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Photograph: (Punjab Kesari)
बिहार में बीते कुछ दिनों से हो रही तेज बारिश, ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली ने भारी तबाही मचाई है। इस प्राकृतिक आपदा ने अब तक 61 लोगों की जान ले ली है। सबसे ज्यादा प्रभावित नालंदा जिले में अकेले 23 लोगों की मौत हुई है। राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान किया है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज कर दिए गए हैं।
बिहार में प्राकृतिक आपदा का कहर: आकाशीय बिजली और ओलावृष्टि से 61 लोगों की मौत
ख़बरों के अनुसार, राज्य आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, इन घटनाओं में मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है क्योंकि अलग-अलग जिलों से आंकड़े एकत्र किए गए हैं। गुरुवार शाम तक जहां 25 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी, वहीं शुक्रवार को यह आंकड़ा बढ़कर 61 तक पहुंच गया। इनमें से 39 लोगों की मौत ओलावृष्टि और भारी बारिश से हुई, जबकि 22 लोग आकाशीय बिजली की चपेट में आकर मारे गए।
नालंदा जिले की स्थिति सबसे गंभीर रही, जहां 23 लोगों की जान चली गई। अन्य जिलों की बात करें तो भोजपुर में 6, गया, पटना, सीवान और शेखपुरा में 4-4, जमुई में 3, जहानाबाद में 2 तथा गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, अरवल, सहरसा, कटिहार, दरभंगा, बेगूसराय, लखीसराय, नवादा और भागलपुर में 1-1 मौत दर्ज की गई है।
प्राकृतिक आपदा के चलते कई ग्रामीण इलाकों में मकानों को नुकसान पहुंचा है और फसलें भी बर्बाद हुई हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिजनों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए प्रत्येक को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
बिहार आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 के अनुसार, वर्ष 2023 में राज्य में आकाशीय बिजली और तूफान की घटनाओं में कुल 275 लोगों की मौत हुई थी। उस समय रोहतास, गया और औरंगाबाद जैसे जिले सबसे अधिक प्रभावित रहे थे।
सरकार ने प्रभावित जिलों में राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं और आमजन को खराब मौसम में सतर्क रहने की सलाह दी गई है।