Signs Of Bad Parenting: पेरेंटिंग एक ऐसा काम है, जिसमें कोई भी परफेक्शन नहीं होता है। हर माता-पिता का अपना अपना तरीका होता है, जिससे वो अपने बच्चों को पाल-पोस करते हैं। लेकिन कभी-कभी कुछ माता-पिता अपने बच्चों के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं, जो उनके लिए नुकसानदायक होता है। ये व्यवहार ख़राब पेरेंटिंग के लक्षण होते हैं। ख़राब पेरेंटिंग के लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है, क्योंकि ये बच्चों के मानसिक, भावनात्मक, सामाजिक और शारीरिक विकास पर बुरा असर डालते हैं। ये बच्चों को निराश, डरावना, असुरक्षित, असमंजस, अविश्वासी, अग्रेसिव, आत्महत्या, ड्रग्स या शराब की लत, अपराधी या दुर्व्यवहारी बना सकते हैं। ख़राब पेरेंटिंग के लक्षणों में से कुछ हैं:
खराब पेरेंटिंग के लक्षण
1.ज्यादा कंट्रोल करने वाले माता-पिता
ये वो माता-पिता होते हैं, जो अपने बच्चों के ऊपर अत्यधिक नियंत्रण करते हैं। वे अपने बच्चों को अपनी मर्जी के अनुसार जीने नहीं देते हैं। वे अपने बच्चों के लिए हर फैसला खुद ही करते हैं और उनकी राय नहीं पूछते हैं। वे अपने बच्चों को अपने नियमों, अपेक्षाओं और मानकों के अनुसार चलने के लिए मजबूर करते हैं।
2.अनुपस्थित माता-पिता
ये वो माता-पिता होते हैं, जो अपने बच्चों के जीवन में शामिल नहीं होते हैं। वे अपने बच्चों की जरूरतों, भावनाओं, रुचियों, समस्याओं, उपलब्धियों या असफलताओं का ध्यान नहीं रखते हैं। वे अपने बच्चों को अकेला छोड़ देते हैं और उनके साथ कोई संवाद नहीं करते हैं।
3.अनादर करने वाले माता-पिता
ये वो माता-पिता होते हैं, जो अपने बच्चों के साथ अनादरपूर्ण तरीके से बर्ताव करते हैं। वे अपने बच्चों को गाली-गलौज, ताना-मारना, धमकाना, ठुकराना, अपमानित करना, अनदेखा करना, असहाय छोड़ देना जैसे तरीकों से दुख पहुंचाते हैं। वे अपने बच्चों को प्यार, सम्मान, समर्थन या प्रशंसा नहीं देते हैं।
4.हिंसक माता-पिता
ये वो माता-पिता होते हैं, जो अपने बच्चों के साथ हिंसक तरीके से व्यवहार करते हैं। वे अपने बच्चों को मार-पीट, चोट, जख्म, बुरी तरह से धक्का देना, बालों को खींचना, चबुक मारना, जलाना, काटना जैसे तरीकों से दुख पहुंचाते हैं। वे अपने बच्चों को शारीरिक रूप से और मानसिक रूप से दुर्बल बनाते हैं।
5.अनुचित आशा रखने वाले माता-पिता
ये वो माता-पिता होते हैं, जो अपने बच्चों से अनुचित आशा रखते हैं। वे अपने बच्चों को अपनी इच्छाओं के अनुसार बनाने की कोशिश करते हैं। वे अपने बच्चों को उनकी खुद की पहचान, व्यक्तित्व, रुचि, अभिरुचि, योग्यता, अयोग्यता, भावनाएं या विचार नहीं रखने देते हैं।
ये थे ख़राब पेरेंटिंग के लक्षण। मुझे उम्मीद है कि ये आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। आप इन लक्षणों को पहचानकर अपने बच्चों के साथ बेहतर पेरेंटिंग कर सकती हैं।