हाल ही में एक चौका देने वाली खबर में एक 16 वर्षीय लड़के ने अपने माँ की हत्या कर दी। माँ बेटे का वीडियो गेम के टॉपिक पर झगड़ा हुआ था, क्योंकि माँ को लगा की बच्चे को गेम का नशा लग गया। खबरों के अनुसार माँ ने गेम ले की, जिसके कारण बच्चे ने उन्हें, उसके पिता के रिवाल्वर से गोली मार दी। उसने अपनी 9 साल की बहन को भी मार देने का धमकी दिया।
यह वीडियो गेम एडिक्शन का एक एक्सट्रीम रूप का उदाहरण है। हालांकि ऐसी खबरे रोज़ नहीं मिलती, विडिओ गेम का एडिक्शन सेरिअस है। आपको खुदमें, अपने पार्टनर, बच्चे या दोस्त में एडिक्शन के निशानी ढूंढ़ने चाहिए।
वीडियो गेम एडिक्शन के सिम्पटम्स:
- हर समय गेम के बारे में सोचना
- गेम न खेल पाने पर दुखी, अशांत या क्रोधित होना
- अपने दूसरे हॉबीज से दूर हो जाना
- खुश होने के लिए गेम का सहारा लेना
- काम या स्कूल में डिस्ट्रेक्टेड रहना
- गेम के लिए काम को छोड़ देना
अगर आप अपने या अपने किसी प्रियजन में ऐसे निशान देखते हैं, आप उन्हें अपनी चिंता का विषय समझाने की चेष्टा कर सकते हैं। उन्हें सीधा कह दीजिए कि आपको डर है की वे एडिक्टेड हो रहे हैं।
अगर 1-2 सप्ताह आप उनमें बदलाव नहीं देखते तो आपको उन्हें साइकोलॉजिस्ट या थेरेपिस्ट के पास ट्रीटमेंट के लिए ले जाना होगा। हो सकता है की साइकोलॉजिस्ट की बात सुनकर वे क्रोधित हो जाए, पर सच यह है की एक स्पेशलिस्ट के मदद के बिना आप एडिक्शन ठीक नहीं कर पाएंगे।
वीडियो गेम एडिक्शन को दूर कैसे रखें?
किसी भी रूप का एडिक्शन खतरनाक है, और मेंटल एवं शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। एडिक्शन से अडिक्टेड व्यक्ति की पूरी ज़िन्दगी बर्बाद हो सकती है, उसका करियर बर्बाद हो सकता है, उसका परिवार उसे छोड़ सकता है। स्टेटिस्टिक्स के अनुसार 83-85% होमलेस व्यक्ति, जीवन के किसी पड़ाव में किसी न किसी एडिक्शन के विक्टिम थे। इसलिए एडिशन को पहले से ही दूर रखने के कदम लेना ज़रूरी है।
वीडियो गेम एडिक्शन से बचाव के टिप्स:
1. गेम खेलने के टाइमिंग फिक्स कीजिए, अलार्म रखिये, और घर के किसी सदस्य को भी बता दीजिए।
2. अपने गेमिंग डिवाइस, फ़ोन और/या लैपटॉप को बैडरूम के बाहर रखिये, ताकि आपको रात में खेलने की इच्छा न हो।
3. दुसरे हॉबीज में समय निवेश कीजिए।
4. शारीरिक एक्टिविटी कीजिए। यह कोई फिजिकल स्पोर्ट या सिंपल एक्सेर्साइज़, योग, वाकिंग, कुछ भी हो सकता है। इससे लम्बे समय तक बैठने के बुरे परिणाम रिवर्स होंगे, और आपको वीडियो गेम खेलने का समय भी कम मिलेगा।
5. एडिक्शन से बचने का एक ‘थंब रूल’ है की, जिस भी चीज़ का आप आदत नहीं बनाना चाहते, उसे नियमित रूप से हर 21 दिन बाद एक सप्ताह के लिए बिलकुल न करे। उदाहरण के तौर पर, वीडियो गेम एडिक्शन से बचने के लिए, अगर आप लगातार 21 दिन खेलते हैं, तो याद से 22वे से 28वे दिन (एक सप्ताह) न खेले। इसके बाद दोबारा इस साइकिल को दोहराइए। यह टिप हर तरह के एडिक्शन के लिए काम करता है।