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मिथ 1. प्रेगनेंसी में 2 लोगों जितना खाना खाओ
एक व्यक्ति जिसकी हाइट, वेट और बीएमआई एवरेज है, उसे दिन में 2000 कैलोरीज़ की ही आवश्यकता होती है। प्रेग्नेंट महिला को सिर्फ 300 से 500 कैलोरीज़ इनटेक बढ़ाने की आवश्यकता है। ऐसा कुछ नहीं है कि प्रेगनेंसी के दौरान आपको दो व्यक्तियों का खाना खाना चाहिए। इन फैक्ट, शुरुआती 12 हफ्तों में तो आपको अपनी डाइट में कोई बदलाव लाने की जरूरत नहीं है। 2nd और 3rd ट्राइमेस्टर में ही आपको डाइट से थोड़ा सा ज्यादा खाने की जरूरत है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप जंक फूड या मिठाइयां खाएं, इससे आपके बच्चे को कोई न्यूट्रिएंट्स नहीं मिलते। प्रेगनेंसी मिथ्स
मिथ 2. प्रेगनेंसी के दौरान आपको एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए
ऐसा कुछ नहीं है कि प्रेगनेंसी के दौरान एक्सरसाइज करने से आपको या आपके बच्चे को कुछ खतरा है। डॉक्टर हमेशा यही एडवाइज करते हैं कि आप प्रेगनेंसी के बाद भी अपने डेली रूटीन के कामकाज को जारी रखिए। वॉक पर जाना या लाइट एक्सरसाइज या योग करना आदि को आप कंटिन्यू रख सकती हैं। अपनी सेहत और उसके रिस्क फैक्टर का ध्यान रहे आपको। कोई भी एक्सरसाइज करने से पहले एक बार अपने गाइनेकोलॉजिस्ट की सलाह लें। इसका मतलब यह नहीं कि आप प्रेगनेंसी के बाद जिम जॉइन कर ले और हेवी वेट लिफ्टिंग की एक्सरसाइज करें। यह आपको अवॉइड करना है।
मिथ 3. अगर आपकी बेली हाई अप है तो लड़की और लोअर है तो लड़का होगा
आपकी बेली हाई है या लो यह डिपेंड करता है आपके एब्डॉमिनल टोन पर। इसका मतलब है कि आपकी एब्डॉमिनल मसल्स की स्ट्रेंथ और टौटनेस। पहली प्रेग्नेंसी के दौरान आपकी मसल टोन स्ट्रांग होती है जिससे आपकी बेली ऊपर की तरफ दिखाई देती है। लेकिन दूसरी, तीसरी या इसके बाद की प्रेगनेंसी में आपकी मसल्स धीरे-धीरे लेक्स होने लगती है और आपकी बैली नीचे की तरफ दिखाई देती है।
मिथ 4. दूध के अंदर केसर डालकर पीने से गोरा बच्चा पैदा होगा
यह सच नहीं है और ना ही यह सच है कि चाय या कोई डार्क कलर का लिक्विड पीने से आपका बेबी डार्क कलर का होगा। आपकी बेबी का स्किन कलर डिपेंड करता है जेनेटिक प्रीडिस्पोजिशन पर। इसका मतलब है कि फेयर स्किन होना या स्किन में मेलेनिन का अमाउंट ज्यादा होना जेनेटिकल या हेरेडिटरी होता है।
मिथ 5. प्रेगनेंसी ग्लो और गर्ल चाइल्ड प्रेगनेंसी मिथ्स
ऐसा जरूरी नहीं है कि हर औरत को प्रेगनेंसी ग्लो हो। यह आपके हार्मोनल चेंजेस पर निर्भर करता है। कई औरतें इस दौरान एक्ने, एक्सेसिव स्वेटिंग या गालों पर हाई पिगमेंटेशन की समस्याओं से भी सफर करती है। यह हार्मोन प्रोजेस्टेरोन की वजह से बॉडी में होता है।
मिथ 6. पाइनएप्पल या पपीता खाने से मिसकैरेज होता है
पाइनएप्पल या पपीता खाने से मिसकैरेज नहीं होता। हां, पाइनएप्पल और पपीते को रॉ फॉर्म या अधिक मात्रा में खाने से यूटरिन कॉन्ट्रक्शन्स हो सकते हैं। परंतु अगर आपने गलती से थोड़ा पाइनएप्पल या पपीता खा भी लिया तो आपको मिसकैरेज नहीं होगा।
यह भी गलत है कि ज्यादा घी खाने से नेचुरल या नॉर्मल डिलीवरी होती है। यदि आपको कोई हेल्थ रिस्क है या किसी दूसरे कारणवश भी आपके सिजेरियन सेक्शन हो रहा है, तो भी इसमें कोई दिक्कत नहीं है। आप कितना घी खाती है उसका आपकी मेथड ऑफ डिलीवरी से कोई लेना देना नहीं है।