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Photograph: (@major_madhan/X)
10 year old Shravan Singh honored as youngest civilian warrior of 'Operation Sindoor': एक प्रेरक और हृदयस्पर्शी घटना में, पंजाब के एक 10 वर्षीय बच्चे श्रवण सिंह को भारतीय सेना द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। श्रवण ने निस्वार्थ भाव से सैनिकों को जलपान परोसा, जिससे उन्हें भीषण ऑपरेशन के दौरान आवश्यक सहायता और आराम मिला। उनकी यह छोटी सी पहल राष्ट्र के प्रति उनके गहरे प्रेम और हमारे जवानों के प्रति सम्मान को दर्शाती है।
10 वर्षीय श्रवण सिंह 'Operation Sindoor' के सबसे युवा नागरिक योद्धा के रूप में सम्मानित
खबरों के अनुसार, पंजाब के फिरोजपुर जिले के ममदोट गांव के 10 वर्षीय श्रवण सिंह को भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में उनकी भूमिका के लिए 'सबसे युवा नागरिक योद्धा' के रूप में सम्मानित किया है। ऑपरेशन के दौरान, श्रवण ने सैनिकों को पानी, चाय, दूध, लस्सी और बर्फ जैसी आवश्यक चीजें उपलब्ध कराकर उनकी निस्वार्थ सेवा की। उनके इस कृत्य ने सैनिकों को भीषण परिस्थितियों में भी आराम और सहायता प्रदान की।
सेना के प्रति अटूट समर्पण
श्रवण के इस अतुलनीय समर्पण और सैनिकों के साथ उनके मजबूत बंधन के लिए उन्हें 7 इन्फैंट्री डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल रणजीत सिंह मनराल द्वारा विशेष सम्मान से नवाजा गया। यह सम्मान श्रवण के देशप्रेम और हमारे सशस्त्र बलों के प्रति उनके सम्मान को दर्शाता है।
#IndianArmy honours little boy Shravan Singh, who helped soldiers in Amritsar border by bringing water, milk, lassi, ice from his house during #operation_sindoor .#Sardar for a reason. Nation First! pic.twitter.com/1r686sFpYV
— Major Madhan Kumar 🇮🇳 (@major_madhan) May 28, 2025
पिता ने कहा श्रवण का सपना सैनिक बनना
श्रवण के पिता सोना सिंह ने पीटीसी न्यूज़ को बताया कि जिस दिन से सेना के जवान उनकी ज़मीन पर तैनात हुए, श्रवण ने उनके लिए दूध, लस्सी, पानी और बर्फ ले जाना शुरू कर दिया था। उन्होंने कहा, "हमने उसे कभी नहीं रोका क्योंकि उसे सेना की सेवा करने में खुशी मिलती थी। वह नियमित रूप से उनसे मिलने जाता था और इससे हमें गर्व होता था। अब उसका सपना एक दिन सैनिक बनने का है।"
श्रवण ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उसे सेना के जवानों से मिलकर और उन्हें जलपान कराकर बहुत मज़ा आता है। उसने कहा, "मैं बड़ा होकर सैनिक बनना चाहता हूँ और देश की सेवा करना चाहता हूँ।" उसने खुशी जाहिर करते हुए बताया, "उन्होंने मुझे एक ख़ास तोहफ़ा दिया, मुझे ख़ास खाना खिलाया और मुझे आइसक्रीम भी दी। इससे मुझे बहुत खुशी हुई।"
ऑपरेशन सिंदूर, बदलते भारत का चेहरा
यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए क्रूर आतंकवादी हमले (Pahalgam Terror Attack) का सीधा जवाब था, जिसके तहत 7 मई की सुबह भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित नौ आतंकवादी शिविरों को सटीकता से ध्वस्त कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में इस ऑपरेशन को "बदलते भारत का चेहरा" बताया। उन्होंने ज़ोर दिया कि यह वैश्विक मंच पर देश के संकल्प, साहस और बढ़ती शक्ति को दर्शाता है। प्रधानमंत्री ने इसे आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मोड़ और भारत की बढ़ती ताकत व उद्देश्य की स्पष्टता का प्रतीक करार दिया। 'ऑपरेशन सिंदूर' ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब किसी भी चुनौती का दृढ़ता से सामना करने में सक्षम है।