Issues: बहू को बेटियों की बराबरी क्यों मिलनी चाहिए?

समाज में बहुएं और बेटियां अक्सर अलग-अलग दृष्टिकोण से देखी जाती हैं। जहां बेटी को प्यार और समर्थन मिलता है, वहीं बहू अपेक्षा और जिम्मेदारियों के बोझ तले दब जाती है।

author-image
Srishti Jha
New Update
Life Lesson For Daughters(freepik)

(Image Credit: Freepik)

Why should daughters-in-law get equal rights as daughters? बहू को बेटियों के बराबरी का स्थान मिलना केवल एक पारिवारिक या व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है, बल्कि यह समाज के संपूर्ण विकास और प्रगति का भी मामला है। भारतीय समाज में बहुएं और बेटियां अक्सर अलग-अलग दृष्टिकोण से देखी जाती हैं। जहां बेटियों को प्यार और समर्थन मिलता है, वहीं बहुएं कई बार अपेक्षाओं और जिम्मेदारियों के बोझ तले दब जाती हैं। इस असमानता को दूर करना आवश्यक है और इसके कई महत्वपूर्ण कारण हैं।

बहू को बेटियों की बराबरी क्यों मिलनी चाहिए?

1. समान अधिकार और सम्मान

Advertisment

हर महिला को समान अधिकार और सम्मान मिलना चाहिए, चाहे वह बेटी हो या बहू। बहुएं भी अपने माता-पिता की बेटियां होती हैं और उन्हें भी वही प्यार और सम्मान मिलना चाहिए जो किसी बेटी को मिलता है। समानता का यह सिद्धांत हर परिवार में लागू होना चाहिए ताकि समाज में महिलाओं की स्थिति में सुधार हो सके।

2. मानसिक और भावनात्मक संतुलन

बहुएं भी अपने ससुराल में खुश और संतुलित जीवन जीना चाहती हैं। यदि उन्हें बेटियों के बराबर प्यार और सम्मान मिलता है, तो उनका मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। यह संतुलन पूरे परिवार के वातावरण को सकारात्मक बनाता है और रिश्तों में मिठास लाता है।

 3. परिवार की एकता और समृद्धि

जब एक बहू को समानता और सम्मान मिलता है, तो वह अपने ससुराल के प्रति वफादारी और समर्पण से काम करती है। इससे परिवार में एकता और समृद्धि बढ़ती है। एक खुशहाल बहु अपने परिवार की भलाई के लिए बेहतर योगदान दे सकती है, जिससे सभी सदस्य लाभान्वित होते हैं।

4. बच्चों की परवरिश

Advertisment

बच्चों की परवरिश में मां की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। यदि एक बहू को बेटियों के समान प्यार और सम्मान मिलता है, तो वह अपने बच्चों को भी समानता, सम्मान और प्रेम के मूल्य सिखा सकती है। इससे अगली पीढ़ी में भी समानता और न्याय का भावना प्रबल होता है।

 5. सामाजिक परिवर्तन

समाज में बदलाव लाने के लिए परिवार सबसे महत्वपूर्ण इकाई है। यदि हर परिवार अपनी बहुओं को बेटियों के समान मान-सम्मान देने का संकल्प लेता है, तो समाज में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण में भी सकारात्मक परिवर्तन आएगा। इससे महिलाओं के अधिकारों और सम्मान की स्थिति में सुधार होगा और एक बेहतर समाज का निर्माण होगा।

Daughter In Laws समाज की धारणा समाज की पिछड़ी सोच समाज की सोच Women And Society Samaj ke Taane समाज की सच्चाई पितृसत्तात्मक समाज में मातृत्व Women And Rights