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२०१७ में अपने आप को प्रोडक्टिव रखने के आठ तरीके

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Swati Bundela
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साल २०१७ शुरू हो गया है. यह साल एक उम्मीद की एक नई किरण लेकर आएगा. नए साल के ३ दिन ग़ुज़र भी चुके हैं. आइये जानिए की किस प्रकार आप २०१७ में ज्यादा उत्पादक रह सकते हैं.

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१. ज्यादा चीज़ों के लिए "हाँ" बोलिये



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अपनी छुट्टी के दिन ट्रैकिंग पे जाना, किसी जानवर को अपनाना, दान पुण्य के काम में स्वयंसेवक बनना, उन सब चीज़ों को हाँ कहना शुरू करदीजिये जो आपको एक बेहतर इंसान बना सकते हैं. यह खुद को समझने का एक बेहतरीन तरीका है.



२.  व्यायाम कीजिये

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व्यायाम करना आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. यदि आप रोज़ जिम नही जा सकते तो यह जानने का प्रयास करे की आपके शरीर के लिए क्या ठीक है. आप साइकिलिंग, तैराकी और बॉलीवुड ज़ुम्बा की भी मदद ले सकते हैं.



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३. ऑफ़लाइन जाइये



टेक्नोलॉजी के आने की वजह से हम भूल ही गए हैं कि अपना दिन अच्छे से कैसे बिताना है. आपको रोज़ एक घंटे के लिए सोशल मीडिया से हटकर कुछ ऐसा करना चाहिए जो आपको वास्तव में ख़ुशी दे. आप इस समय को ध्यान लगाने में, कुछ पढ़ने में, या केवल किसी अपने से बात चीत करने में भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

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४. अपना दिन अच्छे से प्लान करें



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अपना दिन अच्छे से प्लान करने के अनेक फायदे होते हैं. आप अपनी निजी और पेशेवर जीवन दोनों का ही आनंद उठा सकते हैं. इससे आप इस बात का ध्यान भी रख पाएँगे कि आप अपने काम से खुद को बहुत तनाव न दे. आप अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ भी अच्छे से समय बिता पाएँगे.



५. अपनी संस्कृति से जुड़े

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किताबें, फिल्म्स या वायरल यू ट्यूब वीडियोस से आप अपनी संस्कृति के और भी पास रह सकते हैं. आप आस पास ऐसी कहानियों में खुद को डुबाने कि कोशिश करें जो आपको अपने जीवन कि याद दिलाएँ. अपने फेसबुक को बंद करें और म्यूजियम में लगी चित्र का आनंद ले



६. घूमें



जब्बी आपको समय मिले आप कहीं दूर निकल जाएं. मनाली जैसे पहाड़ी स्थल तोह सर्दियों में भी जाएं जा सकते हैं. दूसरी ओर, आप गोवा जाने का भी विचार कर सकते हैं. गोवा गर्मियों में भी उतना ही सुन्दर लगता है.



७. एको-फ्रेंडली बनें



में एक ऐसी मनुष्य हूँ जो एक डिस्पोजेबल कॉफ़ी कप को भी कूड़ेदान में ही डालना पसंद करती हूँ. मुझे आकर लोग बोलते हैं कि मात्र मेरे सामान को कूड़ेदान में डालने से कुछ नहीं होगा, में उन्हें कहती हूँ कि में तोह अपना फ़रज़ज़ निभाऊंगी. हमें अपनी धरती के प्रति ज़िम्मेदारी लेनी ही होगी ताकि हमारी आने वाली पीड़िया अच्छे से जी पाएँ.



८. खूब सोइये



आठ घंटे कि नींद एक आनंदमई जीवन जीने के लिए अनिवार्य है. इस तरह से आप अपना काम भी ठीक से कर पाएँगे.



 
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