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क्लाइमेट चेंज का impact सिर्फ पर्यावरण पर ही नहीं अपितु मानव की सेहत और मानसिक स्वास्थय पर भी पड़ रहा हैं, विशेषकर महिलाएं और बच्चे इससे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। महिलाएं बढ़ रहे तापमान के कारण सेहत मे बदलाव और मन पर गंभीर असर महसूस कर रहीं हैं। छोटी बच्चियाँ कच्ची उम्र में ही maturity से जूझ रहीं हैं। ऐसें में क्लाइमेट चेंज के कारण हों रहें बदलाव को समझना और बेहतर जीवन के लिए कदम उठाना आवश्यक बन जाता हैं।
Climate Change का महिलाओं पर क्या असर और क्या कदम उठाएं जाएं?
महिलाओं पर climate change के प्रभाव को समझने का प्रयास करे:
1. स्वास्थय पर असर
बढ़ते तापमान और गर्मी की लहर से गर्भवती महिलाओं पर गहरा असर पड़ रहा हैं। period cycle में बदलाव भी हों रहे है, एक शोध के अनुसार, अधिक - आर्द्रता से जल्दी और अधिक गर्मी से देर से पीरीयड शुरू होने की संभावना हैं। जलवायु परिवर्तन से साफ पानी और पोषक तत्व की कमी से महिलाओं को आवश्यक तत्वों की पूर्ति न होने की संभावना हैं जिससे प्रजनन और हार्मोन मे बदलाव होंगे।
2.अधिक मेहनत और आय मे कमी
आज भी ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्र की महिलाएं कृषि और जल-संग्रह में लगी रहती है। सूखा और बाढ़ दोनों ही ऐसी समस्या हैं जिसने महिलाओं की श्रम को बढ़ाया और आय में कमी लाई हैं। जलवायु आपदा के कारण महिलाएं अवकाश लेती हैं जिससे आर्थिक संकट भी बढ़ रहा है।
3. मानसिक स्वास्थय और असुरक्षा का भाव आना
climate change से मानसिक तनाव, चिंता और अवसाद बढ़ रहा हैं। जलवायु आपदा के कारण विस्थापन के दौरान sexual-violence और असुरक्षा का खतरा रहता हैं। अधिक तनाव और जिम्मेदारी के चलते महिलाएं स्वयं को समय देना जैसे भूल ही जाती हैं, और लंबे समय तक ऐसा चलना उनकी मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से उन्हें प्रभावित करता हैं।
4. Decision-making में सीमित भूमिका
जलवायु नीति और योजना में महिलाओं की भूमिका सीमित हैं, जबकि लगातार प्रयोग से पता चला हैं कि महिला नेतृत्व से बेहतर और लंबे परिणाम आते हैं।
climate-change से उठी समस्याओं के सही निवारण के लिए कुछ कदम उठाना आवश्यक हैं:
1. Woman-Centered climate policy
climate change के कारण हो रहे हैं बदलाव के कारण महिलाएं भी प्रभावित हैं और जब वे नीतिगत सुधार लाएंगी तो gender-sensitive पॉलिसी लाकर सही रूप से उसे निर्धारित भी करेंगी।
2. Woman-Leadership को बढ़ावा देना
ऐसे नेटवर्क जहां महिलाएं क्लाइमिट चेंज से जुड़ी बातें साँझा कर सकें और समस्या का हल भी पा सकें। पंचायत और नगर पंचायत में महिलाओं को नेतृत्व की भूमिका देना भी एक अच्छा उपाय हैं।
3. स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थय सेवाएं
संभव होने वाले हर क्षेत्र में महिलाओं के लिए विशेष स्वास्थ्य सेवाएं और मानसिक स्वास्थय के लिए केंद्र और विशेषज्ञ का होना महिलाओं को न भावनात्मक मजबूती देगा बल्कि उसे स्वास्थय सेवाओं में भी मदद करेगा।
4. युवाओं को हो रहे बदलाव के लिए जागरूक करना
युवा बेहतर कल के लिए सबसे बड़े योगदानकर्ता होते हैं, उन्हे हों रहें बदलाव के प्रति जागरूक करके भविष्य के लिए शै नीतियाँ और निर्णय लेने मे मदद के साथ साथ सही संसाधन भी उपलब्ध होते हैं।
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