमें फ्लूइड्स होते हैं, जिसमें 80% पानी ही होता है।
ये हमेशा याद रखें कि ये करना या न करना आपकी चॉइस है और आपका पार्टनर इसके लिए आपसे जबरदस्ती नहीं कर सकता।
इसके पीछे का मेडिकल कारण क्या है?
स्वॉलो करने के पीछे का वास्तविक खतरा है कि कहीं आपको सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन या STIs न हो। यहां पर, यह याद रखना भी जरूरी है कि आप स्वॉलो करें या ना करें लेकिन बिना कॉन्डम के आप स्वयं को सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन से एक्सपोज कर रहे हैं।
जब भी पेनिस और माउथ के बीच में सीधा संपर्क होता है, तो सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं जैसे हर्पिस, क्लैमिडिया या गोनोरिया आदि।
ओरल सेक्स के दौरान STIs होने से कैसे बचें?
अपने पार्टनर को बोले कि वह कॉन्डम पहने या फिर आप STI टेस्ट कराएं। इस टेस्ट से यह पता चल जाता है कि आपको कोई STI है या नहीं। अगर आपको और आपके पार्टनर दोनों को ही कोई इंफेक्शन नहीं है, तो आप स्वॉलो भी कर सकती हैं और बिना कॉन्डम के ओरल सेक्स भी कर सकते हैं।
अगर आप कोई पुरुष हैं, जो किसी महिला के साथ ओरल सेक्स कर रहे हैं, तो आपको एक डेंटल डैम का उपयोग करना चाहिए। आपको सिर्फ अपने आपको सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन से बचाना है।
स्वॉलो करना फायदेमंद नहीं है और न ही ये हानिकारक है। स्वॉलो करना या ना करना आपकी चॉइस है।
** Disclaimer - डॉ तनया एक गयनेकोलॉजिस्ट हैं।