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Dowry Related Murder: दहेज के लिए ज़िंदा जलने के लिए 3 गिरफ्तार

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Monika Pundir
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दहेज की लेन देन काणिनी रूप से जुर्म है, और नैतिक रूप से भी एक बहुत ही बुरा काम है। फिर भी, 2022 में भी हमें दहेज की मांग और दहेज से संबंधित जुर्मों की खबर मिलती है। ऐसी ही एक चौकाने वाली घटना हुई है उत्तर प्रदेश की एक गांव में।

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चिंतागढ़ी गांव में दहेज़ की मांग को लेकर पिछले साल विवाहित, 20 वर्षीय महिला को उसके पति, ससुर और सासुमा ने अलेजेडली जिंदा जला दिया, उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में, बुधवार के दिन।

चंदपा थाने में विक्टिम के पिता की शिकायत के आधार पर पति अनिल कुमार सिंह, ससुर महेंद्र सिंह और सास यशोदा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर जुडिशल कस्टडी में भेज दिया गया है।

पूरी कहानी :

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पीड़िता के पिता द्वारा चंदापा थाने में हत्या की शिकायत के बाद पुलिस ने उन तीनों को गिरफ्तार कर लिया है जिनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के बरहम थाना क्षेत्र के नगला वीरा की रहने वाली महिला की शादी पिछले साल 24 मई को चंदापा थाना क्षेत्र के चिंतागढ़ी गांव के अनिल कुमार सिंह (25) से हुई थी।

विक्टिम के पिता हीरालाल सिंह ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि पायल को उसके पति और ससुराल वाले टॉर्चर (पीड़ित) कर रहे थे, और हमेशा उसकी शादी के बाद से दहेज के लिए मोटी रकम की मांग करते थे।

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उन्होंने कहा कि उन्हें चिंतागढ़ी के ग्रामीणों से घटना की खबर मिली और वे पायल के घर पहुंचे। वहां पहुंचने पर उसे बताया गया कि उसका शव जिला मुख्यालय अस्पताल की मोर्ग में है।

दूसरी ओर, पायल के ससुराल वालों ने कहा कि अस्पताल ले जाने के दौरान पायल की मौत हो गई, रिपोर्ट ने बताया।

इस बीच, पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और घटना के सिलसिले में मृतक के जले हुए कपड़े को जब्त कर तीन को गिरफ्तार किया है। इंडियन पीनल कोड (आईपीसी) के संबंधित सेक्शंस के तहत केस दर्ज किया गया है, दहेज के लिए हरासमेंट और मर्डर के लिए।

गुनेहगार को सज़ा तो मिलनी ही चाहिए, पर साथ ही एजुकेशन के माध्यम से हमे लोगों को यह सीखना होगा की दहेज कितना गलत है, और इंसान की कोई कीमत नहीं होती। शायद मीडिया को भी इस बारे में फिल्म बनानी चाहिए। 

दहेज
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