महिला उद्यमियों से सुने : कैसे निडर रहना है

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Swati Bundela
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औरतों के लिए अन्य फिटिंग के कपड़े बनाने वाली कंपनी कार्याः डॉट कॉम की स्तत्पिका निधि अगरवाल कहती है की भारत में औरतों के लिए विभिन सेक्टर्स में कमी है. "व्यक्तिगत तौर पर मानना ​​है कि भारत में महिलाओं उपभोक्ताओं के लिए प्रस्ताव पर कम है"

काफ़ी साल तक ऋषिका चंदन को इन्वेस्टर यह पूछते थे की वह अपने स्टार्टाप के साथ कैसे जूड़ी रहेंगी - ऋषिका के पति ने यह ठान लिए की वह दुनिया को यह दिखाएँगे की वह ऋषिका के आइडिया और बिज़्नेस में खुद भी जुड़ना चाहते हैं. इस लिए नही की ऋषिका को उनकी ज़रूरत थी पर इस लिए की वह ऋषिका की कंपनी होमे सालों के आइडिया में पूरी तरह से समर्पित थे.

महिलाओं को बेहतर स्पष्ट कर सकते हैं. करना आता है लेकिन हम उन्हे आगे बढ़ने का मौका नही देते, कहती है निधि .

महिलाओं को शादी के बारे में क्यों पूछा जाता है? महिलाओं के बच्चों के बारे में पूछा जाता है. महिलाओं के समर्पण के बारे में पूछताछ करते है. महिला महान कार्यकर्ता नहीं हैं? वे हर दिन व्यापार नहीं करते? तो क्यों सवाल महिलाओं पर ?
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